शुक्रवार, 12 जून 2020

71 दिनः कृष्ण जन्म स्थान के द्वार खुले

मथुरा। करोना संकटकाल काल में लॉक डाउन होने से 71 दिनों के बाद भगवान श्री कृष्ण ने अपने जन्म स्थान के द्वारा भक्तों के लिए खोले। लंबे समय से अपने आराध्य को आतुर भक्तजन दर्शन लिए आतुर दिखे। मंदिर के द्वार से लेकर भगवान के गर्भगृह तक कोरोना सुरक्षा के तय मानकों का पूरी तरह पालन किया गया। 


लॉक डाउन में 2 माह से भी ज्यादा समय तक बृज के मंदिरों के दर्शन बंद रहे हैं। इस दौरान बार-बार मंदिरों को खोलने की मांग उठती रही और भक्तों में अपने आराध्य के दर्शनों की लालसा दिन प्रतिदिन प्रबल होती गई।


केंद्र सरकार द्वारा 8 जून को आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की पाबंदी हटाने के बाद बृजभूमि में आज सबसे पहले मथुरा के श्री कृष्ण जन्मस्थान ने आम लोगों के लिए दर्शनों को खोला। जिसके बाद धीरे-धीरे स्थानीय श्रद्धालुओं का आने का क्रम शुरु हुआ।


भक्तजन प्रभु दर्शन की लालसा लिए मंदिर के बाहर दर्शनों के लिए सुबह 7:00 बजे से कतारबद्ध हो गए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पूरी तरह पालन किया गया और सभी लोग मास्क पहने हुए थे। श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ ही सेनेटाइज भी किया जा रहा है। वहीं मंदिर के मुख्य गेट संख्या 01 पर पुलिसकर्मी पीपीई किट पहनकर तैनात दिखे। श्रद्धालुओं ने सिर्फ अपने आराध्य के दर्शन किए। किसी तरह का चढावा फूल, प्रसाद मंदिर में नहीं चढाया गया। 


मंदिर के गेट पर तैनात सिपाही की तबीयत बिगड़ी


8 जून की सुबह श्री कृष्ण जन्मस्थान के मुख्य द्वार पर तैनात सिपाही सुशील कुमार की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे चक्कर आ गए और वह गिर गया। तभी आसपास खड़े अन्य कर्मियों और सुरक्षाकर्मियों ने उसे संभाला और श्रीकृष्ण जन्मस्थान की एम्बूलेंस से उसे उपचार क लिए भेजा। इस घटना से मंदिर के मुख्य द्वारा पर कुछ समय के लिए हलचल मच गई। बताया जा रहा है कि सिपाही ने पीपीई किट पहन रखी थी, उसमें उसे घुटन सी महसूस हो रही थी। 


जन्मस्थान मंदिर में सबसे पहले इन्होंने किए दर्शन 


कृष्ण जन्म स्थान मंदिर खुलते ही सबसे पहले श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा, प्रबंध समिति सदस्य को गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी, लीगल एडवाइजर मुकेश खण्डेलवाल तथा संस्थान की सुरक्षा में मौजूद पुलिस अधिकारियों ने ठाकुर जी के दर्शन किए तथा समस्त मानवता को कोरोनावायरस के प्रकोप से बचाने के लिए प्रार्थना की।


खुला बाजार, दुकानदारों के चेहरों पर आई रौनक


कोरोना संक्रमण काल में जहां देश-दुनिया में लोग बीमारी का डर और परेशानी से भरी खबरें आ रही है। वहीं मथुरा ने जिंगदी को फिर से पटरी पर लाने और कोरोना से जंग जीतने का संकेत दिया है। कृष्ण जन्म स्थान मंदिर खुलन के पहले दिन ही क्षेत्र का बाजार भी 71 दिनों के बाद खुला है। हालांकि बाजार पूरी तरह से नही खुला है। लेकिन अधिकांश खिलौने और पूजा, श्रृंगार के सामान की दुकानें खुली। दुकानदारों के चेहरे पर खुशी देखी गई।


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