पटना। पटना में करीब 7 हजार से अधिक लोगों को कोरेंटाइन सेंटर में रखा गया है। ये सभी ऐसे लोग हैं जो 25 मार्च के बाद भी विदेश या अन्य प्रदेशों से आए हैं। उन्हें अलग-अलग जगहों पर रखा गया है। इनमें से कई लोगों का 14 दिन का क्वॉरेंटाइन पूरा हो गया है लेकिन प्रशासन ने 14 अप्रैल के बाद ही उन्हें निकलने की इजाजत दी है.
निकलने से पहले एक बार फिर से उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसके बाद उन्हें फिर घर से निकलने का आदेश दिया जाएगा। दूसरे चरण की स्क्रीनिंग 12 अप्रैल से शुरू होगी। इस बाबत डीएम कुमार रवि ने बताया कि 7 हजार से अधिक लोग क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए हैं उन पर विशेष नजर रखी जा रही है। कुछ ऐसे लोग भी हैं जो तबलीगी जमात में शामिल हुए थे उनकी खोजबीन की जा रही है।
इसमें से कुछ लोगों की पहचान की गई है उनकी जांच भी कराई गई है। बाहर से आए ज्यादातर लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा गया है। जहां ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले किसी भी व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। शहरी इलाके में जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है उन इलाकों को विशेष तौर पर निगरानी की जा रही है। पटना शहर में जो क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं वहां रह रहे लोगों को नियमित चिकित्सा जांच कर रही है। वहीं कोराना को लेकर ग्रामीण भी सजग है। कई इलाकों में ग्रामीणों ने ही बाहर से आए लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में भिजवा दिया है। अनामिका
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