धर्मेंद्र यादव
मैनपाट। विकासखंड मैनपाट के बैंकों में सोशल डिस्टेंस नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है जहां शासन प्रशासन द्वारा जन जागरूकता फैला कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी बरतने युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं वही शासकीय अधिकारी कर्मचारी ही सरकार की वायरस को लेकर जारी नियमों की खुलेआम अवहेलना कर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
मामला मैनपाट के कमलेश्वरपुर भारतीय स्टेट बैंक की है जहां पिछले दो-तीन दिनों से जनधन खाते में 500 रुपये आने की खबर को लेकर दर्जनों की तादाद में लोग प्रतिदिन 10 से 15 किलोमीटर दूरी तय कर सुपलगा, पैगा असगवा जैसे बीहड़ क्षेत्र से जंगल की चढ़ाई चढ़कर लोग इस उम्मीद में आ रहे हैं कि हमारे जनधन खाते में 500 रुपये आ गया होगा वहीं कुछ लोगों का तांता तो इस बात को लेकर लगा हुआ था कि आए हुए पैसे को चेक करवा पासबुक में एंट्री करवानी है किंतु विडंबना यह है कि बैंक प्रबंधक द्वारा लोगों का खाता भी चेक नहीं किया जा रहा है और लोग बैंक के सामने बगैर डिस्टेंस का पालन किए दर्जनों की तादात में एकत्र हो शासन प्रशासन एवं बैंक प्रबंधन की लापरवाही से सोशल डिस्टेंस के नियमों का खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं।
गेट में ताला! गेटकीपर नशे में धुत्
संवाददाता द्वारा जब भीड़ को देखकर स्थिति का जायजा लिया गया तो पता चला कि बैंक प्रबंधन अपने मुख्य गेट को बंद कर दो टूक शब्दों में यह कहते हुए की बैंक में कोई कार्य नहीं होगा सभी प्रकार के बैंकिंग लेनदेन बैंक सखी के माध्यमों से कराई जाएगी लेकिन लोगों व क्षेत्रवासियों को यह पता नहीं है कि उनका बैंक सखी कौन है वही भारतीय स्टेट बैंक के गेटकीपर नशे की हालत में लत पाया गया तथा लोगों को दूरी बनाने समझाइश देने के बजाय खुद ही निढाल पड़ा रहा इसकी सुध लेने न तो बैंक प्रबंधन ने उचित समझा और ना ही प्रशासनिक अमला द्वारा मुनासिब समझा गया जिसका खामियाजा दूरदराज से भूखे प्यासे आए महिला पुरुष ग्रामीण जनों को चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहकर बेवजह परेशानियों का सामना करना पड़ा लोगों ने इस दिशा में स्थानीय प्रशासन से व्यवस्था सुदृढ़ करने मांग की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.