शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

जय हो ट्रंप 'संपादकीय'

जय हो ट्रंप    'संपादकीय'
 वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण विश्व निराशा में डूब गया है। देश भी इस निराशा से काफी प्रभावित हुआ है। विकसित राष्ट्रों और सुपर शक्तियों के सम्मुख यह चुनौती अब मात्र एक चुनौती भर नहीं रह गई है। स्वार्थपरक पराकाष्ठा में परिकलन करने वाले प्रत्येक शासक और निर्वहन करता के माथे का कलंक बन गया है। संपूर्ण मानव जाति पर यमराज बनकर वायरस स्वेच्छा से लोगों की जिंदगी से खेल रहा है। बचाव पर समुचित दृष्टिकोण रखने वाले राष्ट्रों में इसका प्रभाव और वृद्धि अनुपात में स्थिरता स्थापित हुई है। महामारी को जैविक युद्ध से परिभाषित किया जा रहा है। अमेरिका अपनी संप्रभुता और वर्चस्व को सर्वज्ञ मानकर अपने दायित्व से भाग रहा है। लेकिन चीन विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था के लक्ष्य पर आगे बढ़ चुका है। जिसका पीछा करना अमेरिका के बस की बात नहीं है। अगर अपने देश की बात करें तो केंद्र और राज्यों की ज्यादातर सरकार असफल सिद्ध हुई है। यह 'छद्म युद्ध' भारत सरकार को सदा कुंठित करता रहेगा। असहाय, गरीब और विवश मानव को आगे करने वाला कोई भी, किसी भी युद्ध अथवा प्रतियोगिता को नहीं जीत सकता। 'भारत के प्रधानमंत्री' को अमेरिका कितनी तवज्जो देता है ? कितना सम्मान करता है ? यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। देश की असहाय जनता के प्रति सरकार का समर्पित रवैया भी किसी से छुपा नहीं है। भुखमरी और आत्महत्याओं का सिलसिला सरकार की नींव के खोखले पन का एहसास करा रहा है। वायरस से मरने वालों पर यह आरोप लागू हो सकता है कि उन्होंने दिशा-निर्देश का पालन नहीं किया है। लेकिन आवश्यकता से अभावग्रस्तो की जिम्मेदारी किसकी है? विपक्ष या पाकिस्तान का भी हाथ हो सकता था। लेकिन अब ऐसा कोई विकल्प भी शेष नहीं है। शक्तिशाली आभा अपनी इच्छाओं के पतन पर कमजोर पर ताकत दिखाता है। यही राजनीति का प्रमाणिक चरित्र है। कमजोर की जय बोलना ठीक नहीं है। इसलिए 'जय हो ट्रंप'। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की कमान डोनाल्ड ट्रंप के हाथ में इसी वजह से दी गई है। ताकि वह  स्वेच्छा अनुसार कई राष्ट्र अध्यक्षों और राष्ट्र निर्माताओं को अपनी इच्छा केेेे अनुसार उपयोग कर सकें। जो इच्छा अनुसार अनुसरण नहीं करता उसे उसके परिणाम भी भुगतने  होते हैं।


राधेश्याम  'निर्भयपुत्र'


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...