लखनऊ। लॉकडाउन में बाहर फंसे यूपी के लोगों को मदद पहुंचाने में योगी सरकार तेजी से काम कर रही है। प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के काम में जुटी सरकार अब प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं जो अपने घर जाना चाहते हैं उनकी मदद करेगी। यह जानकारी सोमवार को प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने दी। उन्होंने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने 300 रोडवेज बसों में प्रयागराज में फंसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 9000 छात्रों को उनके घर भेजने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं। इसमें यूपी में ही रहने वाले छात्र शामिल हैं। अगर अन्य राज्य के छात्र हैं और उनका राज्य ले जाना चाहता है तो उसे अनुमति दी जाएगी।
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, मिर्जापुर, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के बच्चे अपने शहर जाएंगे। दूसरे चरण में बचे जिलों के बच्चे जाएंगे। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि एक मई से खाद्यान्न का पुनः वितरण होगा। मुख्यमंत्री के आदेश पर L1,L2,L3 कोविड अस्पतालों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। पीपीई किट, मास्क आदि जिलों में पहुँचाने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जनपदों में 15 से 20000 क्षमता वाले क़वारन्टीन सेंटर बनाये जाएंगे। 328 बसों से दूसरे प्रदेश में रह रहे उत्तरप्रदेश के 9992 मजदूर वापस लाए गए हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की सीएम ने समीक्षा की है।मुख्यमंत्री ने आगरा,लखनऊ, कानपुर,गाजियाबाद की समीक्षा की। मेडिकल इंफेक्शन बढ़ने न दिया जाए इसकी व्यवस्था की जा रही है। हॉटस्पॉट में होम डिलेवरी की सुरक्षा मजबूत होगी। उन्होंने बताया कि हमारे प्रदेश में मृत्यु दर और कोरोना वृद्धि दर काफी कम है। डिग्री कॉलेजों से बेसिक शिक्षा तक टीचरों को कोरोना वैरियर बनाया जाएंगे, इन्हें ट्रेनिंग कराई जाएगी।
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