मंसूर अली पार्क में महिलाओं ने एनपीआर एनआरसी और सीएए के खिलाफ मौन रह कर दिया धरना
दिन भर न तो लाउडस्पीकर बजे न ही किसी ने भाषण दिया
धरने के ४४वें दिन शान्तिपूर्वक मौन रह कर महिलाओं ने दिया धरना
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। एनआरसी एनपीआर और सीएए के खिलाफ मंसूर अली पार्क में धरने के ४४ वें दिन खामोशी छाई रही। दिन भर कोई भाषण बाज़ी नहीं हुई।महिलाएँ युवक व युवतियाँ लखनऊ के घन्टा घर प्रोटेस्ट मे शामिल रही एक छात्रा की आकस्मिक मौत पर ग़मज़दा रहे।धरने मे शामिल नलोगों को उक्त छात्रा की मौत का कारण धरने के दौरान भीगने से बुखार आना बताते हुए इस बात पर दुख जताया और सब की सहमती से यह फैसला लिया गया की आज किसी प्रकार का नारा या भाषण नहीं होगा सभी लोग खामोश रहकर अपना विरोध का सिलसिला जारी रखेंगे।छात्रा को खेराजे अक़िदत पेश करने के साथ उसके हक़ में दूआ ए मग़फिरत भी की गई ।धरने के ४४ वें दिन भी धरनालत महिलाओं के जज़बे में कहीं से कोई कमी नहीं आई ।सै०मो०अस्करी ने बताया की आज भी कई क्षेत्रों से महिलाओं के जुलूस निकले जुलूस में शामिल महिलाएँ,युवक व युवतियाँ हाँथों में तिरंगा और एनआरसी,एनपीआर और सीएए के खिलाफ लिखे स्लोगन वाले प्लेकार्ड लहराते मंसूर अली पार्क में दाखिल हुईं।कांग्रेसी नेता इरशाद उल्ला,अरशद अली,सपा नेता सै०मो०अस्करी,तारिक़ खान,मुशीर अहमद,मो०शारिक़,एआईएमआईएम नेता अफसर महमूद,इफ्तेखार अहमद मंदर,सै०मो०शहाब,शोएब अन्सारी,रमीज़ अहसन,फज़ल खान,अकमल अमीन अन्सारी,अब्दुल्ला तेहामी,उमर खालिद,फराज़ आदि लोगो को मंसूर अली पार्क में आने वाले जुलूस को नियंत्रित करते हुए उनहे मौन धरने की बाबत बताते हुए खामोशी से धरने मे शामिल होने की हिदायत देते हुए मंसूर पार्क में प्रवेश कराने मे लगे रहे।
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