लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2022 तक सबको घर देने का वादा करने वाले सत्ताधारी आज बेघर भटकते भूखे-प्यासे लोगों को एक वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहे हैं। इतिहास गवाह रहा है, सड़कों पर उतरी जनता ने सर्वशक्तिमान होने का दंभ रखने वाले बड़े-बड़ों को पैदल कर दिया है।
सरकार केवल आत्मप्रशंसा में मगन है। उसके ढुलमुल फैसलों की वजह से व्यवस्था असफल हो रही है, जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है। यदि सरकार रोजगार और खाने का प्रबंध कर दे तो कोरोना को सरकार नहीं जनता हरा देगी।उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि लाख दावों के बावजूद झांसी, ललितपुर, मथुरा समेत कई सीमावर्ती क्षेत्रों से मजदूर अभी भी फंसे हैं। प्रदेश में मजदूरों की सुरक्षा भगवान के भरोसे है। वहीं, जो ट्रेनें भाजपाराज में चलने जा रही है, सब एसी कोच हैं। किराया भी राजधानी के बराबर है। इन ट्रेनों में जनरल या स्लीपर के डिब्बे नहीं होंगे। इन सुविधाओं का लाभ संपन्न वर्ग ही ले सकेगा। गरीब तो इनके नजदीक भी नहीं जा पाएगा। भाजपा को गरीब की जान की वैसे भी कहां परवाह है?अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते विपक्ष के नेताओं के प्रति बदले की भावना से काम कर रही है। सीतापुर की जेल में बंद सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां, उनकी पत्नी डॉ. तजीन फातमा व बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। तजीन शनिवार को फिसलकर चोटिल हो गईं। अस्वस्थ होने के बावजूद उनका ठीक से इलाज तक नहीं हो पा रहा है। आजम खां भी अस्वस्थ हैं। भाजपा सरकार उनको जेल में रखकर प्रताड़ित कर रही है और उनकी छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने में लगी है।
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