रविवार, 29 दिसंबर 2019

मुलायम की तबीयत बिगड़ी,हॉस्पिटल में भर्ती

मुंबई। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है। मुलायम सिंह को मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुलायम सिंह यादव पेट संबंधी दिक्कतों की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए हैं। देश के पूर्व रक्षा मंत्री रह चुके 80 वर्षीय मुलायम सिंह को 3 दिन पहले ही डॉक्टरों ने अस्पताल में एडमिट होने की सलाह दी है। मुलायम सिंह के एक सहयोगी नेता ने कहा कि वे पेट संबंधी कुछ दिक्कतों से जूझ रहे थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. मुलायम सिंह को डॉक्टरों की सलाह के बाद ही भर्ती कराया गया है। 
80 वर्षीय नेता, जो पूर्व रक्षा मंत्री भी रहे हैं, डॉक्टरों की सलाह पर तीन दिन पहले अस्पताल आए। नेता के एक करीबी सहयोगी ने कहा, ''उन्हें पेट में कुछ शिकायत को लेकर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।” वो तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री भी रहे हैं।


प्रियंका को साथ बैठाना विधायक को महंगा पड़ा

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को लखनऊ पहुंची थीं। वह स्कूटी पर बैठकर पूर्व आईपीएस एस आर दारापुरी के परिजन से मिलने पहुंचीं।


इस दौरान राजस्थान के कांग्रेस विधायक धीरज गुर्जर स्कूटी चला रहे थे। हेल्मेट न पहनने के कारण अब धीरज गुर्जर का 6,300 रुपये का चालान काटा गया है। धीरज गुर्जर राजस्थान की जहाजपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इसके अलावा वह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी हैं। धीरज गुर्जर को प्रियंका गांधी का काफी विश्वस्त करीबी भी माना जाता है। प्रियंका गांधी की इस स्कूटी यात्रा के बाद हाईवोल्टेज राजनीतिक ड्रामा हुआ। बता दें कि एस आर दारापुरी को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।


प्रियंका से ज्यादती,भाजपा ने बताया नौटंकी

नई दिल्ली। प्रियंका गांधी शनिवार को लखनऊ में रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं, जिन्हें फेसबुक पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पोस्ट लिखने पर गिरफ्तार किया गया है। प्रियंका का आरोप है कि जब वो दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोका। जिसके बाद वो पैदल चलने लगीं तो एक महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का देकर गिराया और गला दबाया। प्रियंका गांधी के आरोपों के बाद कांग्रेस ने योगी सरकार पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि प्रियंका के साथ बदसलूकी हुई है, ये शर्मनाक है और इस घटना की जांच होनी चाहिए। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, 'नौटंकी'
कांग्रेस भले ही हमलावर है, मगर योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रियंका के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और प्रियंका के आरोपों को नौटंकी कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका झूठ बोल रही हैं। प्रियंका गांधी के बयान पर टिप्पणी करते हुए बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट किया है कि प्रियंका गांधी झूठ बोल रही हैं, उनका पूरा परिवार झूठ पर ही पनपता है, थूको और भागो की नीति से अस्थायी शोहरत तो मिल सकती है, मगर वोट नहीं।प्रियंका की नौटंकी की निंदा होनी चाहिए।
श्रीकांत शर्मा ने लगाए कांग्रेस पर गंभीर आरोप
योगी सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है। श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट किया है, "शांत प्रदेश कांग्रेस को पच नहीं रहा है। शुक्रवार शान्ति से गुजरा तो अगले ही दिन पुलिस को घेरने और उपद्रवियों का हौसला बढ़ाने के लिए कांग्रेस नेता यूपी में सक्रिय हो गए। प्रदेश को फिर से जलाने का षड्यंत्र सफल नहीं होगा। श्रीकांत शर्मा ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि कानून तोड़ना, दंगाइयों से मिलना और फिर झूठ की राजनीति करना यही कांग्रेस का चरित्र है। बहकावे में न आएं, प्रदेश में शांति कायम रखने में सरकार का सहयोग करें। घटना का वीडियो भी आया सामने
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें एक महिला पुलिस अधिकारी प्रियंका गांधी को रोकते हुए दिखाई देती है। लेकिन प्रियंका उन्हें हटाकर आगे बढ़ जाती हैं।लेकिन प्रिंयका ने इस पूरे घटनाक्रम का जो ब्यौरा पेश किया है। वैसा कम से कम इस वीडियो में दिखाई नहीं देता है। लेकिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी साफ-साफ दावा कर रही हैं कि लखनऊ में महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें गले से पकड़ा और हाथापाई की। जो वीडियो सामने आया है उसमें एक पुलिस अधिकारी उन्हें रोकने की कोशिश तो करती है। इस दौरान प्रियंका गांधी अपने गले में पड़ी शॉल को खींचकर आगे बढ़ जाती हैं। जिसे पहले प्रियंका गांधी और फिर कांग्रेस पार्टी। प्रियंका गांधी के साथ धक्का-मुक्की, खींचतान, हाथापाई और गला दबाने की कोशिश करार दे रही है।


दाऊद का जन्मदिन मनाने वाला गिरफ्तार

मुंबई। मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच ने डोंगरी से एक शख्स को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का जन्मदिन मनाने के आरोप में गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान शख्स ने बताया कि वह फेसबुक पर अपने फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए ऐसा कर रहा था। इसके साथ ही उसने यह भी कहा कि वह अपने परिचित दाऊद का जन्मदिन मना रहा था, न कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के जन्मदिन का जश्न मना रहा था।
 डोंगरी से एक व्यक्ति को कथित रूप से एक पत्रकार को धमकाने के लिए गिरफ्तार किया गया है। पत्रकार ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम का जन्मदिन मनाते हुए उस व्यक्ति का विडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। वर्ष 1993 के मुंबई बम धमाकों का मुख्य आरोपी दाऊद गुरुवार को 64 साल का हो गया। इसपर डोंगरी निवासी अजहर फिरोज मनियार उर्फ शेरा चिकना ने फेसबुक पर एक विडियो पोस्ट किया, जिसमें वह कथित रूप से दाऊद का जन्मदिन मनाता दिख रहा है।


'...और गिरफ्तार किया गया आरोपी'
माना जाता है कि दाऊद पाकिस्तान में छिपा हुआ है। पुलिस ने बताया कि स्थानीय पत्रकार मोहसिन शेख ने विडियो को यू-ट्यूब पर अपलोड कर उसे वायरल कर दिया और फिर वॉट्सऐप समूहों पर उसे फॉरवर्ड कर दिया। इसके बाद मनियार ने उसे धमकी दी। उन्होंने कहा कि शेख ने शुक्रवार को गोरेगांव थाने में शिकायत की। इसके बाद मुंबई अपराध शाखा ने उसी दिन उसे गिरफ्तार कर लिया।


कड़ाके की ठंड से सिहरे नेता, दौरे रद्द

नई दिल्ली । कड़ाके की ठंड के कहर से नेता भी सिहर गए हैं। दिल्ली और उत्तर भारत में शीत लहर के चलते विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपने बाहर के कार्यक्रम टाल दिए। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने जनवरी के अंत तक अपने सार्वजनिक कार्यक्रम टाल दिए हैं क्योंकि कार्यक्रम के लिए उन्हें बाहर जाना होगा। वह बाहर के किसी कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं, इसलिए वह उपराष्ट्रपति भवन में ही कुछ कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री जो औसतन हर दिन 3 कार्यक्रमों में भाग लेते हैं, उन्होंने अपनी आऊटिंग पर रोक लगा दी है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती कार्यक्रम में एक शाल और मफलर में पूरी तरह से ढके हुए थे और अगले दिन उन्हें एक ओवर कोट में देखा गया था।
वहीं एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल को जमीनी हालात का अंदाजा नहीं था कि राजघाट पर क्या होगा जब नेता नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी पर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने जाएंगे। कुछ दिन पहले राजघाट पर धरने पर बैठे कांग्रेस नेताओं की स्थिति सबसे खराब रही।
वेणुगोपाल ने विरोध का समय दोपहर 3 बजे से रात 8 बजे तक निर्धारित किया, क्योंकि कमलनाथ सहित कुछ मुख्यमंत्रियों ने कहा कि वे दोपहर 2 बजे के आसपास ही दिल्ली आ पाएंगे, इस पर उन्होंने फैसला किया कि कम से कम 3 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वी नारायणसामी तो होने चाहिए, चूंकि भूपेश बघेल और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह नहीं गए। इस दौरान वह यह भूल गए कि 80 वर्षीय नेता इतनी ठंड में बैठने के लिए मजबूर होंगे। जिसके चलते ठंड में नेताओं ने धरने को 40 मिनट में ही छोड़ दिया।
सबसे पहले डॉ. मनमोहन सिंह ने धरने को छोड़ा जो कांप रहे थे। इसके बाद डॉक्टरों ने सोनिया गांधी को बिना किसी देरी के धरना छोडऩे की सलाह दी क्योंकि वह एक गंभीर अस्थमा रोगी हैं, फिर एके एंटनी चले गए और यह सिलसिला जारी रहा। अंत में राहुल गांधी, प्रियंका व अहमद पटेल और युवा ब्रिगेड को छोड़कर कोई नहीं बचा। इसके बाद राहुल गांधी को छोड़कर कोई भी वरिष्ठ नेता प्रदर्शन के लिए बाहर नहीं निकला।


मुंबई की फैक्ट्री में आग 2 लोगों की मौत

मुंबई। मुंबई के घाटकोपर इलाके में स्थित एक फैक्ट्री में शुक्रवार शाम को भीषण आग लग गई। घटना में एक महिला और एक पुरुष का शव मिला है। एक व्यक्ति अभी भी लापता है। आग पर काबू पा लिया गया है।  आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 15 गाडिय़ां मौके पर पहुंची थीं। दमकल कर्मी लापता व्यक्ति को ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। दमकल के मुताबिक आग तीसरे लेवल की है और इस पर काबू पाने के लिए घंटों मशक्कत करनी पड़ी। बता दें कि इस इलाके में कई छोटी फैक्ट्रियां हैं। घाटकोपर में फैक्ट्री में लगी आग की वजह से एक खबर यह फैल गई कि इससे मुंबई एयरपोर्ट की कार्यप्रणाली प्रभावित हुई है। हालांकि, मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) ने एक बयान जारी करते हुए ऐसी खबरों को खारिज कर दिया। एमआईएएल ने बयान में कहा, घाटकोपर में लगी आग की वजह से मुंबई एयरपोर्ट का कार्य प्रभावित होने की खबरें सही नहीं है। एयरपोर्ट पर सभी कार्य सामान्य रूप से हो रहे हैं।



स्तरीय एथलेटिक्स ट्रायल का किया आयोजन

सहारनपुर। डॉक्टर भीमराव अम्बेडक स्टेडियम में रविवार को मण्डल स्तरीय एथलेटिक्स ट्रायल का आयोजन किया गया। ट्राॅयल में मुजफरनगर ,शामली व सहारनपुर के खिलाड़ियों ने बढ़ चढ़कर भागेदारी करते हुए जमकर मैदान में पसीना बहाया। इस दौरान स्टेडियम के एथलेटिक्स कोच लाल धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आज के ट्रायल में चयनित होने वाले खिलाड़ी 6 व 7 जनवरी को प्रयागराज में आयोजित होने वाली पण्डित दीन दयाल उपाध्याय राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे। ट्रायल में राम शरण,पापिन सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।


अज्ञात शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी

सहारनपुर। नकुड थाने की फंदपुरी चैकी क्षेत्र के गांव बान्दूखेड़ी के निकट सड़क किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर फंदपुरी चैकी इंचार्ज इंद्रजीत सिंह ने टीम के साथ पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। चैकी इंचार्ज इंद्रजीत सिंह ने बताया कि मृत व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि शायद ठंड की वजह से इस व्यक्ति की मौत हुई है। मृत व्यक्ति के बारे में पहचान जुटाये जाने के प्रयाश किये जा रहे हैं।


गाय-गोबर में गुमराह हुआ होमगार्ड

कानपुर। होमगार्ड को गाय, गोबर और गुमनामी की ज़िंदगी जीने पर मजबूर किया जा रहा है। जहां अधिकारियों के यहाँ होमगार्ड जवान सुरक्षा के लिए लगाए जाते है। वहीं उनसे अधिकारियों के यहाँ गाय और गोबर मे ड्यूटी करवाई जाती है। और ये ड्यूटी निभाने के लिए कंपनी कमांडर मजबूर करते है। कानपुर नगर मे भी कई ऐसे अधिकारी है। जिनके यहाँ गाय जैसे दूध देने वाले पालतू जानवर मिलते है। और यह कोई ऐसा कार्य नहीं है, जो अवैध या अनैतिक माना जाय। जानवर को पालकर सेवा करना मानव समाज मे उत्तम माना जाता है। लेकिन इसके लिए किसी होमगार्ड को लगाना कहाँ तक उचित है।


होमगार्ड आला अफसरो के घर पली गाय का साफ करते है 


जिले के आला अफसरों के यहाँ अक्सर होमगार्ड गाय के गोबर को साफ करते देखे जा सकते है। साहब तो साहब है। अब उनके फरमान के खिलाफ जाकर कौन होमगार्ड अपनी घर गृहस्थी को सड़क पर ला सकता है। मजबूरन उस होमगार्ड को गाय का गोबर साफ करना पड़ता है। जिले के कई आला अफसरो के यहाँ गाय पली हुई है। जिनकी देखभाल के लिए कोई नौकर नहीं है, और न ही साहब को इतना समय है की गाय की सेवा कार सकें। इसके लिए साहब ने सीधा रास्ता खोज निकाला है। और वो रास्ता होमगार्ड विभाग से होलर गुजरता है। गाय और दूध साहब का, नौकर होमगार्ड विभाग का, और इस काम के लिए खर्चा सरकारी। मतलब आम के आम और गुठलियों के भी दाम की तर्ज पर यह कार्य सम्पन्न हो रहा है। 


गोबर साफ न करने पर मिलती है यातनाएं 


अगर किसी होमगार्ड ने गोबर साफ करने वाले काम के लिए माना किया। तो उस होमगार्ड को तरह तरह से कंपनी कमांडर द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। यही नहीं, मैनेजमेंट मे सम्पूर्ण कलाओं के खिलाड़ी कंपनी कमांडर इस कार्य से आहत होमगार्ड को इतना डरा कर रखते है, कि मजबूर होमगार्ड गोबर साफ करने को राजी है, लेकिन इसका विरोध करने की क्षमता नहीं रखता है। इस कार्य को करने वाले एक होमगार्ड से जब बावत की गयी तो वह रोने लगा। और कहने लगा साहब, अगर यह गोबर साफ करने वाला काम न करें तो अधिकारी जेल भिजवाने तक की धम्की देते है। और कंपनी कमांडर नौकरी से हटवाने की रट लगाए रहते है। ऐसे मे घर का गुजारा करने के लिए पैसे भी देने पड़ते है, और गोबर तक उठाना पड़ता है। 


कंपनी कमांडर्स ने बनाया 24 घंटे की लगातार ड्यूटी का नियम 


काम गोबर साफ करने का और ड्यूटी 24 घंटे की। इसके एवज मे होमगार्ड जवान को रुपए भी लगभग 3 से 4 हजार देने पड़ते है। और ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि कुछ जवान शहर मे दूर दूर से करने आते है, और उन्होने शहर मे कहीं भी रुकने के लिए अपना कोई ठिकाना नहीं बनाया है। इसलिए दूर दूर से आने वाले होमगार्ड जवान ज़्यादातर मजिस्ट्रेट ड्यूटी मे लगे मिलेंगे। और उनमे भी कुछ ऐसे जवान है जो माह मे लगातार चौबोसों घंटे 10 दिन ड्यूटी करते है। और इस प्रकार एक दिन मे लगातार 03 ड्यूटी और 10 दिन मे ही अपनी 30 ड्यूटी करके अपने घर चला जाता है। और इसी प्रकार लगे तीनों होमगार्ड 10 – 10 दिन अपनी ड्यूटी करते है। 10 दिन ड्यूटी लगाई जाय, इसके लिए होमगार्ड जवान कंपनी कमांडर को 3 से 4 हजार रुपए देते है। जिले के एक आला अफसर के यहाँ गोबर साफ करने की ड्यूटी मे लगे एक होमगार्ड जवान ने यह सारी कहानी रोते रोते बयान की। 


कहीं माली भी बने है होमगार्ड जवान 


अभी कुछ दिन पूर्व मे ही एक वीडियो वायरल हुआ था कि होमगार्ड जवान एक अधिकारी के यहाँ लगे थे। और वर्दी पहन कर घास छीलते नजर आ रहे थे। इस वीडियो को देख कर विश्वास नहीं हो रहा था कि क्या ऐसा भी संभव है। इसकी पुख्ता जानकारी के लिए कानपुर मे भी युवा गौरव की टीम ने कई अधिकारियों के यहाँ जाकर हकीकत परखी तो सच सामने आ गया। और कई होमगार्ड जवानो ने बताया कि साहब ये तो आए दिन का काम है। यहाँ भी वही कम करना पड़ता है। और उन्होने फिर वही करके भी दिखाया। और न करने पर अधिकारियों द्वारा गाली गलौज किया जाता है। घास छीलना, क्यारी बनाना, फूलों को पानी देना आदि काम यहाँ कानपुर मे भी होमगार्ड जवान करते दिखे।


गोविंदा ने सीएम आदित्यनाथ से की मुलाकात

मनोज पाण्डेय


गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। गोविंदा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दर्शन से आच्छादित होने की बात स्वीकारते हुए बताया, योगी आदित्यनाथ अभूतपूर्व दृष्टा और महत्वपूर्ण निर्माता है। जो संपूर्ण रूप से जन समर्पित है। इस दरमियान उत्तर प्रदेश में फिल्म की शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने गोविंदा से कहा। मुख्यमंत्री ने गोविंदा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर प्रयागराज कुंभ 2019 की पुस्तक भेंट की।



अर्धसैनिक बलों को नए साल में तोहफा

नई दिल्ली। देश के अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को वर्ष 2020 में छुट्टियों का तोहफा मिल सकता है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार देश की रक्षा करने वाले केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों के परिवारों की देखभाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा कि केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि अर्द्धसैनिक बल के प्रत्येक जवान कम से कम 100 दिन अपने परिवार के साथ बिताएं। अमित शाह ने नई दिल्ली में सीआरपीएफ के नए मुख्यालय भवन के शिलान्यास के दौरान सीआरपीएफ कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि अर्धसैनिक बल के प्रत्येक जवान कम से कम 100 दिन अपने परिवार के साथ बिताएं। शाह ने यह भी कहा कि अर्द्धसैनिक बल के जवानों के परिवारों को स्वास्थ्य कार्ड की सुविधा प्रदान की जाएगी। सीआरपीएफ में 3 लाख से अधिक जवान हैं और यह बल नक्सल विरोधी अभियानों का मुख्य आधार रहा है।


सपा कार्यालय पर छात्र सभा की बैठक

लखनऊ। समाजवादी छात्र सभा की बैठक लखनऊ स्थित कार्यालय पर रविवार को आयोजित हुई। इस बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हुए। यहां उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर जैसे मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की है। अखिलेश ने कहा कि न तो वह खुद और न ही सपा का कोई कार्यकर्ता इस रजिस्टर को भरेगा। अखिलेश ने कहा कि, 'आज खुशी का दिन है कि बड़ी संख्या में नौजवान इस लोहिया सभागार में उपस्थित हैं। बड़ी मेहनत से छात्रसंघ चुनाव जीतने वाले सभी नौजवानों को बधाई। बीजेपी के लोगों ने नौजवानों को घेरा और तोड़फोड़ की। नौजवानों को पीटने वाले और एसओ को पीटने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई। वाराणसी में नौजवानों के साथ एसओ को भी पीटा, लेकिन न्याय नहीं मिला। पार्टी के लोग मुकदमों से नहीं डरते। मुख्यमंत्री जब मुकदमे वापस ले रहे हैं तो आपके मुकदमे सरकार आते ही वापस होंगे। समाजवादी कार्यकर्ताओं पर दर्ज हो रहे सब मुकदमे वापस होंगे। आप वाराणसी नहीं आज क्योटो से आए हैं। आप पासपोर्ट बनवा कर रखिए आपको वास्तविक क्योटो दिखाएंगे। बीजेपी ध्यान भटकाने के लिए सब काम कर रही है।' आगे उन्होंने कहा कि, 'सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। आप बताइये रोजगार चाहिए या एनपीआर चाहिए। हम सब यहां के नागरिक हैं, कोई भाजपा के नेता हमारी नागरिकता तय नहीं कर सकता है। मैं NPR फॉर्म नहीं भरूंगा। सभी सपा के कार्यकर्ता भी NPR फॉर्म नहीं भरेंगे। पहले भारत को बचाओ।' अखिलेश ने कहा कि जिन लोगों की जान गई है, उसकी जिम्मेदार भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री खुद हैं। बीजेपी के खिलाफ उनकी ही पार्टी के 200 विधायक सदन में बैठ गए थे। करीब 300 से ज्यादा विधायक उनसे नाराज हैं। ये अन्याय अपनी कुर्सी बचाने के लिए हो रहा है। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से कहा कि अब आने वाले 6 महीनों में इनसे कोई सवाल नहीं पूछेगा।


सीएए का पक्षःविधायक के खिलाफ कार्रवाई

लखनऊ। नागरिकता कानून को लेकर देश भर में चल रहे विरोध- प्रदर्शन के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने मध्यप्रदेश के पथेरिया से विधायक रमाबाई परिहार द्वारा सीएए का समर्थन करने पर पार्टी से निलंबित कर दिया। साथ ही परिहार पर पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने पर रोक लगा दी। मायावती ने अपने ट्वीटर में लिखा, “बीएसपी एक अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के एमपी/एमएलए आदि के विरूद्ध भी तुरंत कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में पथेरिया से पार्टी की विधायक रमाबाई परिहार द्वारा सीएए का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलंबित कर दिया है। उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है। मायावती ने लिखा, “जबकि बसपा ने सबसे पहले सीएए को विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने सीएए का समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी।


मोटापा घटाने के लिए रखे ध्यान

लखनऊ। पेट और कमर पर जमा चर्बी को तेजी से घटाने के लिए हमें अपने सुबह के खाने  पर ध्यान देने की जरूरत होती है। सुबह की डाइट काफी मायने रखती है कि आप ब्रेकफास्ट में क्या खाते हैं। वजन घटाने के लिए ब्रेकफास्ट के बारे में तो आपने सुना ही होगा लेकिन क्या आप ब्रेकफास्ट की उन गलतियों के बारे में जानते हैं जो आपका मोटापा बढ़ा सकते हैं। तेजी से वजन घटाना चाहते हैं, तो आपको वजन कम करने के लिए भोजन पर खास ध्यान देना होगा। सुबह के नाश्ते से आप अपने दिन की शुरुआत करते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि ना केवल आप अपनी कमर और पेट को सही शेप में लाने के लिए ही बल्कि अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए भी, सुबह एक हेल्दी नाश्ता लें। लेकिन, आमतौर पर सुबह के नाश्ते में आप कुछ गलतियां करते हैं जो आपका मोटापा और भी बढ़ा देते हैं! 1. ज्यादा फैटी ब्रेकफास्ट लेना ज्यादा फैटी ब्रेकफास्ट जैसे नूडल्स और उपमा आदि खाने से आप पूरे दिन भारी-भारी महसूस करेंगे। इसलिए आप कॉर्नफ्लेक्स और दूध ले सकते हैं, फल ले सकते हैं, ब्रेड टोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं जो बहुत ही हल्के होते हैं। 2. चाय या कॉफी में क्रीम का मिलाना. अगर आप पेट की चर्बी से परेशान हैं तो सुबह ब्रेकफास्ट में इन गलतियों को दोहराना छोड़ दें। कई लोग अपनी चाय या कॉफी में फैटी क्रीम को मिलाते हैं तो यह स्वादिष्ट तो होगी लेकिन, इससे आपका वजन भी बढ़ सकता है और आपके शरीर का शेप खराब हो सकता है। इसलिए आप सुबह सुबह ग्रीन टी में शहद मिलाकर पिए 3. ज्यादा नमक खाना नमक न सिर्फ आपके ब्लड प्रेशर को अनकंट्रोल कर सकता है बल्कि यह आपका मोटापा भी बढ़ा सकता है। नमक खाना बनाने के लिए जरूरी होता है, क्योंकि यह स्वाद को बढाता है लेकिन बहुत अधिक मात्रा में नमक का इस्तेमाल करने से हाई ब्लडप्रेशर की समस्या हो सकती है। बहुत से ऐसे ब्रेकफास्ट फूड्स हैं जिनमें नमक की जरूरत पड़ती है जैसे पराठा, फ्रेंच टोस्ट, पोहा। इसलिए आप ऐसा ब्रेकफास्ट फ़ूड लें जिनमें नमक की जरूरत कम हो। क्या आप दही के इन चमत्कारी फायदों के बारे में जानते हैं… 4. ओट्स में शुगर मिलाना कुछ लोग ओट्स में शुगर मिला देते हैं जिससे यह आपके लिए फायदेमंद नहीं हो पाता। ओट्स बहुत अच्छा ब्रेकफास्ट होता है लेकिन जब आप इसमें शुगर मिला देते हैं तो यह सबसे खराब नाश्ता हो जाता है। अगर आप ओट्स को स्वादिष्ट बनाने के लिए सप्लीमेंट्स मिलाना ही चाहते हैं तो इसमें आप ड्राई फ्रूट्स और शहद मिला सकते हैं। 5. ज्यादा फाइबर लेना खाने में फाइबर लेना आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। लेकिन, इसकी बहुत अधिक मात्रा लेने से हम दिनभर सुस्त महसूस करेंगे। इसलिए आपको यह सलाह है कि आप बिना शुगर के ओट्स का इस्तेमाल अपने नाश्ते में करें। 6. ब्रेकफास्ट ना करना कई लोग सुबह की जल्दी में नाश्ता ही नहीं करते हैं यह भी आपके मोटापे का कारण बनता है! अगर आप सोचते हैं कि कम करने के लिए नाश्ता ही ना करेंगे, तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है क्योंकि इससे आपके मेटाबोलिज्म का संतुलन बिगड़ जाएगा और आपको ज्यादा भूख लगेगी जिसकी वजह से आप ज्यादा खाने की कोशिश करेंगे जो आपके लिए ठीक नहीं है। 7. डेयरी प्रोडक्ट्स का ज्यादा सेवन दूध हमेशा ही एक अच्छा ऑप्शन होता है नाश्ते के लिए लेकिन अगर आप उसमें ज्यादा शुगर मिला देंगे तो दूध की गुणवत्ता ख़त्म हो जाती है। इसी तरह अगर आप भोजन में ज्यादा पनीर या बटर इस्तेमाल करेंगे तो आपके शरीर की शेप खराब हो सकती है जो आप बिल्कुल नहीं चाहते होंगे।


भाजपा जिला अध्यक्ष को खिसकाया पीछे

आखिर दिनेश सिंघल को क्यों नहीं मिली प्रथम पंक्ति में जगह


सचिन विशौरिया


गाजियाबाद। उत्तर-प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी वैसे तो संस्कारों व विचारों और प्रोटोकॉल की पार्टी अपने आपको बताती है। लेकिन जब कहीं बड़े कार्यक्रम आयोजन की बात होती है तो कहां चला जाता है इस पार्टी का प्रोटोकॉल। यह बात समझ से बाहर है। लेकिन जब होल्डिंग व बैनरों पर फोटो लगाने की बात हो तो नेता आपस में प्रोटोकॉल का हवाला देते दिखते हैं। ऐसा ही एक मामला आरडीसी में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम के दौरान देखा गया। जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती हुई साफ नजर आई। इस दौरान जिला गाजियाबाद के अध्यक्ष दिनेश सिंघल को प्रेस वार्ता में दूसरे बैच में धकेलने का काम आखिर किसने किया, कौन नहीं चाहता था कि दिनेश सिंघल फ्रफ्रंट में बैठकर पत्रकारों को संबोधित करें? क्या महानगर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष में भी चल रहा है। आपसी मनमुटाव यह तो समय ही बताएगा लेकिन जिस तरह से जिलाध्यक्ष को छोड़कर अन्य विधायकों को मौका दिया गया। इस बात को देखकर साफ है के जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष में नहीं बन पा रही है।


रेलवे ने ट्रेन की बंद, उपजा बड़ा संकट

बलिया। वाराणसी जाने के लिए एकलौता एक्सप्रेस ट्रेन इण्टरसिटी ट्रेन जो छपरा से बलिया वाया रसड़ा-मऊ ,दुल्हपुर, जखनियां, औड़िहार जंक्शन होते हुए वाराणसी सीटी तक जाने वाली इंटरसीटी एक्सप्रेस को रेलवे प्रशासन द्वारा एक बार फिर बंद कर दिए जाने से, एक तरफ जहां रेलवे को प्रतिदिन लाखों की क्षति हो रही है। वहीं दूसरी तरफ इस ट्रेन से जाने वाले सैकड़ों मरीजों के समक्ष इन दिनों गंभीर संकट उत्पन्न हो गई है। गौरतलब है कि रेल प्रशासन ने पिछले साल  दिसम्बर महीनें में अचानक इस ट्रेन का संचालन बंद कर दिया था। लंबे समय तक बंद रहने के पश्चात इस ट्रेन को पुन: 14 जनवरी से चलाया गया लेकिन मात्र दो दिनों के संचालन के पश्चात अचानक रेल प्रशासन ने इस ट्रेन को पुन: बंद कर दिया। रेल विभाग इस ट्रेन के बंद होने के कारणों का कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाता है।
अखण्ड भारत न्यूज संवाददाता ने स्टेशन अधीक्षक सुरेन्द्र प्रसाद से जानकारी प्राप्त करना चाहा तो उन्होंने बताया कि कंट्रोल के आदेशानुसार 16 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक इण्टरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन बंद रहेगी । वहीं दूसरी तरफ प्रतिदिन चिकित्सा के लिए मऊ तथा वाराणसी जाने वाले सैकड़ों रोगियों के सामने ठंड मे  विकट समस्या खड़ी हो गई है। ट्रेन बंद होने से यात्रियों की हो रही परेशानियों के संबंध में रेल प्रशासन को खबर के माध्यम से बार बार ध्यान आकृष्ट  कराया जाता रहा है लेकिन रेल प्रशासन इस तरह कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उधर इस ट्रेन के बंद होने से यात्रियों सहित मरीजों में भारी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताआें व सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि इस ट्रेन का संचालन जल्द शुरू नहीं किया गया तो बाध्य होकर उन्हें आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा। खबर के माध्यम से रेल वाराणसी डीआरएम सहित, महाप्रबंधक का ध्यान जनहित में आकृष्ट कराया जाय ।
वाराणसी जाने के लिए इण्टरसिटी ट्रेन इधर के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं लोग सुबह जाते है और शाम को इसी ट्रेन से वापस भी दवा लेकर चलें आते है वैसे इस सरकार मे सबका साथ, सबका विकास की खुब ट्रेन में चर्चा होती हैं साथ ही यात्रियों तो यहां तक कहते हैं कि इण्टरसिटी चलने से अच्छे दिन तो है ही इसी ट्रेन से उपचार कर सवस्थ हैं वहीं इन दिनों मरीज यही कह रहे है। बुलेट ट्रेन मत चलवाई साहब हम गरीबों का इण्टरसिटी ट्रेन ही चलवा दिजिए, हुजूर छपरा से ना सही बलिया से चलवा दिजिए जनता की मांग है।


पिन्टू सिंह


हरियाणा कांग्रेस नए रंग-ढंग में आएगी नजर

राणा ओबराय

वर्ष 2020 में हरियाणा कांग्रेस नए रंग ढंग में आएगी नजर! जिलो में कांग्रेस अध्यक्ष की हो सकती है नियुक्ति! कुछ फेरबदल भी सम्भव?

चण्डीगढ़। हरियाणा कांग्रेस संगठन में थोड़े दिन की एकता के बाद विधानसभा चुनाव में 31 सीट हासिल कर लेना सभी राजनीतिक दलों को अचंभित कर रहा है। हरियाणा में आज छोटे से लेकर बड़ा कांग्रेसी अफसोस कर रहा है की काश थोडी सी मेहनत और कर लेते तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होती। कहते हैं अब पछताए होत क्या, अब फिर कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश कांग्रेस को मजबूत करने के लिए 2020 में कुछ नया करने की सोची है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी के सत्ता तक ना पहुंचने के कई कारण रहे जिसमें संगठन की कमी मुख्य कारण सामने आया है। इसको देखते हुए नए साल पर पार्टी नए रंग में रंगने वाली है। कोशिश हो रही है कि पार्टी को नए ढंग से खड़ा किया जा सके ताकि अगली बार पार्टी प्रदेश की सत्ता में फिर वापस आए। खबर यह है कि नव वर्ष 2020 में हरियाणा कांग्रेस प्रत्येक जिले में अध्यक्ष एवं ब्लाक अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकती है। इसकी जमीन तेजी से तैयार की जा रही है। नव वर्ष में जिले से लेकर ब्लॉक स्तर तक नया संगठन मिल जाएगा। सबसे अहम बात यह है कि पदों के बंटवारे पर टकराव टालने के लिए विशेष रणनीति अपनाई जाएगी। यह नीति पद आवंटन में सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को तवज्जो देने की रहेगी। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा व कांग्रेस विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दोनों ही रणदीप सिंह सुरजेवाला, कैप्टन अजय सिंह यादव, किरण चौधरी व कुलदीप बिश्नोई सहित उन वरिष्ठ नेताओं की राय को काफी हद तक अहमियत देंगे। इससे कार्यकर्ताओं औऱ लोगों के बीच नेताओं की टकराव की खबरें भी कम जाएगी। माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस को हर स्तर पर खड़ा किया जाएगा। पिछले दिनों कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया था कि पार्टी वर्ष 2019 की समाप्ति के तुरंत बाद बहुत मजबूत फैसले लेने वाली है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या वाक़ई हरियाणा कांग्रेस एकजुट होकर प्रदेश में काम करेगी, क्या प्रदेश स्तर से लेकर ब्लाक स्तर पर संगठन खड़ा होगा! अथवा पहले की तरह ही कांग्रेस नेता आपस मे लड़कर गुटबाजी का शिकार होते रहेंगे!यह सब तो आने वाला समय ही बताएगा।


मृतकों के परिजनों से मिले कांग्रेसी नेता

मृतक मुसहर परिजनों से मिले कांग्रेसी नेता, बंधाया ढाढस


एक सप्ताह के अंदर दो मुसहरों की हो चुकी है आकास्मिक मौत, एक दर्जन मुसहर टीवी और अन्य गंभीर बीमारियों से है पीड़ित
कुशीनगर। जनपद के दुदही विकास के ग्राम पंचायत रामपुर बरहन के टोला धनुष में दो मुसहरों की मौत होने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू  अपने समर्थकों के साथ गांव में पहुंच पीड़ित परिवार से मिले तथा उनके जुबानी जमीनी हकीकत जानी।  बीडीओ विवेकानंद मिश्र भी गांव में पहुंच पीड़ितों से मिले और सचिव निशिद राय को एक सप्ताह के अन्दर सभी मुसहर परिवारों का पीएम आवास पूर्ण कराने का सख्त निर्देश दिया।
           उक्त पंचायत के धनुष टोली मुसहर बस्ती के मुसहर बीमारी के चपेट में आकर एक - एक कर दम तोड़ रहे है। पिछले एक सप्ताह के अन्दर दो मुसहर क्रमशः मिथुन मुसहर उम्र 26 वर्ष तथा 40 वर्षीय एक अन्य मुसहर के आसमयिक मौत के बाद इस गांव के करीब एक दर्जन मुसहर टीवी और अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित है लेकिन जिम्मेदार इस पूरे मामले में अंजान बने हुए हैं। लगातार दो मुसहर व्यक्ति के मौत की सूचना के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू अपने समर्थकों के साथ गांव में आज दोपहर को पहुंच पीड़ित मुसहर परिवारों से मिले तथा ढासढ बंधाते हुए सहायता धनराशि उपलब्ध किया।  गांव में बीमारी से पीड़ित सभी मुसहर परिवारों से मिले । बीडीओ ने मुसहर बस्ती में घुमकर मुसहरों के पीएम आवास की स्थिति को देखा तथा सचिव निशिद राय को एक सप्ताह के अंदर जल्द से जल्द पुरा करने का आदेश दिया ।


जिन्दगी और मौत से जुझ रहे मुसहर, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बना अंजान


रामपुर बरहन के धनुष टोली मुसहर बस्ती में एक सप्ताह के अंदर बीमारी से दो मुसहरों के आकास्मिक मौत होने तथा एक दर्जन मुसहरों के गंभीर बीमारी से पीड़ित होकर जिन्दगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार पीड़ितों के समुचित इलाज का प्रबंध करने के बजाय पूरे मामले से अंजान बने हुए हैं। जिसका नतीजा यह है कि एक - एक कर मुसहरों की आकास्मिक मौत हो रही है और प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार मुकदर्शक बने हुए हैं।


मां-बाप और मासूम भुगत रहे हैं सजा

जावेद अंसारी


नई दिल्ली। वह गुनाहगार है कि नहीं ये फैसला तो अदालत को करना है। दोनों पति पत्नी ने कोई खता किया या फिर ऐसे ही उनको बिना खता गिरफ्तार कर लिया गया, इसको अदालत ही बताएगी। मगर इन सबके बीच एक ऐसी मासूम सजा भुगत रही है जिसकी इस दुनिया में ही कोई अब तक खता नही हुई होगी। माँ बाप अगर उसके गुनाहगार भी है तो फिर भी इस मासूम की क्या खता जिसको उसके माँ बाप से दूर रखा गया है।


जी हां, हम बात कर रहे है 14 महीने की मासूम आर्या की। जिसके माँ बाप को वाराणसी पुलिस ने CAA के विरोध प्रदर्शन के आरोप में हिरासत में ले रखा है। उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन के दौरान पुलिस की बर्बरता के साथ हिंसक प्रदर्शन की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, लेकिन इसमें ये पहलू आपको परेशान कर सकता है, आप अगर एक माँ है या फिर एक पिता है या फिर आपके अन्दर इंसानियत कायम है तो आप इस मामले को जानकर ही परेशान हो जायेगे। इसी महीने की 19 तारीख़ को नागरिकता क़ानून को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हुए थे। इसी क्रम में वाराणसी में भी जुमे की नमाज़ के बाद भारी संख्या में लोगों का जमावड़ा हुआ था। इस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया था और कई लोगों को गिरफ़्तार किया था। गिरफ़्तार लोगों में विरोध प्रदर्शन करने वाले रवि शेखर और उनकी पत्नी एकता शेखर भी हैं। रवि और उनकी पत्नी एकता ने 14 महीने की बच्ची आर्या है जो पिछले एक हफ़्ते से अपने मां-बाप का इंतज़ार कर रही है। ऐसे में दोनों के घरवालों पर दोहरी ज़िम्मेदारी आ गई है। एक तो रवि और एकता की ज़मानत लेने की कोशिश दूसरी इस छोटी बच्ची को संभालने की। रवि शेखर की मां शीला तिवारी ने कहा, मेरे बेटे ने कोई गुनाह नहीं किया है। पुलिस ने उन्हें क्यों गिरफ्तार किया। वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। क्या आप सोच सकते है कि बच्ची बिना अपनी मां के रह रही है। क्या क्राइम को कंट्रोल करने का यह तरीका है? गिरफ्तार हुए रवि की मां ने आगे कहा, ”वह कुछ खा नहीं रही। बमुश्किल से कुछ चम्मच हमने उसे खिलाया। वह पूरे समय कह रही है, 'अम्मा आओ, पापा आओ'। हम लगातार उससे कह रहे हैं कि वह जल्दी आ जाएंगे, लेकिन मुझे नहीं मालूम क्या करना चाहिए?”  वाराणसी में पुलिस का कहना है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना जायज है, क्योंकि लोगों के गैरकानूनी तरीके से इकठ्ठे होने की वजह से शहर में तनाव बढ़ गया था।


सुपरस्टार, निर्माता-निर्देशक 'राजेश खन्ना'

मुंबई। फिल्म अभिनेता निर्माता निर्देशक राजनैतिक राजेश खन्ना                                                     


 राजेश खन्ना एक भारतीय फिल्म अभिनेता, फिल्म निर्माता और राजनीतिज्ञ थे जो हिंदी सिनेमा में  प्रथम सुपरस्टार के रूप में जाना जाता हैं।
 जनम 29 दिसंबर 1942 को पंजाब राज्य में अमृतसर में हुआ था। राजेश खन्ना का असली नाम जतीन हैं जिनका पालन पोषण लीलावती चुन्नीलाल खन्ना ने कीया था। लीलावती खन्ना, जो राजेश खन्ना के जैविक माता-पिता के रिश्तेदार थे और उन्होंने राजेश खन्ना को गोद लिया था राजेश खन्ना के जैविक माता-पिता लाला हिरणंद और चंद्रराणी खन्ना थे जो पूर्व-विभाजन वाले पाकिस्तान से अमृतसर में आकर बस गए थे राजेश खन्ना ने सेंट सेबैस्टियन के गोयन हाई स्कूल में अपने दोस्त रवि कपूर के साथ दाखिला लिया, जिन्हें अभी जितेंद्र के नाम से जाना जाता हैं। खन्ना ने धीरे-धीरे थियेटर में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया, बहुत सारे मंच और थिएटर अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में खेलता रहा, और अंतःविषय कॉलेज नाटक प्रतियोगिताओं में कई पुरस्कार जीते। 1962 में, खन्ना ने अन्धा युग नाटक में एक घायल मौत का सिपाही का रोल निभाया और उनके प्रदर्शन से मुख्य अतिथि प्रभावित हुए उन्हें जल्द फिल्मों में आने का सुझाव दिया ।राजेश खन्ना ने 1959 से 1961 तक पुणे के नौवरजी वाडिया कॉलेज में अपनी पहली दो वर्ष की कला स्नातक की।  अपनी पहली फिल्म ऑडिशन के लिए नाम बदल कर राजेश खन्ना  नाम रख लिया । उन्होंने 1969-72 में लगातार 15 सुपरहिट फिल्में दिया – सच्चा झूठा, इत्त्फ़ाक़, दो रास्ते, बंधन, डोली, सफ़र, कटी पतंग, आराधना,आन मिलो सजना, ट्रैन, आनन्द, दुश्मन, महबूब की मेंहदी, खामोशी, हाथी मेरे साथी। बाद के दिनों में 1972-1975 तक अमर प्रेम, दिल दौलत दुनिया, जोरू का गुलाम, शहज़ादा, बावर्ची, मेरे जीवन साथी, अपना देश, अनुराग, दाग, नमक हराम, अविष्कार, अज़नबी, प्रेम नगर, रोटी, आप की कसम और प्रेम कहानी जैसी फिल्में भी कामयाब रहीं। 1976-78 में महा चोर, छलिया बाबू, अनुरोध, भोला भाला, कर्म कामयाब रहा। उन्होंने 1979 में वापसी किया अमर दीप के साथ। उन्होंने 1980-1991 तक बहुत सारे सफल फिल्में दी। 1979-1991 के दौरान उन्होंने कई सफल सिनेमा किये। उन्होंने 1966 में फ़िल्म आखरी खत के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की थी अपने कैरियर के माध्यम से वह 168 से अधिक फीचर फिल्मों और 12 लघु फिल्मों में दिखाई दिए। उन्हें तीन बार फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवार्ड और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (हिंदी) के लिए चार बार बीएफजेए पुरस्कार भी मिला । बाद में 1991 में उन्हें फिल्मफेयर स्पेशल अवार्ड से सम्मानित किया गया और 2005 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त हुआ। 1970 से 1987 तक वह सबसे महंगे भारतीय अभिनेता थे।


1991 के बाद राजेश खन्ना का दौर खत्म होने लगा। बाद में वे राजनीति में आये और 1991 वे नई दिल्ली से कांग्रेस की टिकट पर संसद सदस्य चुने गये। 1994 में उन्होंने एक बार फिर खुदाई फिल्म से परदे पर वापसी की कोशिश की। 1996 में उन्होंने सफ़ल फिल्म “सौतेला भाई” की। आ अब लौट चलें, क्या दिल ने कहा, प्यार ज़िन्दगी है, वफा जैसी फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया लेकिन इन फिल्मों को कोई खास सफलता नहीं मिली। कुल उन्होंने 1966-2013 में 117 फिल्म की और 117 में 91 हिट रही। कुल उन्होंने 1966-2013 में 163 फिल्म किया और 105 हिट रहे।


1960 के दशक के उत्तरार्ध में और 1970 के दशक के शुरुआती दिनों में फैशन डिजाइनर और अभिनेत्री अंजू महेंद्रू के साथ प्यार में गिर गए थे। वे सात साल के लिए एक रिश्ते में थे । सूत्रों के अनुसार इस ब्रेक-अप के बाद युगल 17 साल तक एक-दूसरे से बात भी नहीं करते थे।


बाद में खन्ना ने मार्च 1973 में उभरते अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से शादी की, इससे पहले कपाडिया की पहली फिल्म बॉबी उस साल नवंबर में रिलीज हुई थी।उनकी शादी से दो बेटियां हैं; ट्विंकल और रिंकी । खन्ना और कपाडिया ने 1984 में अलग होकर तलाक की कार्यवाही पूरी नहीं की थी।


1980  से 1987 के बीच 11 फिल्मों में खन्ना के साथ काम करते हुए टीना मुनीम रोमांटिक रूप में जुड़े थे। मुनीम अपने स्कूल के दिनों से राजेश के प्रशंसक थी। बॉलीवुड मंत्र के रिपोर्टर के अनुसार टीना के साथ संबंध 1987 में खत्म हो गए । खन्ना ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया  क्योंकि उनकी शादी के कारण उनकी बेटियों पर बुरा असर पड़ेगा।हालांकि खन्ना और कपाडिया ने एक सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा  जहां दोनों को एक साथ पार्टियों और परिवार के कार्यों में देखा गया कपाडिया ने खन्ना के चुनाव के लिए प्रचार किया और उनकी फिल्म जय शिव शंकर (1990) में काम किया। खन्ना की बड़ी बेटी ट्विंकल खन्ना, जो कि एक इंटीरियर डेकोरेटर और एक पूर्व फिल्म अभिनेत्री है, जिसने अभिनेता अक्षय कुमार से शादी की है। जबकि उनकी छोटी बेटी रिंकी खन्ना, जो कि एक पूर्व हिंदी फिल्म अभिनेत्री ने एक लंदन स्थित निवेश बैंकर समीर सरन से शादी कर ली । 17 जुलाई 2012 को, अनिता आडवाणी नाम की एक महिला ने दावा किया कि वह खन्ना के लाइव-पार्टनर थे और उन्होनें मुआवजा मांगने के लिए एक कानूनी नोटिस भेजा। राजेश खन्ना के परिवार ने दावों से इंकार किया। जून 2012 में, यह खबर मिली थी कि राजेश खन्ना का स्वास्थ्य खराब हो रहा था। 23 जून को उन्हें स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण मुंबई में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें अस्पताल से 8 जुलाई को छुट्टी मिली थी और कथित रूप से ठीक हो गया था। फिर 14 जुलाई को, खन्ना को लीलावती अस्पताल में भेज दिया गया था, लेकिन 16 जुलाई को उन्हें छुट्टी मिल गई थी। 18 जुलाई 2012 को मुंबई के अपने बंगले, आशीर्वाद में उनका निधन हो गया। सूत्रों ने पुष्टि की कि उनका स्वास्थ्य जुलाई 2011 से बिगड़ रहा था क्योंकि उन्हें कैंसर का पता चला था। उनकी मौत के बाद उनके सह-कलाकार मुमताज ने कहा कि खन्ना पिछले वर्ष की अवधि के लिए कैंसर से पीड़ित थे उनकी अंतिम संस्कार 19 जुलाई को 11:10 बजे हुआ उनके अंतिम संस्कार में 10 लाख से भी ज्यादा लोग थे और उनके प्रशंसक दिल्ली, अहमदाबाद, अमेरिका, सिंगापुर और अन्य कई विदेशी देशों से आए थे पुलिस ने उन लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया था अक्षय कुमार की सहायता से उनके पोते आरव द्वारा मुखाग्नि दी गयी अमिताभ बच्चन ने कहा कि खन्ना के आखिरी शब्द 'टाइम अप पैक अप हैं 25 जुलाई 2012 को उनकी अस्थियाँ उनकी पत्नी डिंपल कपाड़िया और बेटी रिंकी खन्ना द्वारा गंगा में विसर्जित हुई थी जन्मदिन के अवसर पर आइए सुनते हैं उनकी फिल्मों से लिए और उन पर फिल्माए गए गाने हैै।


खोखली श्रद्धा ऑफिस पर तड़पती गाय

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। गाय गंगा और गायत्री की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता भले ही चुनाव के समय गौशाला का फीता काट ले । लेकिन हकीकत सिर्फ राजनीति ही साबित होती है । जब रायबरेली कार्यालय के नीचे 8 दिन से एक गाय तड़पती रही और किसी भाजपाई की नजर उस बेजुबान गौवंश पर नहीं पड़ी।
मामला भाजपा के जिला कार्यालय के नीचे का है । सुपर मार्केट में भाजपा का जिला कार्यालय है और नीचे 8 दिन से इस ठंड में एक गाय तड़प रही है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि भाजपा के नेता उसके सामने से गुजर जाते हैं लेकिन उसकी सुध तक नहीं लेते हैं।
यह वही भाजपा के नेता है जिन्होंने चुनावों के समय गौशालाओं में रेट कार्पेट बिछाकर लखनऊ के नेताओं को बुलाकर फीता कटवाया था । उस समय गाय को मानने वाली जनता को ऐसा की अब गाय सुरक्षित होगी क्योंकि गाय गंगा गायत्री की बात करने वाले भाजपा की सरकार में बैठे लोग और जिले में काम करने वाले उनके कार्यकर्ता गायो की रक्षा करेंगे और उसको सुरक्षित रखेंगे।लेकिन तस्वीर कुछ और ही नजर आती है जब लग्जरी गाड़ियों में बैठकर गौशालाओं का फीता काटने तक की बातें सिर्फ औपचारिकता तक रह जाती हैं।
भाजपा के जिला कार्यालय के बगल में तड़प रही गाय इस बात का प्रमाण है कि भाजपा के नेताओं को गाय गंगा गायत्री से कोई सरोकार नहीं है। उनकी राजनीति ही उनके लिए सब कुछ है तभी उस बीमार गाय के बगल से निकल के ऊपर अपने कार्यालय में जाने वाले नेताओं की नजर इस पर नहीं पड़ी। इस हरकत से स्थानीय दुकानदारों ने भी नाराजगी जताई है।


ग्राम उद्योग अधिकारी ने सुनी जन समस्याएं

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। ब्लॉक और ग्रामीण स्तरों पर विकास कार्य किस प्रकार चल रहा है इसकी लगातार शिकायतों के बाद आज खादी ग्रामोद्योग अधिकारी अवधेश कुमार ने सदर तहसील के चंदई रघुनाथपुर गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। जहां पर उन्हें तमाम शिकायतें सुनने को मिली ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान गया प्रसाद लोधी द्वारा प्राईमरी पाठशाला की भूमि पर अपने चहेते लोगों द्वारा अवैध रूप से घूर डलवा कर कब्जा करवा रहे हैं । जिसकी कई बार शिकायत की गई परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई । यही नहीं ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर गांव के कई इंडिया मार्का हैंडपंप को रिबोर दिखाकर सरकारी धन निकाल लिया । जबकि आज भी वहां पर नल या इंडिया मार्का नाम की कोई चीज दिखाई भी नहीं देती है। शिकायतकर्ता शैलेश कुमार ने बताया कि ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर दीपक सिंह के दरवाजे से ग्राम प्रधान ने अपने दरवाजे तक इंटरलॉकिंग लगाकर रास्ता बनवाया है । जिसके लिये सरकारी धन का बंदरबांट और उपयोग किया गया। जिसकी भी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई । लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जबकि ब्लॉक द्वारा दिनेश मौर्या से इस मामले की जांच कराई थी और उन्होंने आरोपियों से मिल कर मनमानी रिपोर्ट लगाकर मामले को दबा दिया। जांच अधिकारी को ग्रामीणों ने साफ कहा कि कहने को तो ग्राम प्रधान गांव के विकास की बात कहते हैं परंतु हाल यह है कि एक ओर मुख्यमंत्री गड्ढा मुक्त प्रदेश की बात कहते हैं तो वहीं उक्त गांव के मुख्य सड़क पर गड्ढा नहीं बल्कि तालाब खुद नजर आता है। इस मामले में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी ने भी आश्चर्य जताया कि बिना बरसात के मौसम के ही इस गांव की मुख्य सड़क पर महीनों से सड़क के नाम पर पानी का तालाब है । जिसमें लोगों का आवागमन जारी है ।परंतु सड़क के निर्माण का आया हुआ धन कहां गया इसकी निष्पक्ष जांच होगी । उन्होंने बताया कि स्थलीय परीक्षण कर लिया गया है और इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित की जाएगी।


पार्टी की आगे की रणनीति पर की चर्चा

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को राज्य पुलिस के साथ हुए विवाद के बाद अपने लखनऊ प्रवास की अवधि बढ़ा दी है। प्रियंका गांधी रविवार को उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित पार्टी नेता सुनील श्रीवास्तव के परिवार वालों से मिलेंगी। ज्ञात हो कि 27 दिसंबर को लंबी बीमारी के बाद सुनील की मृत्यु हो गई थी। वह देर शाम लखनऊ वापस आएंगी, जिसके बाद उनके कार्यक्रम निर्धारित हैं। रायबरेली के लिए रवाना होने से पहले प्रियंका ने पार्टी नेताओं के साथ शनिवार की घटना को लेकर बैठक की और पार्टी की आगे की रणनीति पर चर्चा की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद, आचार्य प्रमोद कृष्णम और जफर अली नकवी ने लखनऊ में सीएए प्रदर्शन के दौरान 19 दिसंबर को मारे गए मोहम्मद वकील के घर का दौरा किया। वकील की मौत गोली लगने से हुई थी। पार्टी सूत्रों ने कहा कि यह निर्णय लिया गया था कि प्रियंका पुलिस के साथ किसी भी टकराव से बचेंगी और मोहम्मद वकील के घर नहीं जाएंगी। उनकी जगह पार्टी के अन्य नेता को वहां भेजा जाना तय किया गया था। ज्ञात हो कि राज्य पुलिस ने प्रियंका को सीएए विरोध प्रदर्शन के कारण जेल में बंद सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एस. आर दारापुरी के घर जाने से रोक दिया था। प्रियंका ने आरोप लगाया था कि जब वह दारापुरी के घर जाने की जिद कर रही थीं, तब एक महिला पुलिसकर्मी ने उनकी गर्दन पकड़ ली थी। हालांकि लखनऊ पुलिस ने इस घटना का खंडन किया और कहा कि महिला सिपाही केवल अपना कर्तव्य निभा रही थी और प्रियंका ने अपने इस कार्यक्रम के बारे में पुलिस को सूचित नहीं किया था। वहीं देर रात प्रियंका ने इंदिरा नगर स्थित दारापुरी के घर जाकर उनके परिवार वालों से मुलाकात की।


दिव्यांग खेल प्रतियोगिता के लिए निमंत्रण

नये साल 2020 के पहले दिन पुरकाजी में होगी दिव्यांगों की खेल प्रतियोगिता


सभी दिव्यांग भाई खेल में भाग लेने ज़रूर आयें- ज़हीर फ़ारूक़ी


बागपत। पुरकाजी चेयरमैन ज़हीर फ़ारूक़ी नये साल के पहले दिन हर साल पुरकाजी में दिव्यांग खेल प्रतियोगिता का आयोजन कराते हैं जिसमें आस पास इलाके के दिव्यांग भाग लेते हैं ट्राइसाइकिल नींबू चम्मच रेस, ट्राइसाइकिल रेस, बैसाखी रेस, सुईं धागा प्रतियोगिता, मंदबुद्धि सवाल जवाब,गुब्बारा निशाना, आदि खेल कराये जाते हैं जीतने वाले को पुरुस्कार से सम्मानित किया जाता है साल के पहले दिन पुरकाजी में दिव्यांगों का मनोबल बढ़ाने का काम किया जाता है 
       पुरकाजी चेयरमैन ने सभी दिव्यांगो से अपील की है कि वो खेल में भाग लेने के लिए पुरकाजी ज़रूर आये पुरकाजी के एस डी इंटर कॉलिज में खेल प्रतियोगिता सुबह 11 बजे शुरू की जायेगी खेल शुरू होने से पहले दिव्यांग भाई अपना खेल रजिस्ट्रेशन करा लें जिसमें वो प्रतिभाग करना चाहते हैं बरला से श्री ब्रजभूषण त्यागी और श्री शमशाद कोच खेल सम्पन्न करायेंगे। दिव्यांगों का मनोबल बढ़ाने के लिए सकारात्मक सोच के लोग ज़रूर खेल देखने आयें।


बृजभूषण त्यागी


संगठन को मजबूत बनाने में जुटी भाजपा

फतेहगंज । कस्बे के रेड रोजिज पब्लिक स्कूल में भाजपा मंडल अध्यक्ष की कमेटी के गठन को लेकर चुनाव प्रभारी के साथ विस्तृत चर्चा की गई। भाजपा मंडल स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने में जुटेगी। यह बात चुनाव प्रभारी व जिला महामंत्री बदायूं राजेश्वर सिंह पटेल ने कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित बैठक में कही। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के लिए वास्तविक काम मंडल व बूथ के कार्यकर्ता करते हैं। बूथ ही संगठन की शक्ति का केंद्र होता है। राजनीति की असली जमीन बूथ है। यह जितनी उपजाऊ बनेगी संगठन उतना ही मजबूत होगा।


कार्यकर्ताओं के बीच कामों का विकेंद्रीकरण इस तरह होना चाहिए कि मंडल और बूथ दोनों को मजबूत बनाया जा सके। मंडल अध्यक्ष पूरी गंभीरता से काम करें। मंडल अध्यक्ष संजय चौहान ने चुनाव प्रभारी को 70 लोगो के नामों की सूची सौंपी है। जिस पर चुनाव प्रभारी अपनी अंतिम मोहर लगाएंगे। कार्यक्रम में पूर्व मंडल अध्यक्ष अजय सक्सेना, नगर पंचायत अध्यक्ष कृष्णपाल मौर्य, व्यापार मंडल अध्यक्ष कैलाश शर्मा, जिला पंचायत सदस्य भद्रसेन गंगवार, मंजू कोरी, सुनील शर्मा, गौरव मिश्रा, अतुल कठेरिया, अमित साहू, महेंद्र मौर्य, बाबूराम कश्यप, राम सिंह फौजी, दौलत राम आदि लोग मौजूद रहे।


गरीबों को ठंड से बचाने सड़क पर उतरे डीएम

इटावा। दिनों दिन गिरते पारे से कड़ाके की ठंड से गरीबो को बचाने के लिये सड़क पर निकले जिलाधिकारी जे बी सिंह और उपजिलाधिकारी सदर सिंद्धार्थ। दोनो अधिकारियों ने नगर का भ्रमण कर सड़क किनारे ठिठुरते गरीबो को कंबल बांटे और रैन बसेरों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया साथ ही गरीबो को ठंड से राहत देने के लिये अलाव की व्यवस्था की। इस दौरान नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अनिल तुंरत लकड़ियों का इंतज़ाम कर जगह जगह अलाव जलवाए। कड़ाके की ठंड से कांपते गरीबो ने राहत की सांस ली।


 


रिपोर्ट – अंकुर त्रिपाठी जिला ब्यूरो


पाकिस्तानी नंबर से बनाया व्हाट्सएप ग्रुप

कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पाकिस्तान के एक व्हाट्सएप नंबर में तीन मोबाईल नंबरों का एक गु्रप बनाकर पूरी हड़कंप मचा दी है। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के एक व्हाट्सएप नंबर में हिमाचल के तीन सौ के करीब नंबर में अपने ग्रुप में शामिल किया है। और उसके में करोडपति बनने की वीडियों फैला रहा है।इसकी जनकारी तभी मिली जब एक व्यक्ति ने इस गु्रप के एडमिन के नंबर को चेक किया तो तो सीरिज में पाकिस्तानी नंबर बताया गया उसने उस समय गु्रप से एग्जिट कर दिया। पाकिस्तान के 923007767196 इस नंबर से शुक्रवार को व्हाट्सग्रुप बनाया गया था। इसमें हिमाचल के 9817053500 से 9817053800 तक करीब 300 नंबरों को भी जोड़ा गया था। इसकी भनक लगते ही हिमाचल की खुफिया एजेंसियां जांच में जुट गईं। खुफिया एजेंसियों के साथ पुलिस भी तफ्तीश कर रही है। एसएसपी विमुक्त रंजन ने कहा कि खुफिया एजेंसियों के माध्यम से इस तरह का मामला ध्यान में आया है। इस और इसकी पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है।


3 साल की नौकरी, संपत्ति डेढ़ करोड़, जांच

नागपुर। पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक सहायक मोटर वाहन निरीक्षक (एएमवीआई) के पास 1.22 करोड़ रुपए की संपत्ति पाए जाने के बाद शुक्रवार को उसके खिलाफ आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया। एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में तैनात आरोपी मिथुन रामेश्वर डोंगरे पिछले तीन साल से सेवारत था।
उसे अप्रैल 2018 में एसीबी ने 2,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए कथित तौर पर पकड़ा था और जांच शुरू की गई थी। जांच में उसके पास 1,22,25,641 रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है जिसमें एक करोड़ रुपये की सावधि जमा, वाहन, अचल संपत्ति और निवेश शामिल हैं। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है। 



बाजार में आई हवा में उड़ने वाली बाइक

पेरिस। हम आपको आज एक ऐसी बाइक के बारे में बताएंगे जिसके बारे में पढ़कर आप चौंक जाएंगे। यह कोई साधारण बाइक नहीं है, इसके फीचर्स हैरान करने वाले हैं । क्या कभी आपने सोच था की बाइक हवा में उड़ सकती है ? ये लो आ गयी हवा में उड़ने वाली बाइक जो की फ्रांस की कंपनी लाज़रेथ ने बनाई हैं । बाइक LMV 496 में ऐसा फीचर है, जिसमें यह रोड मोड से सीधे फ्लाइट मोड में जा जाती है महज आपको एक बटन दबाने की जरुरत हैं।


रिपोर्ट के अनुसार लाजरेथ (Lazareth) कंपनी केवल कस्टमाइज़्ड बाइक्स (customized bikes) बनाती है और कंपनी शुरुआत में अभी इस बाइक के 5 प्रोटोटाइप (Prototype) बना रही हैं | पांच में से चार को आम लोग खरीद सकते हैं | इसकी मार्केट प्राइस 3.5 करोड़ रुपये रखी गयी हैं | कम्पनी का कहना हैं की इस गाडी को ख़ास मटेरियल (Material)से मजबूत बनाया गया हैं |


इसके आगे पीछे 2-2 टायर लगे हुए है और यह बाइक 1300 HP का थ्रस्ट जेनेरेट (Thrust generate) करता है, जिससे इस बाइक को हवा में उड़ने में मदत मिलता हैं | बाइक के डैशबोर्ड (Dashboard)से आपको सभी जानकारी मिलती है जैसे बाइक में फ्यूल कितना है, अल्टीटयूड (Altitude), स्पीड (Speed), पोजीशन (Position) और भी बहोत कुछ |


वही कुछ समय पहले नीदरलैंड (Netherland) की एक कंपनी PAL-V ने ऐसी बाइक बनाई थी जो जमीन और हवा में चल सकती हैं | PAL-V मतलब पायनियर पर्सनल एयर लैंडिंग व्हीकल, जिसकी बुकिंग शुरू हो गयी हैं | इस बाइक का दाम 4 करोड़ 29 लाख रुपये से शुरू हैं |


डेढ़ लाख की लागत से तैयार 'सोलर ऑटो'

ऊना। कहते है इंसान में अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होती है। इन्ही पंक्तियों को सच कर दिखाया है ऊना जिला के गांव बसोली के रहने वाले विपिन धीमान ने। विपिन धीमान के पिता ऊना ( Una)में ऑटो स्पेयर पार्ट ( Auto spare part) का व्यवसाय करते है। अपने पिता के व्यवसाय के दौरान ही गाड़ियों में रूचि होने के चलते ही विपन ने ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग ( Automobile engineering) की। इस समय विपन आईआईटी मंडी में शोधकर्ता है।


विपिन ने ऑटो व्यवसाय को सस्ता और प्रदूषण रहित बनाने के उद्देश्य से आईआईटी मंडी के समक्ष सोलर ऊर्जा से चलने वाले ऑटो का प्रस्ताव रखा जिसे आईआईटी मंडी ने स्वीकार किया और सोलर ऑटो बनाने के लिए विपिन को आर्थिक मदद दी वहीँ प्रदेश सरकार द्वारा भी विपन को एक साल के लिए हर माह सस्टेनस एलाउंस दिया जा रहा है। इस ऑटो पर 800 वॉट का सोलर पैनल स्थापित किया गया है, सौर ऊर्जा (Solar energy)से पूरा चार्ज होने के बाद यह ऑटो 200 किलोमीटर का सफर तय कर सकता है। इस ऑटो की अधिकतम स्पीड 45 किलोमीटर प्रति घंटा है वहीँ सौर ऊर्जा न मिलने पर इस ऑटो को बिजली से भी चार्ज किया जा सकता है। यह ऑटो जहाँ ध्वनि रहित है वहीँ इससे प्रदूषण भी नहीं फैलता है। विपन धीमान ने बताया कि इस ऑटो को बनाने के लिए उन्हें दो साल का समय लगा है। विपिन ने बताया कि अभी तक इस ऑटो को बनाने में डेढ़ लाख का खर्च आ चुका है और 2 से अढ़ाई लाख के बीच यह ऑटो पूरी तरह से बनकर तैयार हो जायेगा।


ऑटों में न साउंड है और न ही न प्रदूषण


विपिन ने बताया कि आईआईटी मंडी कैटालिस्ट द्वारा इस ऑटो को बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपये मिले है वहीं प्रदेश सरकार द्वारा भी उन्हें एक साल के लिए 25 हजार रुपये प्रति माह सस्टेनस एलाउंस दिया जा रहा है। विपिन की माने तो डीजल ऑटो बंद होने के बाद यह ऑटो मैदानी इलाकों के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।


उसने अपनी कंपनी भी रजिस्टर्ड करवा ली है और जल्द ही ऊना में सोलर ऑटो बनाने का उद्योग स्थापित किया जायेगा जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। वहीं इस ऑटो की सवारी करने वाले भी ऑटो को देखकर खासे उत्साहित है। स्थानीय लोगों की माने तो इस ऑटो में कोई साउंड नहीं है और न ही इससे प्रदूषण होगा। स्थानीय लोगों की माने तो आने वाले समय में यह एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।


चलती ट्रेन में सैनिक डॉक्टर ने कराई नॉर्मल डिलीवरी

 
अमृतसर। हमारे देश की सेना हर समय देश के नागरिकों की मदद के लिए तैनात रहती है। सरहदें हो या देश के भीतर आई कोई आपदा सेना के जवान हर मुश्किल में डटे रहते हैं। सेना की डॉक्टरों ने चलती ट्रेन (Train) में ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसकी चारों तरफ प्रशंसा हो रही है। अमृतसर (Amritsar) से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस में इन डॉक्टरों ने महिला की डिलीवरी करवाई। गुरदासपुर के मिलिट्री हॉस्पिटल टिबरी कैंट की दो महिला कैप्टन ललिता हंस और कैप्टन अमनदीप कौर ने 21 वर्षीय महिला (कोमल) की प्री-मैच्योर डिलीवरी करवाई।


जानकारी के अनुसार दोनों महिला डॉक्टर हावड़ा एक्सप्रेस (Howrah Express) से लखनऊ अपने बेसिक नर्सिंग आफिसर्स कोर्स के लिए जा रही थीं। जिस बोगी में दोनों सवार ती उसी में कोमल नाम की महिला भी अपने परिवार के साथ सवार थी। जब ट्रेन नजीबाबाद और मुरादाबाद के बीच पहुंची तो गर्भवती कोमल को तेज प्रसव पीड़ा उठी। यात्री मदद के लिए महिला के पास पहुंचे, मगर महिला हालत देख कर वे कुछ भी करने में असमर्थ थे तभी सेना की इन दोनों ऑफिसर्स ने मदद की पेशकश की।


महिला की स्थिति काफी नाजुक हो रही थी। दोनों महिला डॉक्टरों ने चलती ट्रेन में ही यात्रियों से शेविंग ब्लेड धागे और गर्म पानी की बोतल का इंतजाम करने को कहा। यात्रियों ने भी उन्हें सहयोग देते हुए जैसे-तैसे सामान जुटाया। मौके पर जो कुछ भी उपलब्ध हुआ, दोनों उसी से कोमल की 20 मिनट में नॉर्मल डिलीवरी (Normal delivery) करवाकर उसकी व नवजात बच्ची की जान बचा ली। महिला की डिलीवरी होने के बाद लोगों ने भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे लगाए। मुरादाबाद स्टेशन पर रेलवे की चिकित्सा अधिकारी ने महिला को अटैंड किया और सब कुछ सही पाए जाने पर कोमल को उसके गंतव्य रायबरेली तक सफर की अनुमति दी।


मनाली में बर्फबारी के बीच कंगना का 'याहू'

मनाली। सर्दियों की छुट्टियों के बीच नववर्ष का स्वागत करने अपने घर मनाली (Manali) पहुंची कंगना रनौत (Kangana Ranaut) इन दिनों बर्फबारी के बीच जमकर अठखेलियां करती दिख रही हैं। कंगना के इंस्टाग्राम पर लाइव तस्वीरें बता रही हैं कि वह अपने परिजनों के साथ मस्ती के मूड में हैं। इसी दौरान वह एक वीडियो में बर्फ के बीच “याहू” करती हुई भी दिखाई दे रही हैं।


अपनी आने वाली फिल्म पंगा का ट्रेलर सोशल मीडिया पर रिलीज होने के बाद से अभिनेत्री कंगना रनौत मनाली में है। कंगना की बहन रंगोली चंदेल (Rangoli Chandel) ने भी अपने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है, हिमालय बहुत खूबसूरत है, हमारे पहाड़ों की खूबसूरती ही कुछ और है।


सिंघम-सिंबा सूर्यवंशी के साथ आते हैं

मुंबई। रणवीर सिंह और सारा अली खान की फिल्म सिंबा के एक साल पूरे होने के मौके पर मेकर्स ने फैंस को सरप्राइज दिया है। मेकर्स ने रोहित शेट्टी की अपकमिंग फिल्म सूर्यवंशी की एक झलक दी है। 
अजय देवगन ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक विडियो शेयर किया है जिसमें सिंघम और सिंबा सूर्यवंशी के साथ आते हैं।
अजय ने पोस्ट को कैप्शन दिया है, इससे बड़ा कुछ नहीं हो सकता। तीन गुना फन, तीन गुना ऐक्शन और तीन गुना ऐक्शन का वादा। 
फैंस को इस फिल्म का इंतजार है और मेकर्स ने इसकी रिलीज डेट भी अनाउंस कर चुके हैं। फिल्म 27 मार्च 2020 को रिलीज होगी। बता दें कि पहले अक्षय कुमार स्टारर सूर्यवंशी और सलमान खान स्टारर इंशाअल्लाह बॉक्स ऑफिस पर एक ही दिन रिलीज होने वाली थीं। लेकिन बीते दिनों सलमान ने ट्विटर के जरिए बताया था कि सूर्यवंशी की रिलीज डेट बदल दी गई है। सलमान ने ट्वीट किया था, मैंने रोहित शेट्टी को हमेशा अपना छोटा भाई माना है और आज उसने यह साबित भी कर दिया। अब सूर्यवंशी 27 मार्च 2020 को रिलीज होगी।


बाल झड़ने से रोकने के कारगर उपाय

सर्दी के दिनों में सिर्फ त्वचा ही नहीं, बाल भी रूखे और बेजान हो जाते हैं, और बालों को अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है। सर्द मौसम में बालों का झडऩा एक बड़ी समस्या होती है, जिससे निजात पाना जरूरी है। जानें बाल झडऩे के कारण और 5 कारगर उपाय-
कारण – पोषण की कमी बालों के झडऩे की एक प्रमुख वजह है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ कारण हैं जो बालों के झडऩे के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह रहे बाल झडऩे के कारण –
1 तनाव
2 एनीमिया
3 बालों के साथ एक्सपेरिमेंट
4 विटामिन बी की कमी
5 प्रोटीन की कमी
6 हाइपो थॉयरॉडिज्म
7 डैंड्रफ
8 बोरिंग के पानी से बाल धोना
9 अनुवांशिक
10 बालों की जड़ों में इंफेक्शन
बालों को झडऩे से बचाने के लिए उसके कारण को पहचानना और सही उपचार अपनाना बेहद जरूरी है। अब जानिए ऐसे 5 कारगर उपचार, जो बालों को झडऩे से रोकने के लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे –
1 नारियल – बालों को पोषण देने के लिए नारियल हर रूप में बेहद उपयोगी है। नारियल तेल को हल्का गर्म कर बालों की जड़ों में मसाज करने से जड़ों को पोषण मिलता है और बाल मजबूत होते हैं। इसे कम से कम 1 घंटा बालों में लगाए रखें। इसके अलावा नारियल का दूध बालों में लगाकर मसाल करने के 1 घंटे बाद बाल धोने से भी लाभ होता है।
2 गुड़हल – गुड़हल के लाल फूल बालों के लिए वरदान से कम नहीं है। गुड़हल के फूल को पीसकर नारियल तेल के साथ बालों में लगाएं और आधे से 1 घंटे तक बालों में रखें। इसके बाद बालों को धो लें। यह प्रयोग बालों को डैंड्रफ से बचाने के साथ ही मजबूत और चमकदार बनाता है।
3 अंडा – अंडा प्रोटीन से भरपूर होता है, साथ ही इसमें जिंक, मिनरल और सल्फर भी होता है। ये सभी पोषक तत्व मिलकर बालों को मजबूती प्रदान करते हैं और बालों का झडऩा रोकते हैं। अंडे के सफेद भाग को जैतून के तेल के साथ अच्छी तरह मिक्स करके बालों में मसाज करें। आधे घंटे के बाद बाल धो लें।
4 प्याज – प्याज का रस लगाने से न केवल बालों का झडऩा कम होता है, बल्कि बालों का फिर से उगना और लंबाई बढऩा भी शुरू हो जाता है। सप्ताह में दो बार प्याज के रस का बालों में लगाकर आधे घंटे बाद शैंपू कर लीजिए। यह बेहद कारगर उपाय है।
5 लहसुन – सल्फर की अधिकता के कारण लहसुन भी बालों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे नारियल तेल में पकाकर या फिर इसके जूस को नारियल तेल में मिलाकर लगाने से काफी फायदा होता है।


शक्कर से करे कॉकरोच का सफाया

सभी के घरों में पाई जाने वाली शकर के कुछ ऐसे जबरदस्त नुस्खे है, जो सभी को नहीं पता होते। अगर आप इन नुस्खों को जानकर इन्हें आजमाएंगे तो आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती है, जिनमें घर से कॉकरोच 
का सफाया करना भी शामिल है। आइए, जानते हैं कैसे-
1 बादाम को खराब होने से बचाने के लिए कंटेनर में रखने से पहले उसमें तीन-चार चम्मच शक्कर डाल दें, इससे सालों-साल बादाम खराब नहीं होंगे।
2 यदि आप चाहते हैं कि फूलदान और गमलों का पानी जल्दी ना बदलना पड़ें तो लगभग 10-12 लीटर पानी में एक औंस हाइड्रोजन सल्फेट मिलाकर थोड़ी-सी चीनी डाल दें, इस घोल से फूल 15-20 दिनों तक ताजे बने रह सकते हैं।
3 फटे हाथ-पैरों के इलाज के लिए चीनी के शर्बत से उन्हें धोना चाहिए।
4 कॉकरोच कई बीमारियों के वाहक है, उनसे बचने के लिए दस ग्राम बोरिक एसिड पाउडर, एक बड़ा चम्मच चीनी, एक बड़ा चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच गेहूं के आटे को मिलाकर गोलियां बनाएं, अब इन गोलियों को अलमारी या फ्रिज में रखें कॉक्रोच नहीं आएंगे।


अमरकंटक में दूसरे दिन भी न्यूनतम 1 डिग्री

अम्बिकापुर/पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड, बिलासपुर जिले में बदला गया स्कूलों को टाइम टेबल पूरा छत्तीसगढ़ कड़ाके की ठंड की चपेट में है। अमरकंटक में दूसरे दिन भी न्यूनतम पारा 1 डिग्री दर्ज किया गया। यहां कई जगहों पर बर्फ जम गई है। रंगमहला मंदिर, बस स्टैंड, रामघाट, कपिलधारा, श्री यंत्र मंदिर सोनमुडा सहित कई स्थानों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। वहीं पेंड्रा में पारा 5 डिग्री दर्ज की गई है।


ठंड से आम जनजीवन प्रभावित है। पेंड्रा में कड़ाके की ठंड के कारण जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। जारी किया आदेश के बाद अब स्कूल सुबह 8:30 बजे से 12 बजे। पहली पाली की कक्षाएं दोपहर 12:45 से शाम 5 बजे तक। दूसरी पाली की कक्षाएं और एकल पाली स्कूल के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 10 जनवरी तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।
वहीं ठंड का कहर सरगुजा में भी जारी है। मैनपाट बर्फ की चादर से ढक गया है। फसलों तथा पैरा में भी बर्फ जम गई है। ठंड ने कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। यहां तापमान करीब 1 डिग्री तक पहुंच गया है। ठंड से आलू समेत कई फसलों को नुकसान हो रहा है।


देश में हिंसा के पीछे पीएफआई का हाथ

एनआरसी और सीएए के विरोध के पीछे खड़े होकर फैला रहे अराजकता


स्थानीय स्तर पर मुस्लिम युवकों को जोड़कर बढ़ा रहे अपना नेटवर्क


लखनऊ । देश में नागरिकता अधिनियम का विरोध कर रहे इस्लामिक संगठनों के बीच से एक नाम उभरकर सामने आ रहा है। वह है इस्लामिक चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया विश्वस्त सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भड़की हिंसा में पीएफआई का नाम प्रमुखता से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया 2006 में केरल में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (एनडीएफ) के मुख्य संगठन के रूप में शुरू हुआ था। जो आज देश के कई राज्यों में मजबूत हो चुका है।
केंद्रीय एजेंसियों के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से साझा किए गए ताजा खुफिया इनपुट और गृह मंत्रालय के मुताबिक, यूपी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, वाराणसी, आजमगढ़ और सीतापुर क्षेत्रों में पीएफआई लगातार सक्रिय रहा है जिसके कारण इन इलाकों में उपद्रव ज्यादा हुए हैं। केंद्र और राज्य सरकार की खुफिया विभागों की संयुक्त रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट, मनिथा नीति पासराई, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और अन्य संगठनों के साथ मिलकर कई राज्यों में पहुंच हासिल कर ली है और वह पिछले दो साल से उत्तर प्रदेश में अपना आधार फैला रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तत्कालीन मायावती सरकार की ओर से शुरू किए गए सख्त उपायों ने पीएफआई सदस्यों को उत्तर प्रदेश छोड़ने के लिए मजबूर किया था, लेकिन उन्होंने पिछले दो साल में राज्य में पैठ बनानी शुरू कर दी है। एक जानकारी के अनुसार पीएफआई के सदस्य पूर्वांचल से ज्यादा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय हैं।
जहां शामली जिले में 19 दिसंबर से पीएफआई के 14 सदस्यों सहित 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से सीएए के विरोध प्रदर्शनों के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों को उकसाने का प्रयास कर रहे थे। शामली के एसपी विनीत जायसवाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'पीएफआई के कुल 14 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें इस संस्था का अहम सदस्य मोहम्मद शदाब भी शामिल है. पीएफआई के दो और सदस्य वॉन्टेड हैं। वहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी पीएफआई के जद से बाहर नहीं दिखाई दे रही है । एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा, 'लखनऊ हिंसा के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इनके नाम हैं वसीम, नदीम और अशफाक हैं और ये तीनों पीएफआई से जुड़े हैं। जिसमें वसीम पीएफआई का प्रदेश प्रमुख है जबकि वसीम खाजानची और नदीम इसी संस्था का सक्रिय सदस्य है। उत्तर प्रदेश पुलिस गिरफ्तार पीएफआई के सदस्यों के सहारे पूरे प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शन के तार जोड़कर देख रही है। गिरफ्तार हुए इन सदस्यों के सहारे पुलिस इस पूरे संगठन को खत्म करने के प्रयास में जुटी हुई है।


कर्नाटक के किसान ने बनाया मोदी 'मंदिर'

प्रधानमंत्री की योजनाओं से है प्रभावित


प्रधानमंत्री किसान कल्याण निधि योजना से पहुंचा लाभ


मुंबई। एक तरफ जहां केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कानून नागरिकता संशोधन का देश में लगातार विरोध हो रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोषी ठहराया जा रहा है । वहीं दूसरी तरफ कर्नाटका में एक किसान ने प्रधानमंत्री मोदी की मूर्ति अपने खेत में स्थापित की है और रोज उसकी पूजा करता है। बता दें कि तमिलनाडु में एक किसान ने अपने खेत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंदिर बनवाया है। पी.शंकर नाम के इस 50 वर्षीय किसान ने वहां करीब 63 किलोमीटर दूर इराकुड़ी गांव में पिछले सप्ताह मंदिर का उद्घाटन किया है। मोदी का यह मंदिर आठ गुणा आठ फुट का है और इसकी फर्श पर टाइल्स लगी है। लोगों के स्वागत के लिए परंपरागत रंगोली भी बनाई गई है। मंदिर की लागत करीब 1.2 लाख रुपये है और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मूर्ति लगी है। उसका कहना है वह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी कल्याणकारी योजनाओं से बेहद प्रभावित है और उसे इसका स्कीम का फायदा भी मिला है। यही वजह है कि उसने पीएम मोदी का मंदिर बनाया है, जहां वह रोजाना उनकी आरती उतारता है। शंकर ने बताया, ''कुछ दिक्कतों के चलते मैं इसे जल्दी नहीं पूरा कर सका और मंदिर का उद्घाटन पिछले सप्ताह हुआ है।


भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा 450 करोड़ का पुल

कर्मनाशा नदी पर बना पुल मात्र 10 सालों में धराशाई


 बिहार से चंदौली के रास्ते ओवरलोड ट्रकों का कारनामा


प्रखर चंदौली। उत्तर प्रदेश बिहार की सीमा पर कर्मनाशा नदी पर बना 450 करोड़ का पुल मात्र 10 सालों में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। उसके पिलर के पाए क्षतिग्रस्त हो चुके हैं जिसको देखते हुए प्रशासन ने अब उस पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है। एनएच-2 पर स्थित पुल के टूटने से यूपी से बिहार जाने के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत के शहरों की तरफ जाने वाले वाहनों के आवागमन की समस्या हो गई है। वहीं, पुल के टूटने को लेकर जिला प्रशासन जहां जांच की बात कह रहा है, तो वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ओवरलोडिंग की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रहा है। फिलहाल पुलिस ने पुल टूटने की खबर मिलते ही दोनों तरफ के वाहनों की आवाजाही रोक दी है। बतादें कि
450 करोड़ रुपए की लागत से बने इस पुल का निर्माण 2003 में शुरू हुआ था। करीब 6 साल बाद साल 2009 में इस पर वाहनों की आवाजाही शुरू हुई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटिया निर्माण के कारण मात्र 10 साल में इस पुल का गर्डर टूट गया है।  यह घटना शनिवार के अलसुबह की है, जब तेज आवाज के साथ पुल के बीच का पिलर का विंग टूट गया। इस कारण पुल का बीच का हिस्सा बैठ गया। वहीं, अगल-बगल वाले पिलर में भी दरारें आ गईं हैं। वाहनों के चक्के थमने से एनएच-2 पर कई किलोमीटर का लंबा जाम लग गया। इस घटना के बाद जिलाधिकारी ने वैकल्पिक व्यवस्था के आदेश दिए हैं। लेकिन अब तक सिर्फ छोटी गाड़ियों के लिए ही पुराने पुल से रास्ता बनाया जा सका है । जबकि बड़ी गाड़ियों का जाम लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले में चंदौली के जिला अधिकारी नवनीत सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं । तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण प्राधिकरण ने इस पर बयान देते हुए कहा है कि ओवरलोडिंग के कारण यह समस्या हुई है। एनएचएआई के अधिकारी योगेश गढ़वाल ने घटना को लेकर बताया कि ओवरलोडिंग की वजह से पिलर का विंग टूटा है।  आपको बता दें कि कर्मनाशा नदी पर बने इस पुल से रोजाना सैकड़ों वाहन यूपी से बिहार और उत्तर भारत के अन्य शहरों के लिए गुजरते हैं। इस पुल के बंद होने से पूर्वांचल इलाके में बालू की सप्लाई के ठप होने का अंदेशा है। बता दें कि इस पुल के माध्यम से बिहार के कर्मनाशा से अवैध रूप से बालू लगातार पूर्वांचल के कई जनपदों में पहुंचता रहा है । अब इस घटना के बाद भले ही जिलाधिकारी चंदौली अब इस मामले में जांच कराने की बात कर रहे हो लेकिन अगर समय रहते इस पर कदम उठाया गया होता तो इस तरह की घटना सामने नहीं आती।


ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड, यूपी में 57 की जान ली

नई दिल्ली। पहाड़ों पर बर्फबारी, सर्द हवाओं और घने कोहरे के कारण देश की राजधानी दिल्ली समेत समूचा उत्तर भारत बर्फीली ठंड से जम गया है। शनिवार को दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश से लेकर केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की द्रास घाटी और जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर तक जबरदस्त शीत लहर से जनजीवन थम सा गया।


पारा रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है। दिल्ली के सराय काले खान इलाके में सुबह तापमान गिरकर 2.0 डिग्री तक चला गया। दिसंबर में इस सीजन का यह न्यूनतम तापमान है। सर्दी के बदतर हालात को देख मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।


वहीं, यूपी के कानपुर में यह दो डिग्री और लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास में पारा -28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 1.2 डिग्री तक पहुंचा। राजस्थान के शेखावटी में न्यूनतम तापमान -4 डिग्री रहा।


छह राज्यों के लिए रेड अलर्ट
ठंड को देखते हुए छह राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में सर्दी की वजह से झरना जम गया। शिमला में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रहा, जो दिल्ली के औसत 2.4 डिग्री से काफी ज्यादा है। पहाड़ों में हो रही भारी बर्फबारी के चलते तापमान में भारी गिरावट आई है।


घने कोहरे और तकरीबन शून्य दृश्यता के चलते दिल्ली आने-जाने वाली कम से कम चार उड़ानों के मार्ग बदले गए हैं। कोहरे की वजह से दिल्ली आने-जाने वाली 24 ट्रेनों के मार्ग बदले गए। दिसंबर से अब तक 8 सर्द दिवस और 7 गंभीर सर्द दिवस रिकॉर्ड हो चुके हैं।


भीषण ठंड के बीच वायु प्रदूषण ने भी हाला बदतर कर दिया है। दिल्ली, यूपी समेत कई शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति बदतर रही। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 413 रहा । जिसके चलते सांसों पर संकट बढ़ा है। कानपुर में में यह 291 और लखनऊ में 338 के खतरनाक स्तर पर रहा।


दिल्ली: 15 दिनों से लगातार शीतलहर का बना रिकॉर्ड
दिल्ली शनिवार को लगातार 15वें दिन सबसे सर्द रहा। 1901 के बाद यहां सबसे ज्यादा ठंडा दिसंबर रहा है। 1997 में आखिरी बार इसी तरह की ठंड से दो चार हुआ था। दिल्ली में 30 दिंसबर 2013 को भी पारा 2.4 डिग्री रहा और वहीं 11 दिसंबर, 1996 को 2.3 डिग्री और 27 दिसंबर 1930 को शून्य डिग्री दर्ज हुआ था।


राजस्थान: सीकर में पारा माइनस में, खेतों पर पड़ा पाला
राजस्थान में सीकर में पारा -1 पर चला गया। जयपुर में पारा पांच साल बाद फिर 4 डिग्री तक गिर गया। जयपुर जिले के जोबनेर में तापमान -1 डिग्री दर्ज किया गया। माउंट आबू में -1.5 डिग्री दर्ज हुआ। सर्दी का आलम यह है कि सुबह छतों, खेतों और गाड़ियों में पाले की परत जम गई है।


उत्तर प्रदेश में ठंड से 57 लोगों की मौत, पारा जमाव बिंदु के करीब


उत्तर प्रदेश में ठंड के कहर के चलते ज्यादातर शहरों में पारा जमाव बिंदु के करीब जा पहुंचा है। न्यूनतम तापमान शनिवार को अलीगढ़ में 1.8 डिग्री, बहराइच में 2.0 डिग्री, बरेली में 3.1 डिग्री, झांसी में 2.3 डिग्री, कानपुर में 2.0 डिग्री और लखनऊ में 3.5 डिग्री दर्ज किया गया। स्थिति यह है कि घर के अंदर रजाई में भी राहत नहीं मिल रही। ठंड की वजह से विभिन्न जिलों में 57 लोगों की मौत हो गई है।


कानपुर में शनिवार को एक झटके में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री लुढ़ककर रिकॉर्ड 2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि आगामी 31 दिसंबर तक प्रदेश में कोल्ड डे रहेगा। 1 से 3 जनवरी तक बारिश हो सकती है। मौसम खराब होने के कारण बस, ट्रेन और विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं।


झांसी में ठंड ने 65 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां ठंड से खेत की रखवाली कर रहे एक किसान समेत दो लोगों की मौत हो गई। मध्य यूपी और बुंदेलखंड में 35 जबकि पूर्वांचल में 16 लोगों की मौत ठंड से हो गई। अकेले कानपुर शहर में ही ठंड से 19 लोगों ने दम तोड़ दिया। हाथरस जिले में एक मासूम समेत तीन लोगों ने दम तोड़ दिया।



जात-पात से ऊपर सोचता है आज का युवा

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवाओं को अराजकता, अस्थिरता और जातिवाद से चिढ़ है। आज का युवा जात-पात से ऊंचा सोचता है। आज की युवा पीढ़ी परिवाववाद और जातिवाद पसंद नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का युवा सिस्टम को फॉलो करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का पीढ़ी बेहद तेज-तर्रार है। नई पीढ़ी कुछ नया और कुछ अलग करने की सोचती है। अपने मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बिहार के एक स्कूल के कार्यों को सराहा।प्रधानमंत्री ने कहा कि स्कूल का पहल काफी सराहनीय है।


पश्चिम चंपारण के के.आर. स्‍कूल के पूर्ववर्ती छात्रों के पहल को सराहा


2019 के अंतिम 'मन की बात' में पीएम मोदी ने बताया कि बिहार के पश्चिम चंपारण जिला स्थित भैरवगंज में लोगों ने हेल्‍थ सेंटर बनाया है।हेल्थ सेंटर के संचालन का जिम्मा जिला मुख्‍यालय बेतिया के केआर स्‍कूल के साल 1995 के पूर्ववर्ती छात्रों ने उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1995 बैच के स्‍कूल के छात्रों ने अपना पूर्ववर्ती छात्र सम्‍मेलन 'संकल्‍प 95' आयोजित किया, जिसमें उनलोगों ने उक्‍त संकल्‍प लिया गया।


विधानसभा में एक साथ,देवर-भाभी,ससुर-दामाद

पटना। झारखंड विधानसभा में इसबार अनोखा नजारा देखने को मिलेगा। राजनीति में परिवारवाद को मुद्दा बनाकर एक-दूसरे पर निशाना साधने वाले पार्टियों के नेता खुद परिवार के सदस्यों के साथ विधानसभा में बैठेंगे। इसबार झारखंड विधानसभा के अंदर काफी दिलचस्प नजारा देखने को मिलेगा। क्योंकि सदन में विधानसभा पहुंचे विधायकों में देवर-भाभी, ससुर-दामाद के साथ-साथ समधियों की जोड़ी नजर आएगी।


झारखंड चुनाव में इसबार जनता ने महागठबंधन को मौका दिया है। झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन ने एक बड़ी जीत हासिल की है। हेमंत सोरेन रविवार को 11वें सीएम के तौर पर सपथ लेने जा रहे हैं। लेकिन इसबार चुनाव में कई ऐसे विधायक भी चुनकर आये हैं। जिनके ऊपर परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है।


देवर-भाभी की जोड़ी
हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट से निर्वाचित हुए हैं। शिबू सोरेन की विरासत को संभाल रहीं दुर्गा सोरेन की विधवा सीता सोरेन भी तीसरी बार संथाल परगना की जामा सीट से जेएमएम के टिकट पर विधायक बनी हैं। इस तरह से देवर-भाभी की जोड़ी विधानसभा में सत्तापक्ष में बैठेगी। बता दें 2014 और 2009 में भी यह जोड़ी विधानसभा की शोभा बढ़ा चुकी है।


पक्ष और विपक्ष में ससुर-दामाद की जोड़ी
झारखंड में इसबार पक्ष और विपक्ष का मुकाबला भी रोचक होगा। सत्ताधारी पार्टी के टुंडी से विधायक मथुरा महतो के सामने अपने दामाद मांडू से बीजेपी विधायक जयप्रकाश भाई पटेल होंगे। बता दें कि इनके पिता टेकलाल महतो झामुमो के संस्थापक सदस्यों में से थे और उसी सीट पर पांच बार विधायक बने। ससुर और दामाद की यह जोड़ी जेएमएम की पूर्व की सरकारों में मंत्री और साथ में विधायक भी रह चुकी है।


एकसाथ दो समधी भी दिखेंगे
इसबार के विधानसभा में दो समधियों की जोड़ी भी देखने को मिलेगी। हुसैनाबाद से एनसीपी के नवनिर्वाचित विधायक कमलेश कुमार सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औ बेरमो से चुने गए विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के साथ सदन में साथ दिखेंगे। एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक कमलेश कुमार सिंह की बेटी राजेंद्र प्रसाद सिंह की बहू हैं। बता दें कि इससे पहले भी समधियों की यह जोड़ी झारखंड सरकार में मंत्री रह चुकी है।


झारखंड के नतीजे बिहार में डालेंगे असर

रांची। इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है रांची से जहां राजद नेता तेजस्वी यादव रांची एयरपोर्ट पहुंचे हैं। तेजस्वी हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने रांची पहुंचे हैं। झामुमो नेता हेमंत सोरेन आज झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने वाले हैं। झामुमो के नेता हेमंत सोरेन आज दोपहर दो बजे मोरबाड़ी मैदान में सीएम पद की शपथ लेंगे।


कोऑर्डिनेशन के साथ लड़ा महागठबंधन
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस जीत से लोगों में काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने इस चुनाव में काफी मेहनत किया। भाजपा के खिलाफ लड़ रही पार्टियों में कोऑर्डिनेशन देखने मो मिला। झारखंड की जनता ने हमलोगों को मौक़ा दिया है। तेजस्वी ने बताया कि वह हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। हेमंत सोरेन ने जिसको न्योता दिया है। विपक्ष के सभी लोग आने वाले है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, राजद नेता तेजस्वी यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हो सकते हैं।


नकारात्मक राजनीत करने वालों का अंजाम नकारात्मक हुआ
एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने मुद्दे पर चुनाव लड़ा। जिसको लेकर झारखंड की जनता ने हमे मौका दिया। सरकार  पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करेगी। तेजस्वी ने कहा कि झारखंड चुनाव का रिजल्ट बिहार चुनाव सहित देश के अन्य राज्यों में काफी असर डालेगा। कांग्रेस मुक्त भारत के सवाल पर तेजस्वी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि नकारात्मक राजनीत करने वालों का अंजाम नकारात्मक हुआ है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


दिसंबर 30, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-145 (साल-01)
2. सोमवार, दिसंबर 30, 2019
3. शक-1941, पौष - शुक्ल पक्ष, तिथि- तीज, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:15,सूर्यास्त 05:37
5. न्‍यूनतम तापमान -5 डी.सै.,अधिकतम-14+ डी.सै., शीत लहर के साथ बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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