17 से 29 फरवरी तक चलेगा सघन टी0बी0 रोग खोजी अभियान
प्रयागराज। पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 17 से 29 फरवरी तक चलेगा सघन टी0बी0 रोग खोजी अभियान चलाया जायेगा।
केंद्र सरकार 2025 तक भारत को टी.बी मुक्त करने के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही हैं इसी कड़ी में प्रति तीन माह में सघन टी.बी रोगी खोज आभियान (ए.सी.एफ) चलाया जाता हैं जिसके तहत स्वास्थ्य वभाग की टीम घर घर जाकर संदिग्ध टी.बी रोगियों को खोजती हैं मौके पर ऐसे मरीजों के बलगम की जाँच के नमूने लिए जाते हैं। जाँच में रोग की पुष्टि के बाद इलाज शुरू किया जाता हैं। मरीजो को सम्बंधित सामुदायिक और प्राथमिक केंद्र के माध्यम से घर पर ही टी.बी की दवा उपलब्ध करायी जाती हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ए. के तिवारी ने बताया कि 2018-19 में 15890 टी.बी के मरीजो को चिन्हित किया जा चुका हैं । जिसमे से 9268 मरीज सरकारी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं और 6622 ऐसे मरीज हैं जो कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं जिनकी जानकारी निश्चय पोर्टल पर भी अपडेट हैं। उन्होंने बताया जिसमे से 6,910 मरीजों को 500 दर से पोषण राशि का भुगतान किया गया हैं । डॉ तिवारी ने बताया की कुल आबादी का 10% प्रतिशत यानि 6,64,450 की आबादी को लक्ष्य रखा गया हैं जिसे पूरा करने के लिए कुल 183 टीमों का गठन किया गया जो जिले में कार्यक्रम के अंतर्गत कार्य करेंगी जिसमे समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के एम.ओ.आई.सी जोनल सुपरवाइजर होगें जो प्रत्येक दिन की रिपोर्ट उपलब्ध करायेगें। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विकास खण्ड केन्द्रों पर एक.एक टी0बी0 जांच यूनिट हैं ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों की जाँच वहीं पर किया जा सकेगा।
टीबी रोग क्या है और कैसे फैलता है।
क्षय रोग माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण होता हैं। यह रोग मुख्यतः फेफड़ों में होता है लेकिन यह रोग शरीर के अन्य अंगों जैसे दिमाग, हड्डियों, ग्रंथियों, आत आदि में भी हो सकता हैं। टीबी के रोगी द्वारा खासने या छींकने पर रोग फैलता हैं रोगी द्वारा इधर-उधर खुली जगह पर बलगम थूकने तथा रोगी के इस्तेमाल की हुई रूमाल आदि के प्रयोग करने से यह रोग फैलता हैं।
बृजेश केसरवानी
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