नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर असम में हिंसक प्रदर्शन जारी है। प्रदेशभर में लोग इस एक्ट के खिलाफ सड़क पर हैं और इस एक्ट का जमकर विरोध कर रहे हैं। अभी तक इस प्रदर्शन में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि 27 लोग इस प्रदर्शन में घायल हुए हैं। प्रदेश में हिंसा में मृतक व घायलों की यह जानकारी सरकार द्वारा संचालित गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की ओर से दी गई है, जहां इन लोगों का इलाज चल रहा था।
बता दें कि पूर्वोत्तर राज्यों व असम में नागरिकता संशोधन एक्ट के पास होने के बाद प्रदर्शन काफी उग्र हो गया है। इस बिल को संसद में पास करने के बाद राष्ट्रपति ने 12 दिसंबर को इसे अपनी मंजूरी दे दी थी, जिसके बाद से यह कानून बन गया था।
गौरतलब है कि इस एक्ट में हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी धर्म के उन लोगों को नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है जोकि अफगानिस्तान, पाकिस्तान या बांग्लादेश के नागरिक हैं और इनका इनके देश में धर्म के आधार पर उत्पीड़न हुआ है। बता दें कि हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए असम की राजधानी गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर सेना और असम राइफल्स की आठ टुकड़ियां तैनात की गई हैं। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने बताया कि बिगड़ती कानून व्यवस्था को नियंत्रण में लाने के लिए गुवाहाटी के अलावा मोरीगांव, सोनितपुर और डिब्रूगढ़ जिलों के नागरिक प्रशासन ने सेना और असम राइफल्स की मांग की है।
इस विधेयक के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के हिंसा पर उतर जाने के बाद बुधवार को सेना बुलाई गई थी, हालात काबू से बाहर होता देख नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने रविवार को होने वाली संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी नेट की परीक्षा को स्थगित कर दिया है।। असम सहित उत्तरपूर्वी राज्यों में प्रदर्शन से कई सैलानी वहां फंसे हुए हैं, ट्रेने रद्द हैं और फ्लाइट भी स्थगित कर दी गई हैं जिस वजह से ना ही कई वहां से आ सकता है, असम में स्कूलों और कालेजों को 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है, राज्य में चल रहे प्रदर्शन को समर्थन देते हुए असम सरकार के कर्मचारियों ने 18 दिसंबर तक हड़ताल का ऐलान किया है।
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