नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम का पहली बार आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप-2020 खिताब जीतने का सपना ऑस्ट्रेलिया ने चूर-चूर कर दिया। मेजबान टीम ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत को 85 रनों से शिकस्त दी। आस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी मूनी और हीली की फिफ्टी की बदौलत मेजबान ने 4 विकेट पर 184 रनों का स्कोर खड़ा किया।
सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी और एलिसा हीली ने शुरुआत में मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए अर्धशतकीय पारियां खेली और ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ चार विकेट पर 184 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की। मूनी (नाबाद 78 रन) शीर्ष स्कोरर रहीं, लेकिन हीली ने 75 रन की पारी खेलकर सुर्खियों बटोरीं,जिनका कैच शेफाली वर्मा ने पारी की पांचवीं गेंद (दीप्ति शर्मा के ओवर) पर छोड़ दिया था। इन दोनों ने भारतीय गेंदबाजों पर मैदान के चारों ओर रन जुटाए। उन्होंने 39 गेंद की पारी के दौरान सात चौके और पांच छक्के जमाए। 185 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 18 रन पर उसके 3 अहम विकेट गिर गए। बेजोड़ फॉर्म में चल रही शेफाली वर्मा का खराब शॉट खेलकर पहले ही ओवर में चलती बनीं। उन्हें 2 रनों के निजी स्कोर पर मेगन स्कट ने एलिसा हिली के हाथों कैच आउट कराया। इस बीच हेल्मेट पर गेंद लगने की वजह से तानिया भाटिया को रिटायर्ट हर्ट होना पड़ा। इसके बाद जेमिमा रोड्रिग्स (0) बगैर खाता खोले चलती बनीं। भारत को तीसरा झटका स्मृति मंधाना के रूप में लगा। वह 11 रन बनाकर मोलिनिक्स का शिकार बनीं। 3 विकेट जल्दी गिर जाने के बाद उम्मीद थी कि टूर्नामेंट में फीका प्रदर्शन करने वाली कप्तान हरमनप्रीत कौर अपने बर्थडे पर कुछ खास करेंगी,लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बड़े लक्ष्य के दबाव में वह भी एक चौका लगाने के बाद हवाई शॉट खेल बैठीं। जॉनसेन की गेंद पर उन्हें ग्रांडर ने कैच किया। वह 7 गेंदों में 4 रन बना सकीं। इसके बाद भारतीय उम्मीदों ने ढलान लेना शुरू कर दिया। इसके बाद वेदा कृष्णमूर्ति और दीप्ति शर्मा ने मोर्चा संभाला और 9.4 ओवर में टीम के 50 रन पूरे हुए। लेकिन यह साझेदारी बहुत देर तक ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को विकेट से दूर नहीं रख सकी। किमिंस ने वेदा कृष्णमूर्ति को 19 रनों के निजी स्कोर पर जॉनसन के हाथों कैच आउट करा दिया। इस जोड़ी ने 28 रन जोड़े। दीप्ति शर्मा 17वें ओवर की पहली गेंद पर कैरी की गेंद पर आउट हुईं। उन्होंने 34 गेंदों में 33 रन की पारी खेली। इसके बाद शिखा पांडे (1), राधा यादव (1) का विकेट गिरने में दूरी नहीं हुई। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्कट ने सबसे अधिक 4, जबकि जॉनसन ने 3 विकेट झटके। ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने इस टूर्नामेंट का खिताब पहली बार 2010 में जीता था। इसके बाद उसने 2012, 2014, 2018 और फिर 2020 में खिताबी पंच जड़ दिया। उसके नाम सबसे अधिक खिताब जीतने का रिकॉर्ड है।
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