गाजियाबाद। लेबर की कमी होने से फैक्ट्रियों को परमिशन मिलने के बाद भी नहीं चलाया जा सका। उद्योगपतियों का कहना है कि फैक्ट्रियों को चलाने के लिए कम से कम एक तिहाई लेबर की जरूरत होती है, लेकिन अभी एक तिहाई लेबर फैक्ट्री में नहीं है। अब भी प्रशासन यहां मौजूद लेबरों को उनके गांव भेजने का काम कर रहा है। यदि सब चले गए तो फैक्ट्रियों को चलाना मुश्किल हो जाएगा। गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के महासचिव अनिल गुप्ता का कहना है कि लेबर की कमी से हर उद्योगपति जूझ रहा है। वह लेबर की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को फोन करके मांग कर रहा है, लेकिन उनकी तरफ से कोई रेस्पॉन्स नहीं दिया जा रहा है। उनका कहना है कि जो लेबर गांव जा चुकी है। यदि वह आने के लिए तैयार भी हैं तो उसे लाया जाना बहुत मुश्किल है, क्योंकि उनके पास नहीं है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें
यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें सुनील श्रीवास्तव मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.