शनिवार, 4 अप्रैल 2020

सोशल डिस्टेंसिंग, को समझे नागरिक

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के शरीर में ही नहीं बल्कि उसकी गैर-मौजूदगी में कमरे में टिका रह सकता है। यह जानकारी एक नए अध्ययन से सामने आई है। अध्ययन में पाया गया है कि जब मरीज अपने कमरे में नहीं होता है तब भी वायरस के अंश हवा में मौजूद रहते हैं। इसने अध्ययन ने मरीज के संपर्क में आने वाले मेडिकल स्टाफ के प्रॉटेक्टिव सूट पहनने की जरूरत पर बल दिया है।


वैज्ञानिकों को यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का मेडिकल सेंटर में रूम और उससे बाहर जा रहे रास्तों में वायरस के अंश मिले हैं जहां कोरोना के मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया था। साइंस वेबसाइट MedRxiv में प्रकाशित रिपोर्ट को लिखने वाले वैज्ञानिक जॉन लोई ने कहा, ‘हमने और नमूनों को चिह्नित किया है जिसमें हवा में वायरस के जीन्स पाए गए हैं, इसने स्वसन संबंधी सुरक्षा पर ध्यान देने के महत्व को दर्शाया है।’इसलिए मेडिकल स्टाफ के लिए एहतियात जरूरी
रिपोर्ट को लिखने से पहले अस्पताल के 11 कमरे के सैंपल लिए गए हैं और इसमें एक ही जगह बड़ी मात्रा में वायरस को एकत्रित पाया गया। रूम के बाहर जहां से अस्पताल के कर्मचारी गुजर रहे थे वे भी पॉजिटिव पाए गए हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन में अभी यह विश्लेषण नहीं किया गया है कि वायरस हवा में विस्तार लेने वाले हैं या नहीं, लेकिन इसने मेडिकल स्टाफ के प्रॉटेक्टिव सूट पहनने पर जोर दिया है। रिपोर्ट के एक अन्य राइटर जोशुओ ने कहा, ‘इस तरह के अध्ययन से हेल्थ केयर वर्कर्स, मरीज के संपर्क में रहने वाले लोगों की सुरक्षा की जरूरत को समझा जा सका है जो कि मरीज की देखभाल करते हैं और उन्हें इस महामारी से लड़ने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘मौजूदा अध्ययन जारी रहेगा और ताकि कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन को समझा जाए और कोरोना के मरीजों की देखभाल में जुटे लोगों की सुरक्षा के रास्ते ढूंढने में मदद मिले।


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