नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत बंद का ऐलान किया गया है। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में माकपा और भाकपा सहित सभी वामदल और मुस्लिम संगठन आज यानी बृहस्पतिवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे। वामदलों की ओर से बुधवार को जारी संयुक्त बयान के अनुसार माकपा, भाकपा, भाकपा माले, फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी सहित अन्य वाम संगठनों की सभी प्रदेश और जिला इकाई देश के सभी जिला मुख्यालयों पर बृहस्पतिवार को सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन करेंगे।
लेफ्ट पार्टियों के इस भारत बंद को विपक्ष का भी समर्थन प्राप्त है। बताया जा रहा है कि लेफ्ट पार्टियों के इस भारत बंद को राजद, सपा, कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है। नागरिकता कानून के खिलाफ लेफ्ट विंग और मुस्लिम संगठनों द्वारा बुलाए गए एक दिन के बंद को लेकर बेंगलुरु में तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, छात्र संगठनों ने भी कई मुद्दों को लेकर गुरुवार को यानी बिहार बंद का आह्वान किया है। इस बंद में 11 छात्र संगठन शामिल हैं। छात्रों ने नागरिक संशोधन कानून, एनआरसी और गैंग रेप के बढ़ते मामले के खिलाफ बंद का आह्वान किया है। उत्तर प्रदेश में भी राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के बीच दिल्ली के कुछ इलाकों में मोबाइल फोन सर्विस को बंद किया गया। यह जानकारी एयरटेल ने दी है। लाल किला के पास नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जेएनयू के पूर्व छात्र और कार्यकर्ता उमर खालिद समेत कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। स्वराज्य अभियान प्रमुख योगेंद्र यादव को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मार्च करने के दौरान लाल किले के निकट हिरासत में लिया गया।
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