अम्बिकापुर। टिड्डी दल किसानों के सबसे प्राचीन शुत्र हैं। वे मध्यम से बड़ी आकार के टिड्डे होते हैं। जब वे अकेले होते हैं और साधारण टिड्डों की तरह व्यवहार करते हैं तब उन्हें एकाकी अवस्था में जाना जाता है। भीड़-भाड़ की सामुहिक स्थितियों में वे साथ-साथ समूह बनाकर रहते हैं और चिरस्थायी तथा सम्बद्ध वयस्क टिड्डियों का झुंड बनाते हैं। यह तब होता है जब वह यूथचारी रूप में रहते हुए समूहशीलता या सामूहिक जीवन की अवस्था में पाए जाते हैं। इसके बाद वाली अवस्था में वे फसलों और अन्य पेड़-पौधों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के टिड्डी चेतावनी संगठन ने टिड्डी के संबंध में सतर्कता बरतने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं। दिशा निर्देश में कहा गया है कि अगर आस-पास टिड्डी दल दिखें या उनके बारे में कुछ खबर मिले तो निकटतम टिड्डी कार्यालय, पुलिस थाना, राजस्व कार्यालय, ग्राम पंचायत, विद्यालय, डाक घर या कोई भी शासकीय कार्यालय को सूचित करें।
टिड्डी के जीवन-चक्र अण्ड़ा, शिशु टिड्डी तथा वयस्क के रूप में तीन अवस्थाएं होती हैं। टिड्डियों का झुण्ड दिन के दौरान उड़ता रहता है और शाम होन पर पेड़ों पर, झाडियों में, फसलों इत्यादि में बसेरा करता है और वहां रात गुजारता है। फिर वे सुबह होने पर सूरज उगने के बाद अपने बसेरे के स्थान से उठकर उड़ना शुरू कर देते हैं। अ्परिपक्व वयस्क टिड्डी दल गुलाबी रंग के होते हैं धीरे-धीरे वे धुंधले सलेटी अथवा भूरापन लिए हुए लाल रंग के हो जाते हैं। परिपक्वता की स्थिति में पहुंचने पर वे पीले हो जाते हैं। शिशु-टिड्डी झुण्ड़ों के रूप में चल में चलती है। पीली अथवा नारंगी शरीर-पृष्टिका लिए हुए उनकी आकृति गहरी काली होती है।
आने वाले टिड्डी दल दो रंग के होते है गुलाबी और पीला। पीले रंग की टिड्डी ही अंडे देने में सक्षम होती है, इसके लिए पीले रंग के टिड्डी दल के पड़ाव डालने पर पूरा ध्यान रखने की आवश्यकता है, क्योंकि पड़ाव डालने के बाद टिड्डियां किसी भी समय अण्डे देने शुरू कर देती हैं। अण्डे देते समय दल का पड़ाव उसी स्थान पर 3-4 दिन तक रहता है और दल उड़ता नहीं है। इसी स्थिति का पूरा लाभ टिड्डी नियन्त्रण करने में उठाना चाहिये। गुलाबी रंग की टिड्डियों के दल का पड़ाव अधिक समय नहीं होता इसलिए इनके नियंत्रण हेतु तत्परता बहुत जरूरी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.