गुरुवार, 12 दिसंबर 2019

कश्मीर से कन्याकुमारी तक सुलगी आग

नई दिल्ली! विरोध प्रदर्शनों को लेकर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। राज्यसभा में नेता विपक्ष आजाद ने कहा, कश्मीर से कन्याकुमारी तक कहीं भी देश के हालात सामान्य नहीं बचे हैं। सबसे ज्यादा फिक्र करने की जरूरत पूर्वोत्तर की है। पूर्वोत्तर के राज्य जल रहे हैं। पूर्वोत्तर के लोग महजब से अलग हटकर नागरिकता बिल का विरोध कर रहे हैं।
 
नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिल गई है। बिल सोमवार को लोकसभा से और बुधवार को राज्यसभा में पास हुआ। बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है। नागरिकता संशोधन विधेयक का देश के कई हिस्सों, खासतौर से पूर्वोत्तर में भारी विरोध हो रहा है। असम के कई जिलों में बीते कुछ दिनों में लोगों ने इस बिल के विरोध में प्रदर्शन किए हैं। भारी तोड़फोड़ और आगजनी के बाद दस जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को रोक दिया गया है।
 
गुवाहाटी में कर्फ्यू लगाया गया है। कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी दल और कई संगठन भी इस बिल का विरोध कर रहे हैं। असम में बिल को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए भारत-जापान समिट को भी गुवाहाटी के बाहर शिफ्ट किया जा सकता है। अभी तक गुवाहाटी में बैठक का होना तय था लेकिन अब दूसरी जगह तलाशी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे के बीच वार्षिक शिखर बैठक 15 से 17 दिसंबर को होनी है।


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