भोपाल। कोरोना संकट के बीच शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान से चर्चा के बाद शिवराज सिंह चौहान 18 या 19 अप्रैल को अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि अभी मंत्रिमंडल का गठन छोटा हो सकता है। लॉकडाउन हटने के बाद मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान के सामने मंत्रिमंडल के गठन की सबसे बड़ी चुनौती ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के नेताओं को एडजस्ट करना है।
मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसी सिलावट और राजस्व मंत्री रहे गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन और मीना सिंह को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
इन्हें भी मिल सकता है मौकाःकांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि छोटे मंत्रिमंडल में दलित कोटे से तुलसी सिलावट तो आदिवासी कोटे से बिसाहूलाल, मीना सिंह और विजय शाह को मौका मिल सकता है।
उपचुनाव पर भी नजरःमध्यप्रदेश की 24 सीटों पर उपचुनाव होना है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि इन उपचुनावों को ध्यान में रखते हुए भी मंत्रिमंडल में नेताओं को जगह मिल सकती है। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा मंत्रिमंडल बनाए जाने की बात रखी है। वे अपने खेमे के छह पूर्व मंत्रियों तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी और प्रद्युम्न सिंह तोमर को एक साथ मंत्री बनवाना चाहते हैं, ताकि वे क्षेत्र में चुनाव के लिए जा सकें। हालांकि मंत्रिमंडल का स्वरूप छोटा होगा या बड़ा इस पर अंतिम फैसला पार्टी हाई कमान को लेना है।
विपक्ष उठा रहा है सवालःमध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल नहीं होने के कारण विपक्ष शिवराज सिंह चौहान पर सवाल उठा रहा है। कांग्रेस के सीनियर लीडर और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने राष्ट्रपति को लेटर लिखा था। उन्होंने मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल नहीं होने पर राष्ट्रपति से मांग की थी कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। वहीं, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ कह चुके हैं कि ऐसे संकट में मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं है।
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