अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच तनाव की खबरें आय-दिन आ रही हैं। चीनी सैनिकों के घुसपैठ के बाद से भारतीय सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार से सवाल पूछा कि क्या भारत सरकार इस बात की पुष्टि कर सकती है कि कोई चीनी सैनिक भारत सीमा में नहीं घुसा है?
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था कि चीनी सेना द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ के दुस्साहस पर मोदी सरकार क्यों मौन बैठी है। भारत की सुरक्षा व क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता। तथाकथित तौर से ये घुसपैठ लद्दाख में गलवान नदी वैली और पांगोंग झील के इलाके में हुई है। दरअसल, नई सैटेलाइट इमेज आने के बाद एलएसी पर चीनी सैनिकों की बड़ी संख्या में घुसपैठ को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। एक तरफ कहा जा रहा है कि ताजा जारी सैटेलाइट इमेज में बहुत अधिक संख्या में चीनी सैनिकों के घुसपैठ के आसार कम दिख रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि 5,000 से अधिक चीनी सैनिक एलएसी पर आ गए हैं।
डिफेंस एक्सपर्ट अभिजीत अय्यर मित्रा का कहना है कि सैटेलाइट इमेज में जिस तरह से चीनी सैनिकों की हरकत सामने आई है। उससे लगता है कि बहुत ही कम संख्या में चीनी सैनिक सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय हैं। ऐसे में एलएसी पर 5 हजार चीनी सैनिकों का पहुंचना वाजिब नहीं लगता है क्योंकि सैटेलाइज इमेज जारी करने वाले भी काफी पढ़-लिखे होते हैं।इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि भारत-चीन बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं। पिछले कुछ दिनों में चीनी सेना भारत के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ी है, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारतीय बॉर्डर के पास चीनी सेना को देखा जा सकता है।
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