नई दिल्ली। कोरोना वायरस (COVID-19)को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को तोड़ना दिल्ली के लोगों पर भारी पड़ सकता है। रविवार को कोरोना के मामलों में अचानक आई वृद्धि से संकट गहरा गया है। बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में शामिल कुछ लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं।
क्वारंटाइन हैं 21,860 लोग
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञ अभी दिल्ली में समुदाय में संक्रमण फैलने से इन्कार कर रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि रविवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनका सैंपल दो-तीन दिन पहले भेजा गया होगा। दिल्ली में अभी भी 21,860 लोगों को क्वांरटाइन में रखा गया है। इसमें से विदेशों से आए 4401 यात्री अपने घरों में क्वारंटाइन हैं और 1142 लोग सरकारी क्वारंटाइन केंद्र में हैं। जबकि 16,317 लोग विदेशों से लौटे लोगों व पीडि़त मरीजों के संपर्क में आए हैं। इन्हें भी घर में ही क्वारंटाइन किया गया है।
कोरोना वायरस (COVID-19)को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को तोड़ना दिल्ली के लोगों पर भारी पड़ सकता है। रविवार को कोरोना के मामलों में अचानक आई वृद्धि से संकट गहरा गया है। बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में शामिल कुछ लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं।
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