अवनीश कुमार
रायपुर। इस महमारी में सोरेन सरकार हर प्रकार से लोगों तक सहायता पहुंचाने की काम कर रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति भूखे न सोए, यहा तक कि झारखंड के थाने में दाल-भात रसोई का व्यावस्था भी किया गया है, लेकिन कोरोना वायरस से अगर किसी का नुकसान हुआ है तो वो है मजदूर, जो प्रतिदिन मजदूरी कर के अपना पेट पालते है उन लोगो का काफी नुकसान हुआ है, मजदूर वर्ग के लोग खाने को लाले पड़ गए है इतना ही नही बल्की उनके बच्चे भूखे रहने को मजबूर है, जानकारी के कोरोना वायरस की संख्या में बढ़ोतरी हो कर अभी तक झारखंड में कुल 41 मरीज मिल चुके है, जबकि 2 लोग कोरोना वायरस से मर चुके है, वही हम आपको बताते चले कि लॉकडाउन में पुलिस लोगो के लिए पहरदार बन कर बैठी है और मजदूर वर्ग के लोगों के लिए मदद भी पहुंचा रहे है ।
साथ ही हम आपको बताते चले कि झारखंड में भी कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, झारखंड में रविवार को कोरोना वायरस के मरीज के 7 नए मामले सामने आए हैं, इससे प्रदेश में कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों की संख्या 41 पहुंच गई है, रिम्स के माइक्रो बायोलॉजी लैब में संकेण्ड लॉट में 92 सैम्पल की जांच की गई, इनमें से 3 केस पॉजिटिव और 89 सैम्पल निगेटिव पाए गए, रिम्स के निदेशक ने यह जानकारी दी है, साथ ही हम आपको बता दू कि झारखंड में अभी तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है, बता दें कि झारखंड में हॉटस्पॉट बनकर उभरे रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में अब तक 22 कोरोना वायरस पॉजिटिव मिले हैं, प्रशासन ने इस पूरे इलाके को सील कर दिया है, बीते 31 मार्च को हिंदपीढ़ी में एक मलेशियन युवती के रूप में राज्य का पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया था।
साथ ही हम आपको बताते चले कि झारखंड में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, अभी कोरोना वायरस की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो कर संख्या 41 पहुंच चुकी है जब कि झारखंड में मरने वालों की संख्या 2 है, वही हम आपको बताते चले कि सबसे पहले झारखंड में कोरोना मरीज मलेशियाई महिला में पाया गया था, जो राजधानी रांची में धर्म प्रचार के लिए आई थी ।
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