लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर यहां पहुंचे मोदी ने लोकभवन परिसर में स्थित उनकी करीब 25 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की भी आधारशिला रखी। इस विश्वविद्यालय के लिये उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 एकड़ भूमि दी है। यहां पीएम मोदी ने एक कार्यक्राम को संबोधित भी किया।
“झूठी अफवाहों में आए कुछ लोगों ने हिंसा की”
संबोधन में पीएम मोदी ने CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में हुई हिंसा को लेकर कहा कि “कुछ लोगों ने झूठी अफवाहों में आकर हिंसा की। हिंसा करने वाले खुद से पूछे क्या हिंसा सही थी। जो कुछ भी जलाया गया क्या वह उनके काम नहीं आने वाला था। देश की संपत्ति को सुरक्षित रखना लोगों की जिम्मेदारी है।” पीएम मोदी ने मंच से लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील भी की है।
“विरासत में मिली समस्याओं का समाधान कर रहे हैं”
प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा, ”हमें विरासत में जो भी सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक समस्याएं और चुनौतियां मिली हैं, उनके समाधान की हम निरन्तर कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”अनुच्छेद 370 कितनी पुरानी बीमारी थी। कितनी कठिन लगती थी, मगर हमारा दायित्व था कि हम ऐसी कठिन चुनौतियों से पार पायें और यह आराम से हुआ। सबकी धारणाएं चूर-चूर हो गयीं। राम जन्मभूमि के इतने पुराने मामले का शांतिपूर्ण समाधान हुआ।”
“हम चुनौती को चुनौती देने के स्वभाव के साथ निकले हैं”
पीएम मोदी ने कहा कि विभाजन के बाद लाखों गरीब लोग अपनी बेटियों की इज्जत बचाने के लिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत की तरफ आने को मजबूर हो गये। उन्हें नागरिकता देने का रास्ता साफ किया गया। ऐसी अनेक समस्याओं का हल देश के 130 करोड़ भारतीयों ने निकाला है। उन्होंने कहा कि अभी जो चुनौतियां बाकी हैं, उनके समाधान के लिये भी पूरे सामर्थ्य से साथ हर भारतवासी प्रयास कर रहा है। चाहे हर गरीब को घर देना हो या फिर हर घर जल पहुंचाना हो। कितनी भी बड़ी चुनौती हो, हम चुनौती को चुनौती देने के स्वभाव के साथ निकले हैं।
सरकार के लिए सुशासन का अर्थ?
पीएम मोदी ने कहा कि “हमारी सरकार के लिए सुशासन का अर्थ 'सुनवाई, सबकी हो। सुविधा, हर नागरिक तक पहुंचे। सुअवसर, हर भारतीय को मिले। सुरक्षा, हर देशवासी अनुभव करे और सुलभता, सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो' है।” पीएम ने कहा कि “आज सुशसन दिवस पर जब हम नए वर्ष और नए दशक में प्रवेश करने जा रहे हैं तब हमें अटल जी की एक और बात अवश्य याद रखनी चाहिए। अटल जी कहते थे कि हर पीढ़ी भारत की प्रगति में योगदान का मूल्यांकन दो बातों के आधार पर होगा। पहला- हमें जो विरासत में मिली कितनी समस्याओं को हमने सुलझाया है और दूसरा- राष्ट्र के भावी विकास के लिए हमने अपने खुद के प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है।”
“अपने हक और दायित्व को हमेशा याद रखें”
उन्होंने कहा कि “आज अटल सिद्धि की इस धरती से मैं यूपी के युवा साथियों को, यहां के हर नागरिक को एक और आग्रह करने आया हूं। आजादी के बाद के वर्षों में हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया है, लेकिन अब हमें अपने कर्तव्यों, अपने दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है।” पीएम मोदी ने कहा कि “हक और दायित्व को हमें साथ-साथ और हमेशा याद रखना है। उत्तम शिक्षा, सुलभ शिक्षा हमारा हक है, लेकिन शिक्षा के संस्थानों की सुरक्षा, शिक्षकों का सम्मान, हमारा दायित्व है। हम अपना दायित्व निभाएं, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें, यही सुशासन दिवस पर हमारा संकल्प होना चाहिए, यही जनता की अपेक्षा है, यही अटल जी की भी भावना थी।”
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