नई दिल्ली। करीब 100 क्रू मेंबर, जिसमें 30 वैज्ञानिक भी शामिल हैं, ने तय किया है कि वे तब तक अपने समुद्री रिसर्च जहाज पर ही रहेंगे, जब तक देश में 21 दिनों का लॉकडाउन खत्म नहीं हो जाता। वे चेन्नई स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशियन टेक्नोलॉजी एनोआइटी के चार जहाजों पर सवार हैं, जो कि करीब 3 हफ्ते पहले समुद्र के धरातल के अध्ययन के लिए निकले थे। इसके जरिए उनकी कोशिश सैंपल्स के अध्ययन के जरिए पूर्वी और पश्चिमी तटों के लिए सुनामी का वॉर्निंग सिस्टम लगाना था।
एनोआइटी के डायरेक्टर एमए आत्मानंद कहते हैं कि सागर निधि, सागर मंजूषा, सागर अन्वेषिका और सागर तारा पर मौजूद वैज्ञानिक अलग-अलग तरह का डेटा जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा, “वहां पर रहना, जमीन पर आने के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है। हमने अपने सभी चार जहाजों को 14 अप्रैल के करीब वापस आने के निर्देश दिए हैं।
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