मुंबई। कोरोना संक्रमण को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन जारी है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं और मुंबई तो हॉटस्पॉट बना हुआ है। मुंबई में संक्रमित लोगों का आंकड़ा 786 पहुंच गया है। एक तरफ महाराष्ट्र सरकार लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है लेकिन दूसरी तरह महाराष्ट्र सरकार का गृह विभाग खुद नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। महाराष्ट्र का गृह विभाग मुंबई के रसूखदार परिवारों पर इतना मेहरबान है कि एक या दो नहीं बल्कि पांच कारों के साथ वाधवा परिवार के काफिले को मुंबई से महाबलेश्वर जाने की इजाजत दे दी।
मुंबई का जाना माना बिजनेस समूह वाधवा ग्रुप (HDIL , DHFL कंपनी) का परिवार मुंबई के बांद्रा पाली हिल इलाके में रहता हैं। अपने बंगले में परिवार के सदस्य बोर हो रहे थे तो परिवार के सदस्यों ने महाबलेश्वर में छुट्टी मनाने का फैसला किया। वाधवा परिवार के सदस्य , नौकर और बॉडीगॉर्ड सहित 23 लोग चार गाड़ियों के काफिले में महाबलेश्वर रवाना हुए और दोपहर तक महाबलेश्वर पहुंच गए. अब सवाल यह उठता है कि जब बिना कारण घर से निकलने वालों को मुंबई पुलिस सख्ती से निपट रही है और गृह मंत्रालय ने बिना कारण घर से निकलने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं तो यह रसूखदार वाधवा परिवार महाबलेश्वर कैसे पहुंच गया?
दरअसल, वाधवा परिवार जब महाबलेश्वर पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने 23 लोगों की भीड़ देखकर इसका विरोध किया और सवाल उठाए कैसे लॉकडाउन के बीच वह महाबलेश्वर पहुंच गए? स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत लोकल पुलिस स्टेशन में की, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच। महाबलेश्वर गए सभी लोगों को हिरासत में लिया गया। फिलहाल वाधवा परिवार के सभी सदस्यों को अलग रखा गया है, परिवार के सदस्यों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता ने अपने आधिकारिक पत्र पर वाधवा परिवार के सदस्यों को खंडाला से महाबलेश्वर जाने की इजाजत दी। अपने पत्र में अमिताभ गुप्ता ने वाधवा परिवार के पांच गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नंबर का जिक्र किया और उन गाड़ियों में बैठने वाले सदस्यों के नाम का भी जिक्र किया।
इस पत्र में गृह विभाग के विशेष सचिव अमिताभ गुप्ता ने लिखा है कि यह वाधवा परिवार मेरे करीबी पारिवारिक मित्र हैं और इमरजेंसी हालात में यह खंडाला से महाबलेश्वर जाना चाहते हैं इसलिए इन्हें जाने दिया जाए। इस पत्र में खंडाला से महाबलेश्वर जाने का जिक्र है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक वाधवा परिवार लॉकडाउन का एलान होने के बाद मुम्बई में था। कपिल वाधवा, धीरज वाधवा रियल एस्टेट कंपनी HDIL, फाइनेंस कंपनी DHFL सहित कई कंपनियों के मालिक हैं। गौरतलब है की मुंबई के व्यापारी वाधवा बंधु डीएचएफएल और यस बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत पर बाहर हैं। वाधवा बंधु पीएमसी बैंक घोटाले में भी आरोपी बनाए गए हैं। बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को पत्र लिखकर इस मामले में संज्ञान लेने की बात कही है।
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