गजरौला। हाईवे की सिक्सलेन रोड की परिधि में आ रहीं दुकानें तोड़ने पहुंचे तहसीलदार और आईआरबी के महाप्रबंधक की ग्रामीणों से तीखी नोकझोंक हो गई। दुकानदारों ने प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। मौके पर ही जान देने की धमकी दी। काफी देर तक चली बहस बाजी के बाद टीम उन्हें दो दिनों का समय देकर लौट आई। सोमवार की शाम चार बजे के लगभग तहसीलदार सदानंद सरोज, आईआरबी के महाप्रबंधक हेमंत पारिख, लेखपाल तेजपाल सिंह जेसीबी मशीन और पुलिस फोर्स लेकर हाईवे पर भानपुर रेलवे फाटक के सामने बन रहे ओवरब्रिज की साइड में स्थित नासिर अली पुत्र जमील अहमद की दुकान पर जा पहुंचे। गाटा संख्या 137 में आ रही इस दुकान को खाली करने का नोटिस पूर्व में देने की बात तहसीलदार ने कही। इस पर वहां पहले से मौजूद किसानों और नासिर के साथ उसके परिजनों-महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। कहा कि उनकी भूमि आबादी में आ रही है, लेकिन उसे कृषि भूमि बताकर सस्ते में खरीदने की साजिशें रची जा रही हैं। तहसीलदार ने उनसे भूमि के कागजात दिखाने को कहा। इस पर विवाद और बढ़ गया। दुकानदारों ने वहीं सामूहिक आत्महत्या करने की धमकी दे दी। कहा कि बुलडोजर चला तो इसी के नीचे लेट जाएंगे। महिलाएं भी आगे आ गईं। उनके तेवर देख अधिकारी सकते में आ गए। घंटो तक जमकर बहसबाजी हुई। बाद में टीम वहां से लौट आई।
इस मौके पर चिराग चौधरी, नितिन चौधरी, सतेंद्र सिंह, नितिन, योगेंद्र सिंह, छोटी, जमील अहमद, फिरोजा, निजामुद्दीन, जमील अहमद आदि रहे। नेशनल हाईवे पर अधिकारियों की गाड़ियों, जेसीबी मशीन, एनएचएआई की पेट्रोल गाड़ी के साथ पुलिस बल को देख हाईवे से गुजरने वाले वाहनों के चालक ब्रेक लगाकर गुजरे। इससे हाईवे पर जाम के हालात बने रहे।
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