शनिवार, 21 मार्च 2020

दीमक रोधी रसायन से मां-बेटी की मौत

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में दीमक से बचाव के लिए निजी स्तर पर किए गए पेस्ट कंट्रोल ने दो जिंदगियां छीन लीं। परिवार की लापरवाही से कीटनाशकों का दुष्प्रभाव जाने बिना उनके उपयोग से यह स्थिति बनी। पेस्ट कंट्रोल के लिए लगाई जाने वाली सामग्री को और प्रभावी बनाने के लिए परिवार ने उसमें सल्फास पाउडर भी मिला दिया था।


एक कमरे में पेस्ट कंट्रोल के बाद मां और ढाई वर्ष की बेटी सामने वाले कमरे में सो गए। कमरे में लगे एसी का कंप्रेशर बाहर गलियारे में लगा था। कीटनाशकों की जहरीली गैस कंप्रेशर से होते हुए एयर कंडीशनर (एसी) के माध्यम से कमरे में पहुंच गई। हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से बीमार तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं।


पुलिस के अनुसार इकबाल कॉलोनी निवासी शादाब शेख के घर के फर्नीचर में दीमक लग गई थी। उसे मारने के लिए घर की महिलाओं ने थर्माइट किलर नाम का पेस्ट कंट्रोलर और सल्फास मंगवाया। दोनों को मिलाकर फर्नीचर और घर की दीवारों में छिड़काव कर कमरा बंद कर दिया।


गुरुवार रात करीब 10 बजे 35 वर्षीय रेशमा और ढाई साल की बेटी आयशा पेस्ट कंट्रोल किए गए कमरे के सामने वाले कमरे में एसी चालू करके सो गई। रात में दोनों का कीटनाशकों की गैस से दम घुटने लगा तो तीसरी मंजिल पर सो रहा देवर इरफान उन्हें लेकर निजी अस्पताल पहुंचा। इसी बीच रेशमा का पति शादाब भी अस्पताल पहुंचा। वहां डॉक्टर ने मौसम का हवाला देकर खुली हवा में सोने को कहा और वापस भेज दिया। तीनों वापस आए और उसी कमरे में सो गए।


इरफान भी ऊपर अपने कमरे में पत्नी शाहिना के साथ एसी चालू करके सो गया। सुबह सात बजे रेशमा, शादाब, आयशा, भाई इरफान शेख और शाहिना की तबीयत बिगड़ी तो स्वजन सभी को निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। इस बीच रेशमा और बच्ची आयशा की मौत हो गई। शादाब, इरफान और शाहिना की हालत गंभीर है।


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