लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 23वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया और कहा कि अनेकता में एकता ही इस देश की विशेषता है। उन्होंने कहा कि देश में सभी सम्प्रदाय, भाषा,खानपान, रहन सहन अलग-अलग हैं लेकिन एक भारत समृद्ध भारत के सवाल पर पूरा देश एक हो जाता है।
उन्होंनें पिछले साल प्रयागराज में हुये कुंभ का जिक्र किया और कहा कि आयोजन के पहले लोग पूछा करते थे कि कुंभ में कितने लोग आयेंगे जो उनका जवाब हुआ करता था कि उत्तर प्रदेश की आबादी से भी ज्यादा। सभी लोगों के प्रयास से यह सफल भी हुआ। पिछले साल हुये कुंभ में 24 करोड़ 56 लाख लोग आये थे जबकि राज्य की आबादी लगभग 23 करोड़ ही है। उन्होंने 23वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव को मिनी कुंभ की संज्ञा दी और कहा कि ये देश के 65 करोड़ लोगों को प्रेरणा देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद की जयंती है जो हमेशा से देश के युवाओं के प्रेरणा श्रोत रहे हैं। आज युवाओं को उनके दिखाये रास्ते पर चलने की जरूरत है। स्वामी विवेकानंद ने अपने कर्म ओर वचन से युवाओं को नई राह दिखाई थी।
उद्घाटन के पूर्व सांस्कृतिक मार्च पास्ट के साथ ही पांच दिवसीय राष्ट्रीय युवा उत्सव का आगाज हो गया। विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागियों के सांस्कृतिक मार्च पास्ट को उच्च न्यायालय के सामने सर्विस रोड से लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया झंडी दिखा कर रवाना किया। मुख्य समारोह का उद्घाटन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान परिसर स्थित जर्मन हैंगर पर बने भव्य विवेकानंद पंडाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
इस आयोजन में केंद्रीय खेल व युवा मंत्री किरेन रिजिजू, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा राज्य के के खेल व युवा मामलों के मंत्री उपेंद्र तिवारी सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ की थीम पर हो रहे युवा महोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विवेकानंद की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी का देश के युवाओं के नाम संदेश भी पढ़कर सुनाया गया।
आयोजन के दौरान लोक नृत्य, लोकगीत, एकांकी, शास्त्रीय वादन गायन व नृत्य से जुड़ी 18 सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के साथ कई खेल कूद प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जा रहा है। युवा उत्सव में विवेकानंद पंडाल के मुख्य मंच पर हर दिन प्रतिष्ठित कलाकारों की विशेष प्रस्तुति देखने को मिलेगी। इसमें 12 जनवरी को अभ्युदय, 13 जनवरी को आजादी 70, 14 जनवरी को मुंबई के मनोज जोशी द्वारा चाणक्य नाटक का मंचन, 15 जनवरी को असम की प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना पटवारी द्वारा लोकगीत के फ्यूजन कार्यक्रम की प्रस्तुत होगी। लोक गायिका कल्पना पटवारी 30 भाषाओं में लोक गायिकी की कला का प्रदर्शन करती हैं।
इसके साथ ही पांच दिनों तक 1090 चौराहा, रूमी गेट व जीपीओ में भी प्रत्येक दिन विशेष मंच स्थल पर सांस्कृतिक टीमें शाम को प्रस्तुति देंगी। महोत्सव में आने वाले लोगों को पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु,असम, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड समेत अन्य राज्यों के आये प्रतिभागी अपना हुनर दिखायेगें। लोगों को इन राज्यों के लोकगीत और नृत्य देखने को मिलेंगे। अलग अलग राज्यों से आये प्रितभागियों को भाष की समस्या नहीं हो इसलिये फूछ पंडालों में हिंदी, अंग्रजी और अन्य भाषाओं में सूची लगाई जायेगी।
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