कानपुर। पनकी थाना क्षेत्र के शिवालिक अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-14 में दो सगी बहनें मृत पाई गईं। शव दीवार के सहारे टिके थे और गले में दुपट्टे का फंदा था, जो खिड़की से बंधा था। शव आठ से 10 दिन पुराने बताए जा रहे हैं। दरवाजे का अंदर से बंद होना, मौके से मिले कुछ और साक्ष्य आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं लेकिन सुसाइड नोट न मिलने की वजह से पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।
कल्याणपुर सीओ अजय कुमार ने बताया कि दिल्ली में बीएसएफ दफ्तर में हेड क्लर्क विकास पांडेय का सी ब्लॉक स्थित अपार्टमेंट में फ्लैट है। मूल रूप से कौशांबी की रहने वाली दो बहनों रेखा शुक्ला (30) और आभा शुक्ला (25) ने विकास का फ्लैट 12 मार्च को किराये पर लिया था। रेखा प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी, जबकि आभा घर में ही रहती थी। विकास ने बुधवार को किराया लेने के लिए रेखा के नंबर पर कई बार फोन किया पर नंबर बंद जाता रहा।
इस पर उन्होंने मोहल्ले में ही रहने वाले सोनू नाम के लड़के को फ्लैट पर भेजा। सोनू जब पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने के बाद भी नहीं खुला। कुछ देर रुकने के बाद उसे अंदर से बदबू आने का अहसास हुआ। इस पर सोनू ने विकास को जानकारी दी। विकास ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची तो दोनों के शव दीवार से टिके मिले। पुलिस के मुताबिक दोनों बहनें अनाथ थीं। माता-पिता की उत्तराखंड त्रासदी में मौत हो गई थी और भाई की इसी साल जनवरी में मौत हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगी घटनाःएसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना खुदकुशी की लग रही है। चूंकि सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, इसलिए कुछ कहना ठीक नहीं होगा। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गुरुवार को रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल जाएगा। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
केवल एक टैबलेट मिला, मोबाइल का पता नहींः फ्लैट मालिक विकास ने बताया था कि उसकी फोन पर रेखा से बातचीत होती थी। पुलिस ने जब छानबीन की तो मौके से कोई मोबाइल बरामद नहीं हुआ। सीओ ने बताया कि टैबलेट मिला है। हो सकता है कि रेखा टैबलेट से ही बात करती हो। पुलिस नंबर की सीडीआर निकाल रही है।
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