सुखना लेक में मिला शव, परिजन भड़के- छह फुट का युवक कैसे डूब सकता, हादसा नहीं हत्या है।
अमित शर्मा
चंडीगढ़। गत 3 अगस्त 2019 को सुखना लेक पर पांच दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने गए राम दरबार निवासी अज्जू की पैर फिसल कर गिरने से हुई मौत के मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि अज्जू की मौत पैर फिसलने से नहीं बल्कि उसकी हत्या की साजिश रची गई है। इस लेकर मृतक के परिजनों ने रविवार को रामदरबार से हल्लोमाजरा चौक तक रोष प्रदर्शन कर केस दर्ज करने की मांग की है। मामले को बढ़ता देखकर सेक्टर-31 थाना प्रभारी राजदीप सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह से मामला शांत करवाया। इस दौरान मृतक अजय कुमार उर्फ अज्जू के भाई अरुण कुमार ने आरोप लगाया कि उनके भाई की लंबाई करीब 6 फुट थी, लेकिन सुखना लेक पर लगे पुराने पीपल के पेड़ के पास जहां अजय की लाश मिली, वहां पर गहराई महज तीन से चार फुट है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर अजय की इतनी कम गहराई वाले पानी में डूबने से कैसे मौत हो सकती है। आरोप है कि दोस्त अजय के गिरने पर उसे बचाने की बजाय पुलिस को घटना के बारे में बताने क्यों पहुंच गए।परिवार उच्चाधिकारियों तक लगा चुका है गुहार
परिवार का कहना है कि उच्चाधिकारियों को शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी अर्जी को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसके विरोध में रविवार को परिजनों ने रामदरबार में स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर रोष प्रदर्शन निकालते हुए आईजीपी से मामले में दखल देकर जांच कराने की मांग की है। बयान अलग-अलग मृतक के भाई ने बताया कि अजय अपने 5 दोस्तों के साथ सुखना लेक पर जन्मदिन मनाने के लिए गया था। उसके दोस्तों ने भी पुलिस को यही बयान दिया है। पार्टी के दौरान सीढ़ियों के पास मोबाइल फोन पर बात कर रहे अजय का पैर फिसला और वह लेक में गिर गया। इस वजह से उसकी मौत हो गई, लेकिन जब उसके साथ आए दोस्तों में दो लड़कियों और लड़कों के एक-एक कर बयान दर्ज कराए जाने लगे तो सामने आया कि किसी को यह तक नहीं पता कि जन्मदिन किसका है। अलग-अलग बयानों से परिजनों को आशंका है कि अज्जू की मौत हादसे में नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या है।
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