राणा ओबरा
हरियाणा के वर्तमान एवं भूतपूर्व सभी विधायकों को सीएम फण्ड में अपनी तनख्वाह व पेंशन का जमा कराना चाहिए तीसरा हिस्सा
चण्डीगढ़। देश में जिस कदर महामारी बढ़ती जा रही है उसको देखते हुए प्रदेश के सभी वर्तमान एवं पूर्व भूतपूर्व विधायकों को अपनी तनख्वाह व पेंशन की राशि में से तीसरा हिस्सा सीएम रिलीफ फंड में जमा कराना चाहिए। ऐसा पुण्य कार्य करने से मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों,
नए विधायकों और भूतपूर्व विधायकों की कीर्ति व यश बढ़ेगा। बल्कि हरियाणा सरकार में फंड की कमी भी दूर होगी। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री के निर्देश पर देश के सभी संसद सदस्यों ने कर दी है। परंतु अभी तक हरियाणा के 1- 2 विधायकों ने ही सीएम रिलीफ फंड में अपनी तनख्वाह का 30% राशि देने की घोषणा करी है। बाकी के सभी विधायक एवं भूतपूर्व विधायक इतनी कंजूसी क्यों कर रहे है! ऐसा सुना जाता है। यदि कोई व्यक्ति एक बार विधायक बन जाता है तो उसके पास करोड़ों रुपए की संपत्ति आ जाती है! किस तरह से आती है कहां से आती है यह आज तक भी कोई नहीं जान पाया है। यदि एक विधायक 5 वर्ष के कार्यकाल में बिना किसी उद्योग, बिना किसी व्यापार, खेती-बाड़ी के करोड़ों रुपए का स्वामी बन जाता है! तो ऐसी वैश्विक महामारी के चलते उसको अपना दायित्व निभाते हुए एक बड़े हिस्से की राशि का कुछ भाग सरकार के सीएम रिलीफ फंड में जमा कराना चाहिए। ऐसे धनाढ्य व्यक्ति भी जो नेता बनने के लिए राजनीति में आकर सिर्फ टिकट पाने के लिए लाखों करोड़ों रुपए का दान राजनीतिक पार्टी फंड में देते हैं। ऐसे नेता यदि वास्तविक जनता के नेता बनना चाहते हैं तो उनको इस भयंकर महामारी के चलते प्रदेश सरकार की सहायता करनी चाहिए। जिससे वे जनता की नजरों में हीरो बन सके। जनता प्रभावित होकर खुद ब खुद उनको विधायक या सांसद बना देगी। इसलिए देरी न करते हुए प्रदेश के सभी मंत्रियों,पूर्व मंत्रियों, विधायकों एवं पूर्व विधायकों को शीघ्र रूप से पुण्य कार्य की शुरुआत करते हुए अपनी कमाई का कुछ हिस्सा सरकार की सहायता के रूप में तुरंत देना चाहिए। ताकि हरियाणा सरकार प्रदेश में फैली इस महामारी का युद्ध स्तर से मुकाबला कर सकें।
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