बरघाट (साई)। बरघाट पुलिस के द्वारा 55 अपात्र लोगों को अनुचित तरीके से लाभ पहुँचाने के आरोप में नगर परिषद बरघाट के अध्यक्ष रंजीत वासनिक, तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी भरत गजबे एवं उपयंत्री शील भालेवार के खिलाफ धारा 409 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
बताया जाता है कि जिलाधिकारी के आदेश के उपरांत बनायी गयी जाँच समिति के द्वारा की गयी जाँच में प्रधानमंत्री आवास योजना में 55 अपात्र लोगों को एक करोड़ 13 लाख रूपये बांटने के आरोप सामने आये थे। इसके बाद की गयी कार्यवाही में पुलिस के द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
बरघाट पुलिस के द्वारा रविवार को दर्ज की गयी प्राथमिकी के उपरांत जिले में सियासी भूचाल आ गया है। इसमें नगर परिषद के निर्दलीय चुने गये अध्यक्ष रंजीत वासनिक सहित दो अधिकारियों के खिलाफ नामज़द प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
बताया जाता है कि स्थानीय काँग्रेस नेता व नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह ठाकुर और काँग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र जैसवाल ने जिलाधिकारी प्रवीण सिंह को एक शिकायत दी थी जिसमें प्रधानमंत्री आवास में घोटाले का आरोप लगाते हुए जाँच करवाये जाने की माँग की गयी थी।
इसके उपरांत जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बरघाट, तहसीलदार बरघाट और नगर पंचायत के मुख्य नगर पालिका अधिकारी की एक समिति बनाकर इस मामले की जाँच करने के आदेश दिये थे। जाँच में पाया गया कि बरघाट क्षेत्र में स्वीकृत 1200 प्रधानमंत्री आवासों में से 55 अपात्रों को बिना किसी काम के भुगतान दे दिया गया। इस प्रकार लगभग एक करोड़ 13 लाख रुपये का गोलमाल प्रथम दृष्टया प्रकाश में आया है।
रविवार को प्रशासन ने इस मामले में अमानत में खयानत का मामला बरघाट थाने में दर्ज कराया। बरघाट पुलिस ने इस मामले में धारा 409 के तहत नगर परिषद अध्यक्ष रंजीत वासनिक, भरत गजबे तत्कालीन राजस्व उप निरिक्षक (वर्तमान में छिंदवाड़ा जिले के चौरई में सीएमओ के पद पर पदस्थ) व प्रधानमंत्री आवास की नोडल अधिकारी और उपयंत्री शील भालेवार के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं प्रशासन का कहना है कि मामले में जाँच अभी जारी है जिसमें आगे और भी खुलासे हो सकते हैं। पुलिस ने प्रशासन की शिकायत पर धारा 409 के तहत अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है! इसके तहत 55 अपात्र लोगों को गलत तरीके से लाभ पहुँचाने के मामले में एक करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व का नुकसान हुआ है!
भगत सिंह धुर्वे
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