नई दिल्ली! उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार की रात 11.40 बजे सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी के लिए करीब 44 घंटे तक जूझी, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।पीड़िता की मौत के बाद उसके पिता का बयान आया है, उन्होंने एक टीवी चैनल से बात करते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। पिता ने योगी सरकार से मांग की है कि बेटी के साथ हैवानियत करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा जाए।
पीड़िता के पिता ने मांग कि है कि जैसे हैदराबाद में पुलिस ने आरोपियों को मारा, वैसे ही हमारी बेटी से दरिंदगी करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर मौत के घाट उतारा जाना चाहिए, नहीं तो आरोपियों को फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आरोपियों को सजा मिलने के बाद ही बेटी की आत्मा को शांति मिल पाएगी।
उन्नाव पीड़िता की भावुक अपील, मैं मरना नहीं चाहती
मौते से पहले सफदरजंग अस्पताल में भर्ती 90 फीसदी जली उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने आरोपियों को सजा देने की गुहार लगाई। गले और श्वास नली में सूजन के कारण ठीक से आवाज नहीं निकल पाने के बावजूद उसने टूटी आवाज और इशारों में कहा, मैं बच तो जाऊंगी ना। मैं मरना नहीं चाहती। उसने पास खड़े भाई से यह भी कहा कि उसके साथ दरिंदगी करने वाला कोई भी बचना नहीं चाहिए।
ये है पूरा मामला
उन्नाव में गुरुवार को दुष्कर्म पीड़िता पर आरोपियों ने पेट्रोल डालकर उसे जलाकर मारने की कोशिश की। इसमें पीड़िता 90 फीसदी जल गई थी। चश्मीदीदों के मुताबिक पीड़िता आग लगने के बाद करीब एक किमी तक मदद की गुहार लगाते हुए दौड़ती रही थी। यहां तक की उसने खुद ही 112 पर फोन कर पुलिस को घटना की जानकारी दी थी, जिसके बाद वहां पुलिस की टीम और एंबुलेंस पहुंची थी।
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