नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर को उनकी 137वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “साहसी वीर सावरकर की जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं। हम उन्हें उनकी बहादुरी, कई अन्य लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित करने और सामाजिक सुधार पर जोर देने के लिए याद करते हैं।”
मोदी ने सावरकर का जिक्र करते हुए अपने राष्ट्रीय रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ के पिछले एपिसोड में से एक वीडियो क्लिप को भी अटैच किया, जिसमें उनके संघर्ष और भारत की आजादी की लड़ाई में योगदान को दशार्या गया था।
28 मई, 1883 को एक मराठी ब्राह्मण परिवार में जन्मे सावरकर हिंदू राष्ट्र और अखंड भारत के अपने नजरिए के लिए जाने जाते हैं।
भारत छोड़ो आंदोलन और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सावरकर हिंदू महासभा के अध्यक्ष थे। राजनेता और लेखक, सावरकर का नाम भारत छोड़ो आंदोलन का खुलकर विरोध करने के कारण उनके निधन के पांच दशक बाद भी विवाद खड़ा करता है।
उन्हें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सेलुलर जेल में सजा काटने के लिए भी जाना जाता है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना सत्तारूढ़ भाजपा ने तक की थी जब पिछले साल उन्होंने अपने एक संबोधन में कहा था, “मैं माफी नहीं मांगूंगा क्योंकि मेरा नाम राहुल गांधी है और राहुल सावरकर नहीं है।”
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