नई दिल्ली। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा बारिश के लिए सामान्य अलर्ट जारी की है। जिसमे राज्य के कुछ हिस्सों में हवा की अधिकतम रफ्तार 40 से 60 डिग्री तक भी होने की संभावना दर्ज की गयी है । मौसम विभाग के अनुसार पुरवा हवा के प्रभाव से राज्य के अधिकतर हिस्सों में वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ रही है । जबकि पिछले दिनों तापमान अधिक होने की वजह से विशेष तरह के बादल बन रहे हैं। इधर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से भी बारिश होने की संभावना है।
जबकि इधर रविवार को सीवान, गोपालगंज, अरवल, जहानाबाद, भोजपुर, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, नालंदा , सारण , रोहतास, बक्सर, भभुआ नवादा, नालंदा और शेखपुरा जिलों में आंधी पानी के साथ बारिश भी हुई है । जबकि कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी सूचना मिली है। साथ ही कई जिलों में हवा की अधिकतम रफ्तार को 40 से 60 किमी प्रति घंटा रिकॉर्ड किया गया है । मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को पटना में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ बारिश होने की भी संभावना जताई जा रही हैं। जहां अधिकतम पारा 36 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। साथ ही बिहार के गया जिले में धूल भरी आंधी के साथ बारिश होने की संभावना हैं। जबकि भागलपुर और पूर्णिया में सामान्य रूप से आकाश में बादल छाए रहेंगे ।
बता दे कि बिहार के अधिकतर क्षेत्रों में जहां आंधी पानी की स्थिति बनी हुई है, वही गया जिले में गर्मी का सितम देखने को मिला है । जहा रविवार को गया का अधिकतम तापमान 40 डिग्री पर पहुंच गया। हालांकि नमी की मात्रा अधिक नहीं रहने से बारिश की स्थिति नहीं बनी। जबकि पटना का अधिकतम तापमान रविवार को 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है । पटना समेत कई इलाकों में रविवार की देर रात तेज हवा के साथ हल्की बारिश भी हुई है । मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के अधिकतर हिस्सों में सोमवार को बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। जहां बिहार के अधिकतर क्षेत्रो में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है। साथ ही कुछ इलाकों में ओला गिरने की भी संभावना है। हालांकि किन इलाकों में ओला होगी, इसकी सटीक जानकारी रडार पर मिल रहे तात्कालिक संकेतों के आधार पर ही किया जाएगा। बता दे कि राज्य में तेज आंधी एवं बारिश होने की वजह से राज्य में गेहूं एवं आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना है। मौसम में लगातार बदलाव की वजह से किसानों में निराशा देखी जा रही है। जबकि मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 23 अप्रैल को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिसका प्रभाव 25 अप्रैल तक बिहार के कई जिलों में फिर से दिख सकता है। हालांकि यह पूरी तरह से हवा के घुमाव पर निर्भर करेगा। इस बारे में अगले एक-दो दिनों में मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से नई सूचनाएं जारी की जाएँगी।
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