मंडी। कल्पा व नासिक के काले अंगूर से तैयार रेडवाइन अब हिमाचल के अलावा देश की राजधानी दिल्ली, चंडीगढ़ व पंजाब के कई शहरों में मिलेगी। रेडवाइन कई जानलेवा रोग जैसे कैंसर, मधुमेह पेट की बीमारियों से बचाती है। मेटाबॉलिज्म का स्तर सही रखती है। प्रदेश विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) ने रेडवाइन की मांग को देखते हुए इसे अन्य राज्यों में लांच करने का निर्णय लिया है। लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया है।
एचपीएमसी ने पिछले साल ट्रायल के तौर पर करीब 5000 बोतल रेडवाइन बनाई थी। शिमला, मनाली, परवाणू, नाहन, धर्मशाला आदि स्थानों पर उपलब्ध करवाई थी। दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब सहित कई अन्य राज्यों के पर्यटकों ने रेडवाइन को खूब सराहा था। इस बार करीब पांच गुना मांग आई है। एचपीएमसी ने वाइन तैयार कर कोल्ड स्टोर में रखी थी। कोरोना के चलते बॉटलिंग का काम थम गया था। अब एचपीएमसी ने बॉटलिंग व लेवलिंग का काम शुरू कर दिया है। काले अंगूर से तैयार रेडवाइन पाचन तंत्र की मजबूती के साथ कोलेस्ट्रल को नियंत्रित करती है। यह खून से शर्करा के स्तर को कम करती है। शरीर में मेटाबॉलिज्म का स्तर सही रहता है। रेडवाइन में मौजूद रेस्वेराट्रोल शरीर में वसा कोशिकाओं को बढऩे से रोकता है। इससे मोटापा कम हो जाता है। रेडवाइन बनाने के लिए एचपीएमसी ने किन्नौर जिले के कल्पा से चार व महाराष्ट्र के नासिक से 20 मीट्रिक टन काला अंगूर खरीदा था। इसकी एक बोतल मार्केट में 500 रुपये में मिलेगी। यह एक तरह का पेय पदार्थ है जो काले अंगूर से बनाया जाता है। इसमें विटामिन बी, आयरन, मैग्नीशियम इत्यादि जरूरी तत्व शामिल होते हैं। बड़ी बात यह है इसमें कोई शुगर नहीं मिलाई है।
जल्द ही रेडवाइन दिल्ली, चंडीगढ़ व पंजाब में भी उपलब्ध करवाई जाएगी
एचपीएमसी ने पिछले साल पहली बार काले अंगूर से रेडवाइन बनाई थी। मार्केट में इसका अच्छा रिस्पांस आया है। इस बार मांग पांच गुना बढ़ी है। जल्द ही रेडवाइन दिल्ली, चंडीगढ़ व पंजाब में भी उपलब्ध करवाई जाएगी। -हरीश वर्मा, प्रबंधक एचपीएमसी फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट जड़ोल।
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