अकांशु उपाध्याय
गाजियाबाद। करॉना वायरस के खौफ के चलते सोमवार को उस समय स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया, जब पता चला कि 1 महीने के अंदर करीब 150 लोग चीन से जिले में आ चुके हैं। इन लोगों के बारे में विभाग को अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। ऐसे में अब शासन से इनकी जानकारी मांगी गई है। सीएमओ एनके सिंह ने बताया कि शासन से लिस्ट मिलने के बाद रैपिड रिस्पॉन्स टीम ऐसे लोगों की जांच करेगी। इसके लिए कुल 12 टीमें बनाई गई हैं।
करॉना वायरस के संक्रमण को लेकर जिले में लगातार दहशत बढ़ती जा रही है। सीएमओ ने बताया कि शासन के अधिकारियों के साथ हुई विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया गया है कि 29 दिसंबर 2019 से 20 जनवरी 2020 तक देश भर से 1304 लोगों ने चीन की यात्रा की है। इनमें से लगभग 150 लोग गाजियाबाद के रहने वाले हैं। ये लोग 1 महीने के दौरान चीन गए और वापस लौटे। शासन स्तर से ऐसे लोगों की सूची बनाई जा रही है। सीएमओ ने बताया कि सूची मिलने के बाद सभी लोगों की तलाश करके उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
तलाशने की चुनौती
करॉना को लेकर जिले में दहशत कायम है। 150 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री सामने आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अगर चीन से वापस लौटा एक भी व्यक्ति करॉना वायरस से संक्रमित रहा होगा, तो उसने बहुत से लोगों को संक्रमित कर दिया होगा। ऐसे में जिले में भी यह संक्रमण फैल सकता है। विभागीय सूत्र यहां तक कह रहे हैं कि शासन स्तर से जो सूची बनाई जा रही है, वह पासपोर्ट और वीजा के आधार पर बनाई जा रही है। हो सकता है कि जिन लोगों ने चीन यात्रा की हो वे अब अपने पासपोर्ट वाले पते पर न रहकर कहीं और रह रहे हों। ऐसे में उनकी तलाश करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
रैपिड रिस्पॉन्स टीमें तैयार
तमाम आशंकाओं के बीच स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियां करने में जुटा है। जिला मलेरिया-फाइलेरिया अधिकारी जीके मिश्रा ने बताया कि 150 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री को देखते हुए विभाग ने रैपिड रिस्पॉन्स टीमों की संख्या बढ़ाकर 12 कर दी गई है। पहले विभाग के पास केवल एक ही टीम थी। करॉना संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है। जल्द से जल्द, ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा सके, इसलिए टीमों की संख्या बढ़ाई गई है। सभी टीमों को विशेष ड्रेस और जरूरी संसाधन मुहैया करवाए गए हैं।
मांसाहार से करें परहेज
कम्बाइंड अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ. आरसी गुप्ता ने कहा कि करॉना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि मांसाहार से परहेज करें। फिलहाल आईसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक और ठंडी वस्तुओं का भी प्रयोग न करें। जितना संभव हो सके, घर में बना शाकाहारी खाना ही खाएं। फास्ट फूड और जंक फूड से भी परहेज करें।
आयुर्वेद की सहायता लें
आयुर्वेद व यूनानी चिकित्सा विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अशोक राना ने कहा कि करॉना से बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है। ऐसे में जरूरी है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को इंप्रूव किया जाए। इसके लिए तुलसी, गिलोय, आंवला, नीम सत आदि का सेवन किया जा सकता है। गोमूत्र अर्क भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ कई बीमारियों को दूर करता है। खाने में गुड़ को शामिल करें।
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