यूपी में 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने की संभावना कम, प्रमुख सचिव ने दिये संकेत, बोले, इंसान की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण!
बृजेश केसरवानी
लखनऊ। यूपी में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यूपी में अबतक 305 कोरोना पॉजीटिव केस आ चुके है, जिसमें तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। ऐसे में सरकार 15 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन खोलने की स्थिति में नहीं है। तब्लीगी जमात से लौटने वाले लोगों के कारण वायरस से संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। जिसने सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। जिसके मद्देनजर योगी आदित्यनाथ सरकार लॉकडाउन पीरियड को 14 अप्रैल से आगे बढ़ा सकती है।
सोमवार को अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस में इसके संकेत दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से तबलीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है उससे प्रदेश में मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। अगर ऐसा ही रहा तो 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोलना संभव नहीं होगा।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि शाम चार बजे तक यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 305 हैं। इनमें से 159 लोग वे हैं, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए आयोजन में हिस्सा लिया था। बताया कि सरकार अब जमात से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण पाया गया है उनके संपर्क में आया है उनको ट्रेस किया जा रहा है।
बताया कि मुख्यमंत्री ने रविवार को सभी जिलों के धर्मगुरुओं से भी बात की। इस बातचीत में सभी ने की सहमती थी कि इंसान की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है। सभी ने अपना इसमें सहयोग देने की बात कही है। अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यूपी में 305 में से 159 केश तब्लीगी जमात के लोग हैं। आगे इनकी संख्या बढऩे की भी संभावना है। अब जो भी पकड़ में आएगा, उसका कोरोना वायरस टेस्ट जरूर कराया जाएगा। हालात संवेदनशील हैं। अगर एक भी कोरोना संक्रमित बच जाता है तो पूरे प्रयासों पर पानी फिर जाएगा। इसी कारण प्रदेश में अब भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
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