कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में कोरोना संक्रमण की वजह से मशहूर इतिहासकार की मौत हो गई है। 68 साल के वासुदेवन की रविवार तड़के महानगर के एक निजी अस्पताल में मौत हुई। वासुदेवन यूरोपीय और रूसी इतिहास के साथ ही भारत-रूस संबंधों के विशेषज्ञ थे। कोलकाता विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर रहे वासुदेवन ने केंब्रिज विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन से पीएचडी तक की पढ़ाई की थी। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया,“वासुदेवन को चार मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अगले दिन उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉज़िटिव आई थी। शनिवार रात को उनको दो बार दिल का दौरा पड़ा था। वासुदेवन कलकत्ता विश्वविद्यालय में चाइना सेंटर के निदेशक थे। उससे पहले वे मौलाना अबुल कलाम आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ़ एशियन स्टडीज के निदेशक रहे थे। वे वर्ष 2011 से 2014 के बीट इंडियन काउंसिल ऑफ़ हिस्टोरिकल रिसर्च के सदस्य भी रहे। राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत तमाम हस्तियों ने वासुदेवन के निधन पर शोक जताया है।
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