नई दिल्ली! दिल्ली का जामिया इलाका अभी भी तनावग्रस्त है। हिरासत में लिए 50 छात्रों को रिहा करने के बाद छात्र व प्रदर्शनकारी धरने से हट गए हैं। घेराव खत्म हो गया है। लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है। एहतियातन कैंपस, स्कूलों व एएमयू में 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी गई है। इस मामले में राजनीति घुस गई है। आधी रात को कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस व भाजपा पर छात्रों पर लाठी बरसाने का आरोप लगाया। आम आदमी पार्टी अपने विधायक अमानुल्लाह खान के कारण इस मामले में पहले से ही शामिल मानी जा रही है। असम में लगभग शांत हो चुके आंदोलन की आग को दिल्ली तक लाना और वँहा भड़काना, इस इस पर पुलिस की पहले से नजर थी। और उस इलाके में एहतियातन भारी बल पहले से ही तैनात था। अब भी पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जामिया के साथ-साथ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी 5 तारीख तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। अलीगढ़ के साथ-साथ कानपुर मेरठ में भी इंटरनेट सेवाएं स्थगित कर दी गई है।
नागरिकता संशोधन बिल का असम और पूर्वोत्तर में विरोध समझ में आता है लेकिन उस आंदोलन का सीधे दिल्ली पहुंच जाना और उसमें घोषित सरकार विरोधी छात्रों का शामिल हो जाना कहीं न कहीं इस मामले के राजनीतिक होने का सबूत दे रहा है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानुल्लाह खान की अगुवाई भी इस मामले में राजनीति की घुसपैठ होने की चुगली कर रही है। कांग्रेस भी मौका देख कर छात्रों के साथ खड़ी हो गई है और अपने एजेंडे के तहत नागरिकता संशोधन बिल का विरोध उसने दिल्ली में भी शुरू कर दिया है। ऐसा लगता है की नागरिकता संशोधन बिल का असम में उम्मीद के मुताबिक विरोध होता ना दे अब इस आंदोलन को देश के अन्य हिस्सों में फैलाया जा रहा है। बहरहाल पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। और एहतियाती कदम उठाकर नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश में लगी हुई हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.