अतुल त्यागी
हापुड़ में कलयुगी माँ ने माँ शब्द को शर्मशार करने वाली घटना को दिया अंजाम
हापुड़। जिले में बाल विवाह पर रोक नहीं लग पा रही है। शादी के सीजन में हर साल प्रशासन कुछ नाबालिगों का विवाह रुकवाती है पर अधिकतर परिजन अपनी नाबालिग बेटियों की शादी करा दे रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में अशिक्षा की जड़ें इतनी गहरी है कि बाल विवाह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। माता-पिता की अशिक्षा और परंपराओं के कारण कई नाबालिगों का विवाह करा दिया जाता है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए कई संस्था और प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बावजूद हर साल बाल विवाह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत इस वर्ष महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ पुलिस व चाइल्ड लाइन संस्था ने मिलकर शादियां रुकवाई है। बाल विवाह पर जागरूकता लाने के प्रचार-प्रसार के दावों के बाद भी अंचल में इसे लेकर उतनी जागरूकता नहीं आई है। सूचना मिलने पर कुछ विवाह तो रुकवा लिए जाते हैं। पर कई बाल विवाह के बारे में सूचना नहीं मिल पाती।ऐसा ही मानवता को शर्मसार करने वाली घटना मोदीनगर रोड के जसरूपनगर कॉलोनी में घटी है।जहाँ पति ने अपनी पत्नी पर कुछ समय से मनमुटाव के चलते अपनी 14 वर्षीय नाबालिक लड़की को बेचने कर शादी करने का आरोप लगाया है।मेरी पत्नी ने मुझसे रांझीस को बरकरार रखने के लिए व मुझे सबक सिखाने के लिए खौफनाक कदम उठा लिया।पत्नी ने जसरूपनगर-गोयना के ग्राम प्रधान वीरपाल व अन्य कुछ लोगो के साथ मिलकर अपनी 14 वर्षीय नाबालिक लडक़ी के कुछ रकम के लिए बेचकर शादी करा दी है।साथ ही पति ने ग्राम प्रधान व अन्य कुछ अज्ञात लोगों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि पत्नी को मुख्य रूप से इन्ही लोगों ने उत्साया है क्योंकि पहले भी हमारे आपसी विवाद का लाभ उठाते हुए और मेरी पत्नी के कहने पर अक्सर ग्राम प्रधान के माध्यम से मेरे घर पर पुलिस अति-जाती रहती थी।मुझे ग्रामीणों के अक्सर सामने बेज्जत किया जाता रहा है।मेरी पुत्री की बेचकर शादी कराने की जानकारी जैसे ही मुझे मालूम हुई तो मैंने ग्राम प्रधान से बात की जिसने मुझे शादी की बात की सही हामी भरते हुए कहा कि लड़की की शादी ग्राम हरसिंगपुर में हो गई है।अब इस मामले को ज्यादा तूल मत पकड़ा।तेरे पास वैसे भी पैसे नही है और भी कैसे करता तू शादी।पीड़ित पिता एक मजदूर व अनपढ़ किस्म का व्यक्ति है।जिसने समाजकल्याण को तीन दिन पहले शिकायत करदी लेकिन शिकायत पत्र में कुछ न कुछ त्रुटि व अधिकारी का अवकाश बताकर तला दिया है।पीड़ित पिता व बेटे ने हारकर-थककर मीडिया को अपनी समस्त जानकारी दी।पीड़ित पिता चन्द्रपाल सिंह गोयना गाँव का निवासी से है।
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