सोमवार, 2 दिसंबर 2019

बज्मे उर्दू अदब के मुशायरा का आयोजन किया

बस्ती! बज़्मे उर्दू अदब के ज़ेरे अहतमाम इस्लाही नशिस्त मुनक़्क़ीद उर्दू अदब के चाहने वालों ने देर शाम नगर के मदरसा तजविदुल क़ुरआन में कारी हारून फ़ैज़ी की सरपरस्ती, माहिर स्योहारवी की सदारत व कन्वीनर मौलाना कफ़ील अतहर की मौजूदगी में एक नशिस्त यानी मिनी मुशायरे का आयोजन किया! जिसमें बस्ती के ही अनेक शायरों ने अपने क़लाम पढ़ शमा बांधा दर्जन भर शायरों ने इस छोटे से प्रोग्राम में कुछ इस तरह से अपने क़लाम सुनने वालों के सामने रखे स्योहारा की सरज़मी पर जन्में माहिर स्योहारवी ने कुछ इस तरह अपने कलाम से नवाज़ा "छुपा कर ग़म को होंटो पर हँसी लाना ज़रूरी था! मोहब्बत में किसी दिन ये मक़ाम आना ज़रूरी था "ओहद से कर्बला तक एक ही तालीम मिलती है! हयाते जावीदां पाने को सर जाना ज़रूरी था" साथ ही कफ़ील अतहर ने कुछ इस तरह अशआर रखे "जिससे मिलों खुशी से मिलो और खुश रहो जीना है जब तो ऐसे जियो और खुश रहो" "अतहर वो जिसके हाथ मे सारा निज़ाम है, उस एक के ही भक्त बनो और खुश रहो निसार मंज़र की इन लाइनों पर भी खूब वाह वाही मिली "जिंदगी जब इश्क का महवर लगे हर नज़ारा हुस्न का पैकर लगे" यूनुस नवेद अपने इन क़लाम के साथ माईक पर उतरे "पड़ेगा अब कौन हर्फे उल्फ़त में क्यों मोहब्बत के बाग लिखू, निसाब ही जब बदल चुके सब तो क्या वफ़ा की किताब लिखू" मास्टर इक़बाल राहत ने भी यू कहा "एक बेवा की निगाहों से कोई पूछे तो, चूड़ियां टूट कर लगती है कलाई केसी" मौज स्योहारवी ने भी अपने क़लाम से नवाज़ा, "वक़्त इंसान को जब कोई सज़ा देता है, गैर तो गैर है अपना भी दग़ा देता है" मौलवी शाद भी इस अंदाज में जलवा अफ़रोज़ हुए "हर बड़े का अदब ज़रूरी है! किसकी कितनी है शान मत देखो" निज़ामत के फ्राइज अंजाम दे रहे मौलाना सुजाउद्दीन फ़लक बिजनोरी के अलावा मौलवी मुकीम उर्रहमान, कारी वसीम, मौलवी कैफ़, मोहम्मद आज़म माहिगिर, मुंशी शाहिद, सलीम अंसारी, हाफ़िज मोहम्मद अहमद, फ़ज़ल अंसारी, ज़रीफ़ अंसारी, कारी अहमद, तंज़ीम इदरीस, इरफ़ान समीर, के अलावा उर्दू अदब के सैकड़ो चाहने वाले आज की इस महफ़िल में मौजूद रहे।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...