नई दिल्ली। एक तो टेस्ट क्रिकेट, उसमें भी छक्कों की बात जिसपर वीरेंद्र सहवाग का क्रम पांचवें नंबर पर, है ना थोड़े हैरत की बात! इसमें कोई शक नहीं कि टेस्ट क्रिकेट के जायके में तड़का लगाने का जो पहल वीरेंद्र सहवाग और उनके समय के कुछ खिलाड़ियों ने किया था उसका असर अब इस प्रारूप में दिखने लगा है। जो थोड़ी बहुत कसर बची हुई थी उसे क्रिकेट के विभिन्न फॉर्मेट और इसे रोचक बनाने के लिए किए गए प्रयोगों ने पूरा कर दिया है। टेस्ट क्रिकेट अब पहले के अमूमन अपने 'ड्रॉ' वाले रिजल्ट से आगे बढ़ चुका है। क्रिकेट के नए स्वरूप में हर टीम रिजल्ट के लिए खेलने लगी है। वर्तमान में रोहित शर्मा, विराट कोहली, डेविड वार्नर, आरोन फिंच, बेन स्टोक्स आदि जैसे बल्लेबाज हैं जो टेस्ट में भी आक्रामक होकर खेलते हैं। हो सकता है आगे आने वाले दिनों में इन 5 बल्लेबाजों के क्रम से ऊपर वर्तमान का कोई खिलाड़ी निकल कर क्रिकेट के इस प्रारूप में छक्कों का बादशाह बन जाए। वैसे भी क्रिकेट तो रिकॉर्ड बनने और उसके टूटने का गवाह है ही। खैर फिलहाल जो 5 खिलाड़ी छक्कों के मामले में फिलहाल आगे हैं, वो ये हैं।
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज ब्रैंडन मैकुलम ना केवल एकदिवसीय मैच और टी-20 प्रारूप में विस्फोटक रहे हैं बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी उन्होंने अपने खेलने का तरीका नहीं बदला था और वह इसमें सफल भी रहे। मैकुलम न्यूजीलैंड क्रिकेट में अबतक के सबसे सफल बल्लेबाज और कप्तान हैं। टेस्ट क्रिकेट में आज भी सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड मैकुलम के ही नाम है जिसे उन्होंने अपने अंतिम टेस्ट मैच में मात्र 54 गेंदों में पूरा किया था। लंबे समय से खेलते हुए किसी खिलाड़ी का अपने अंतिम मैच में ऐसा प्रदर्शन यह बताने के लिए काफी है कि वह किस स्तर का खिलाड़ी रहा होगा। उनके खेलने के इसी विस्फोटक तरीके से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के मारने का रिकॉर्ड अभी तक उनके नाम है। मैकुलम ने अपने करियर में खेले गए 101 टेस्ट मैचों की 176 पारियों में 107 छक्के मारे हैं।
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