रानीखेत। विकासखंड ताड़ीखेत में गत दिनों हुई बेमौसमी ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। बीडीसी सदस्य जैनोली त्रिभुवन फर्तयाल ने मुख्य कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी व उप जिलाधिकारी रानीखेत को इस आशय का ज्ञापन सौंपकर प्रभावित काश्तकारों को मुआवजा देने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि विगत डेढ़ माह से नियमित अंतराल में ताड़ीखेत विकासखंड में बे मौसम ओलावृष्टि हुई है। उससे कृषि भूमि पर खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। गेहूं, सरसों और मटर की फसलें बुरी तरल प्रभावित हुई हैं। आलू, खुमानी और पुलम के बौर झड़ गये हैं। टमाटर, आलू, धनिया, पालक आदि सब्जियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं खेतों में पानी रूकने से फलों में डिफानिया रोग के साथ ही मटर और आलू की फसल में फंगस की संभावना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने ताड़ीखेत विकासखंड के सीमांत काश्तकारों की कमर तोड़कर रख दी है। जिससे काश्तकार बेहद मायूस और हतोत्साहित हैं। उन्होंने प्रशासन इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए वास्तविक आर्थिक क्षति का आकलन कर सीमांत काश्तकारों को मुआवजा देने तथा शेष बची हुई फसलों के संरक्षण को लेकर आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
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