नई दिल्ली। भारत के ऐसे सेकुलर गांव के बारे में बताने जा रहे हैं। जहाँ एक भी मुसलमान नहीं रहता है, फिर भी गांव के लोगों ने पिछले 200 सालो से गांव में मौजूद एक मस्जिद को सहेज के रखा हुआ है। गांव के लोग मस्जिद की साफ़ सफाई और रंग रोशन का भी ध्यान रखते हैं। ये गांव बिहार के नालंदा जिले में मौजूद है।
नालंदा जिले के बेन प्रखंड का माड़ी गांव अपने आप में एक अलग मिसाल पेश कर रहा है। यहाँ मौजूद इस मस्जिद का निर्माण मरहूम बदरे आलम साहब ने करवाया था। साल 1941-42 में सांप्रदायिक झगड़े के बाद इस गांव के मुसलमान यहाँ से चले गए थे। जिसके बाद से गांव के हिन्दुओ ने मस्जिद की देख रेख शुरू कर दी। मस्जिद के बाहर एक मज़ार भी मौजूद है जिस पर गांव के लोग चादरपोशी करते हैं। ये मजार गांव के हिन्दुओ की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
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