अरविंद दुबे
काठमांडू। नेपाल में हादसे का शिकार हुए केरल के दो परिवारों की पहचान उजागर हो गई है। होटल के कमरे में केरोसीन हीटर के कारण दम घुटने से जिन 8 लोगों की मौत हुई थी, वो बचपन के दो दोस्तों के परिवार थे। मृतकों में दोनों की पत्नियां और चार मासूम बच्चे शामिल हैं। हादसे की खबर तो मंगलवार को आ गई थी, लेकिन दोनों परिवारों की तस्वीर जिसने देखी, खुद को भावुक होने से रोक नहीं सका। ये परिवार थे, प्रवीण के. नायर और रणजीत कुमार के। दोनों ऑटोमोबाइल इंजीनियर थे और बचपन से दोस्त हैं। दोनों परिवार साथ में नेपाल घुमने गए थे और काठमांडु से 50 किमी दूर एक रिसॉर्ट में ठहरे थे। यहीं एक कमरे में आठों के शव मिले थे। परिवार का एक मासूम जिंदा बच गया तो दूसरे कमरे में सोया था।
मृतकों के नाम: प्रवीण के. नायर (39), पत्नी सरन्या (34), तीन बच्चे श्रीभद्र (9), अर्चा (8) और अभिनव (7), रणजीत कुमार (39), पत्नी इंदू लक्ष्मी (34) और बेटा वैभव (2)।
प्रवीण तिरुवनंतपुरम से तो रणजीत कोझिकोड के रहने वाले थे। उनके साथ रणजीत का बड़ा बेटा माधव (7) भी था, लेकिन वो एवरेस्ट पेनोरामा रिसॉर्ट के दूसरे कमरे में सोया था। प्रवीण दुबई में काम कर रहे थे, जबकि उनकी पत्नी सरन्या एम. फार्मा कर रही थीं। अभी परिवार कोच्चि में रह रहा था।
जैसे ही खबर आई, काट दी केबल की लाइन
तिरुवनंतपुरम में प्रवीण के माता-पिता रहते हैं। उनके रिश्तेदारों ने बताया कि जैसे ही यह खबर वहां पहुंची, उन्होंने टीवी की केबल लाइन काट दी, क्योंकि उनके पिता को कुछ दिन पहले ही हार्ट अटैक आया है। प्रवीण के परिवार के लिए एक और झटका यह रहा कि शुरू में खबर आई थी कि उनका एक बेटा जिंदा बच गया है, लेकिन बाद में पता चला कि वह रणजीत का बेटा है।
प्रवीण ने वादा किया था, 29 को लौट आऊंगा
प्रवीण के रिश्तेदार ए. दिनेश ने बताया कि वह 29 जनवरी को केरल लौटने वाला था और उसने वादा किया था कि वह उस दिन स्थानीय मंदिर में होने वाले उत्सव में हिस्सा लेगा। वहीं रणजीत ने कोझिकोड में हाल ही में अपनी आईटी कंपनी खेली थी।
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