गंजापन एक अभिशाप है ? जो भी वक्त गंजा होता है या कम उम्र में गंजा होता है तो समाज में सोसाइटी में या कहीं सफर कर रहा हो प्रत्येक दशा में अपने आप में हीन भावना महसूस करता है। आज मैं गंजेपन से निजात कैसे पाया जा सकता है इस विषय में कुछ शोध किए हुए तथ्यों के आधार पर औषधियों के विषय में जानकारी दे रहा हूं।
अंग्रेजी दवाओं के सहारे तो कभी भी गंजापन का इलाज नहीं हो सकता। परंतु आयुर्वेद जड़ी बूटियों की शक्ति से इस गंजेपन का उपचार तलाश कर लिया गया है जो इस प्रकार है...
केले के छिलके उतारकर गूदे को नींबू के रस में अच्छी तरह घोटकर मिक्स कर लें फिर उस लेप को गंजे सिर पर रात को लगाकर सुबह रीड़ों के पानी से सिर धो दें इससे एक मास में बाल उग सकते हैं। दूसरा उपाय है कि आप हर रोज नीम के पत्तों को उबाल करके पानी से सिर धोएं इसके पश्चात नीम के तेल की मालिश करें आशा है कि तीन चार मास के पश्चात बाल उग आएंगे।
समय से पूर्व जिन लोगों के बाल उड़ जाते हैं उन्हें अरहर की दाल को भिगोकर फिर उसे बारी करके लेप तैयार कर के सिर पर मलने से कुछ समय के पश्चात बाल उगने की आशा की जा सकती है। एक और तरीका है कि उड़द की दाल को उबालकर उसे पीस लें फिर उसका लेप गंजे सिर पर लगाने से बाल उग आते हैं, परंतु इस नुस्खे में थोड़ा समय लग सकता है।
बालों के बारे में तो यही कहा जा सकता है कि यह मानव के रूप का सबसे बड़ा प्राकृतिक श्रृंगार है। विशेष रूप से नारी को तो बालों के बिना कोई पूछता तक नहीं पूर्ण विराम परंतु यह सब उसी समय तक है जब बाल घने हो और समुचित मात्रा में हो तब तक ही सुंदर लगते हैं किंतु जैसे ही सर से बाल गायब होते हैं वैसे ही लोगों की भावना भी बदल जाती है। ऐसे अवसर पर बेचारे डॉक्टरों के पास चक्कर काटते हैं दवाइयां खाते हैं लेकिन कोई लाभ नहीं होता और मन ही मन निराश होकर घूमते रहते हैं।
किंतु आज जो नुस्खा मैं लेकर आया हूं उसके विषय में बस इतना ही कह सकता हूं कि बृहद आयुर्वेद रत्न इस बात की पुष्टि करता है कि इस नुस्खे को हजारों बार आजमाया जा चुका है अर्थात पूर्व परीक्षित नुस्खा है और इस नुस्खे को अपनाने या प्रयोग में लाने से गंजापन पूर्ण रूप से दूर हो सकता है।
खास नुस्खा कुछ इस प्रकार है
नीम हकीम ओं और पाखंडी ओं के चक्कर काटकर जो लोग थक चुके हो और यह समझ कर बैठे हो तो उनका गंजापन दूर नहीं हो सकता यह नुस्खा खास उन्हीं के लिए है। आपको करना यह है कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें नंगे पैर दूब पर कुछ देर घूमे और दूब पर लगी हुई शीत को प्रभावित स्थान यानी गंजेपन वाले स्थान पर लगाएं ऐसा प्रतिदिन करते रहें। ज्यादा तली भुनी चीजें खाना बंद कर दें और अत्यधिक रासायनिक पदार्थों वाले तेल इत्यादि को लगाना भी बंद कर दें। पेट में कब्ज ना रहे इसके लिए रात को सोते समय डेढ़ चम्मच या 7 ग्राम त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ खाएं। सुबह खाली पेट एक प्याज का रस निकाल कर उसमें 10 बूंद अदरक का रस मिलाकर नित्य प्रतिदिन पिए। जब तक उपचार चले तब तक आप मांस मदिरा का सेवन कदापि न करें। अब आपको करना क्या है की देसी प्याज यानी जो इंपोर्ट एक्सपोर्ट ना हुई हो अर्थात अपने गांव देहात खेत में पैदा की गई हो वह प्याज कुचलकर उसका सारा रस निकाल ले और दिन भर में कम से कम 3 बार 10:10 मिनट तक अपने हिसाब से समुचित मात्रा में प्रभावित स्थान पर मालिश करते रहें किंतु यह ध्यान रखें कि उस स्थान पर जहां आप यह प्याज का रस मल रहे हो वहां पर कास्टिक यानी साबुन शैंपू कोई ऐसी चीज या अन्य कोई जो है रासायनिक तेल तब तक प्रयोग ना करें ना लगाएं जब तक उपचार चल रहा हो। प्याज के रस की मालिश की प्रक्रिया आप निरंतर 30 दिन तक करते रहें फिर आप देखिए चमत्कार कि जहां एकदम स्थान सर्फर्स था वहां बाल उगते हुए दिखाई देने लगेंगे l किंतु इसके पूर्ण रूप से सक्षम उपचार के लिए अवंतिका चोर और गंज नाशक तेल का इस्तेमाल नितांत आवश्यक है, क्योंकि इसके अभाव में यह सारे नुस्खे और की चिकित्सा अधूरी मानी जाती है अतः यदि गंज नाशक तेल और अवंतिका चूर्ण प्राप्त करना आपको कठिन महसूस हो रहा हो तो आप समस्त दवाएं हमसे डाक द्वारा मंगवा सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए नंबर पर संपर्क भी कर सकते हैं- मोबाइल नंबर/ व्हाट्सएप--9315468559
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