गुरुवार, 12 मार्च 2020

भोपाल में भव्य स्वागत की तैयारी

नई दिल्ली। कांग्रेस का ‘हाथ’ छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने वाले मध्य प्रदेश के ‘महाराज’ ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को भोपाल पहुंचेंगे। मध्य प्रदेश जाने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सिंधिया यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले। पार्टी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की ये पहली औपचारिक मुलाकात थी। गुरुवार सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि आज ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। मुझे पूरी उम्मीद है कि उनके बीजेपी में आने से मध्य प्रदेश में जनता की सेवा करने में पार्टी और भी मजबूत होगी। अमित शाह से पहले उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी औपचारिक मुलाकात की।



गौरतलब है कि बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में बीजेपी ज्वाइन की, इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे थे। पार्टी ज्वाइन करने के कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने का फैसला ले लिया। मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से गुरुवार को ही ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा गया था। ट्वीट कर पार्टी की ओर से कहा गया कि बीजेपी में महाराज का इतना अपमान किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर उनका स्वागत भी नहीं किया है।


हालांकि, अब अमित शाह, राजनाथ सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के बाद उनका औपचारिक स्वागत किया है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आज जब भोपाल पहुंचेंगे तो भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका स्वागत किया जाएगा. एयरपोर्ट से बीजेपी दफ्तर तक सिंधिया रोड शो में शामिल होंगे, इसके बाद पार्टी दफ्तर में राज्य के बड़े नेता उनका स्वागत करेंगे. भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क किनारे ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में पोस्टर चस्पा किए हैं।


प्रदेश में 10,000 कांग्रेसी ने दिया इस्तीफा
भोपाल। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया केकांग्रेस को छोड़ने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के करीब 10,000 पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिये हैं और कई पदाधिकारी त्यागपत्र दे सकते हैं। यह दावा मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने वाले पंकज चतुर्वेदी ने बुधवार को किया है। उन्होंने सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, मध्यप्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि सिंधिया के समर्थक अन्य नेताओं पर कांग्रेस छोड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं।


सिंधिया के कट्टर समर्थक समझे जाने वाले चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘सिंधिया जी के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके प्रति आस्था जताने वाले मध्यप्रदेश कांग्रेस के करीब 10,000 पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिये हैं। ये इस्तीफे राज्य स्तर से ब्लॉक स्तर तक के पदाधिकारियों के हैं और कल सुबह से लेकर आज शाम तक दिए गए हैं। इनमें कुछ कांग्रेस जिला अध्यक्ष भी शामिल हैं।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘जल्द ही कई अन्य कांग्रेसी पदाधिकारी भी अपने पदों से त्यागपत्र देंगे।’’


चतुर्वेदी ने कहा कि गुना, सागर, अशोक नगर, ग्वालियर, इंदौर, शिवपुरी एवं कुछ अन्य जिलों के कांग्रेस अध्यक्षों ने अपना इस्तीफा दिया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि सिंधिया के समर्थक पार्टी के नेताओं को इस्तीफा देने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इतने बड़ी तादात में पार्टी के पदाधिकारियों ने इस्तीफे नहीं दिये हैं।


सलूजा ने बताया, ‘‘जिस किसी ने भी इस्तीफा दिया है, उसने सिंधिया समर्थकों के दबाव में दिया है। वे पार्टी के नेताओं पर दबाव बना रहे हैं। यदि सिंधिया इतने प्रसिद्ध थे तो वह पिछले साल गुना लोकसभा सीट से चुनाव क्यों हार गये थे?’ उन्होंने कहा कि सिंधिया को भाजपा में कुछ दिन बिताने के बाद ही जल्द अपनी नेतृत्व के बारे में असलियत का पता चल जाएगा।


भाजपा में शामिल होने की संभावना
माना जा रहा है की जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में 10,000 से अधिक कांग्रेस नेताओं ने त्यागपत्र दिया है तो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल रोड शो के दौरान भाजपा में शामिल हो सकते है। वहीँ प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी भी संभल सकते है. पर देखना यह है की अब क्या नया भूचाल आता है। मध्य प्रदेश की सियासत पर… “कमल” की सरकार टिकेगी या फिर सिंधिया समर्थन से “कमल” बनाएगी सरकार……….


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

बार-बार विदेश जाने वाले 'पीएम' कुवैत रवाना हुए

बार-बार विदेश जाने वाले 'पीएम' कुवैत रवाना हुए  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष ...