पटना। सीएजी ने विधानसभा में जब रिपोर्ट पेश की तो कई चौकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार 5 भू अर्जन पदाधिकारियों ने 299.65 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में जमा करना था, लेकिन इन अधिकारियों ने सरकार के पैसे को अपने बैंक खातों में जमा कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार खान विभाग के अधिकारियों ने सरकार को 1042 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। इसकी जांच विजिलेंस से कराने की अनुशंसा की गई है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 755 करोड़ की गड़बड़ी
सीएजी ने राजस्व राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में भी बड़ी गड़बड़ी का खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार 755.25 करोड़ की गड़बड़ी की चर्चा है। यह अतिरिक्त मुआवजा, राजस्व राशि को खजाने में जमा नहीं करने से लेकर सरकारी भूमि के हस्तांतरण में गड़बड़ी हुई है। इस विभाग के मंत्री रामनारायण मंडल खुद ही अपने अधिकारियों पर गड़बड़ी करने का पहले ही आरोप लगा चुके हैं। उनका आरोप इस रिपोर्ट से मिल भी रहा है।
बालू घाट और पत्थर खदानों में बंदोबस्ती में गड़बड़ी
रिपोर्ट के अनुसार बिहार के बालू घाट और पत्थर खदानों की निलामी में भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। रोहतास में अधिकारियों ने 196.27 करोड़ रुपए वसूल नहीं हो सके। गया में ही यही हाल रहा और यहां पर 488.23 करोड़ रुपए सरकार का डूब गया। जमुई, लखीसराय में 164.39 करोड़, गोपालगंज, सीवान में 166.89 करोड़ और सहरसा में 99.58 लाख रुपए बालू घाटों की निलामी में गड़बड़ी के कारण सरकार का डूब गया। इन विभागों के समेत कई विभागों की खामियों को रिपोर्ट ने उजागर किया है।
मनीष कुमार
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