सुमित सेन
खरोरा। गुड्डी गुड़िया की शादी भी फिकी अक्षय तृतीया को लेकर हमेशा हर्षोल्लास का माहौल बना रहता था , इस में प्रदेश में लगभग हजारों की संख्या में शादियां होती थी ,साथ ही बच्चों के द्वारा गुड्डे- गुड़ियों का भी शादी कराई जाती थी। इस पर्व का काफी महत्व अभी तक रहा है। इस दिन को व्यापार के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन-कोरोना वायरस के चलते सब कुछ फीका रहा। लॉक डाउन के चलते कुम्हारो द्वारा बनाए गए गुड्डे गुड़िया भी बिक नहीं पा रहे हैं। स्थिति है कि कुम्हारों की लागत भी नहीं निकल पा रही है । कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए गए लॉक डाउन ने लोगों की कमर तोड़ दी है । आर्थिक मंदी की स्थिति बन गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित इसमें छोटे फुटकर व्यापारी हो रहे हैं इसमें कुम्हार भी शामिल हैं । 26 अप्रैल को अक्षय तिथि का पर्व है । इस दिन शुभ मुहूर्त देखकर लोग शादी-ब्याह गृह प्रवेश शुभ कार्य करते हैं। इसी दिन लोग घरों में गुड्डे गुड़ियों का विवाह करते हैं।
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