पेरिस। यूरोप महाद्वीप के लिए वर्ष 2019 इतिहास का काफी गर्म साल रहा और वर्ष 2020 शुरुआत से ही नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार हो गया है लेकिन इससे काफी हद तक पर्यावरण में सुधार देखा जा रहा है। कोविड-19 के कारण आर्थिक मंदी के कारण इस साल कॉर्बन से होने वाले प्रदूषण में भारी कमी की उम्मीद है। साथ ही यह भी आशंका और भय है कि इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए टीका मिल जाने के बाद उत्सर्जन में अचानक वृद्धि हो सकती है।
2000 के बाद 11 साल रहे गर्मः बीते वर्ष महाद्वीप के हर क्षेत्र में गर्म हवाएं चली और तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। उपग्रह के जरिए पृथ्वी के तापमान पर नजर रखने वाली यूरोपीय संघ की एक एजेंसी ने यह जानकारी दी। कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) ने कहा कि महाद्वीप के 12 सबसे गर्म वर्षो में 11 साल 2000 के बाद रहे हैं, क्योंकि ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन जारी है।
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