सुंदरनगर। तीन सप्ताह पहले सुंदरनगर के ललित चौक पर बाइक हादसे में घायल हुए बच्चे ने पीजीआई में आंख तो खोल दी थी, लेकिन अपनी याददाशत खो चुका था। अब डॉक्टरों ने उसे घर भेज दिया है। डाक्टरों द्वारा हाथ खड़े करने के बाद अब सुंदरनगर के पुंग में रह रहे प्रवासी परिवार गमगीन हो गया है। हादसे में घायल सन्नी के पिता कश्मीर सिंह ने बताया कि हादसे के बाद उनके बेटे का पीजीआई में इलाज चल रहा था। उन्होंने कहा कि कोमा में रहने के बाद जब उसने आंखें खोली तो वह किसी को भी नहीं पहचान रहा है। पीजीआई के डॉक्टरों ने भी बच्चे को वापस घर तो भेज दिया। मगर वह जी पाएगा कि नहीं वह भी कोई आश्वासन नहीं दिया है।
परिवार बच्चे के हादसे के बाद आर्थिक तौर पर भी टूट गया। हालांकि प्रशासन और लोगों ने मदद तो कि मगर डॉक्टरों के हाथ खड़े करने के बाद परिवार भी बेवस हो गया है। वहीं सब से बड़ी बात है कि आरोपी बाइकर पूरी आजादी के साथ घूम रहा है। जबकि पुलिस अभी तक कोर्ट में चालान तक पेश नहीं कर पाई है। इस बारे में जब एसडीएम सुंदरनगर राहूल चौहान से दूरभाष में माध्यम से बात हुई तो उन्होंने कहा कि परिवार उनके पास आया था। प्रशासन से जो भी मदद होगी वह की जा रही है। इस बारे में एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा से जब दूरभाष के माध्यम से बात हुई तो उन्होंने बताया कि कोर्ट में जल्द ही चालान पेश कर आरोपी पर मुकदमा चलाया जा रहा है। उन्होनें कहा पीड़ित परिवार को नियमानुसार राहत दिलवाई जाएगी।
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